भारतीय राष्ट्रीय पंचांग:

भारतीय राष्ट्रीय पंचांग या 'भारत का राष्ट्रीय कैलेंडर' (संक्षिप्त नाम - भारांग) भारत में उपयोग में आने वाला सरकारी सिविल कैलेंडर है। यह शक संवत पर आधारित है और ग्रेगोरियन कैलेंडर के साथ-साथ २२ मार्च १९५७ , (भारांग: १ चैत्र १८७९) से अपनाया गया। भारत मे यह भारत का राजपत्र, आकाशवाणी द्वारा प्रसारित समाचार और भारत सरकार द्वारा जारी संचार विज्ञप्तियों मे ग्रेगोरियन कैलेंडर के साथ प्रयोग किया जाता है।

चैत्र भारतीय राष्ट्रीय पंचांग का प्रथम माह होता है। राष्ट्रीय कैलेंडर की तिथियाँ ग्रेगोरियन कैलेंडर की तिथियों से स्थायी रूप से मिलती-जुलती हैं। चन्द्रमा की कला (घटने व बढ़ने) के अनुसार माह में दिनों की संख्या निर्धारित होती है।

कैलेंडर का प्रारूप

माह देशज नाम अवधि शुरुआत की तिथि (ग्रेगोरियन)
चैत्र चैत 30/31 मार्च 22*
वैशाख बैसाख 31 अप्रेल 21
ज्येष्ठ जेठ / हाड़ 31 मई 22
आषाढ़ असाढ़ 31 जून 22
श्रावण सावन 31 जुलाई 23
भाद्रपद भादों 31 अगस्त 23
आश्विन आसिन 30 सितम्बर 23
कार्तिक कार्तिक 30 अक्टूबर 23
अग्रहायण/मार्गशीर्ष अगहन 30 नवम्बर 22
१० पौष पूस 30 दिसम्बर 22
११ माघ माघ 30 जनवरी 21
१२ फाल्गुन फागुन 30 फरवरी 20

अधिवर्ष में, चैत्र मे 31 दिन होते हैं और इसकी शुरुआत 21 मार्च को होती है। वर्ष की पहली छमाही के सभी महीने 31 दिन के होते है, जिसका कारण इस समय कांतिवृत्त में सूरज की धीमी गति है।

महीनों के नाम पुराने, हिन्दू चन्द्र-सौर पंचांग से लिए गये हैं इसलिए वर्तनी भिन्न रूपों में मौजूद है और कौन सी तिथि किस कैलेंडर से संबंधित है इसके बारे मे भ्रम बना रहता है।

शक् युग का पहला वर्ष सामान्य युग के 78 वें वर्ष से शुरु होता है, अधिवर्ष निर्धारित करने के शक् वर्ष मे 78 जोड़ दें- यदि ग्रेगोरियन कैलेण्डर में परिणाम एक अधिवर्ष है, तो शक् वर्ष भी एक अधिवर्ष ही होगा।

अंगीकरण

इस कैलेंडर को कैलेंडर सुधार समिति द्वारा 1957 में, भारतीय पंचांग और समुद्री पंचांग के भाग के रूप मे प्रस्तुत किया गया। इसमें अन्य खगोलीय आँकड़ों के साथ काल और सूत्र भी थे जिनके आधार पर हिन्दू धार्मिक पंचांग तैयार किया जा सकता था, यह सब परेशानी इसको एक समरसता प्रदान करने की थी। इस प्रयास के बावजूद, पुराने स्रोतों पर आधारित स्थानीय रूपान्तर जैसे सूर्य सिद्धान्त अभी भी मौजूद हैं।

इसका आधिकारिक उपयोग 1 चैत्र, 1879 शक् युग, या 22 मार्च 1957 में आरम्भ किया था। हालाँकि, सरकारी अधिकारियों ने इस कैलेंडर के नये साल के बजाय धार्मिक कैलेंडरों के नये साल को प्राथमिकता देते प्रतीत होते हैं।[1].

राष्ट्रीय पंचांग

सुधार समिति ने राष्ट्रीय पंचांग नामक एक धार्मिक कैलेंडर को भी औपचारिक रूप दिया। यह, अन्य कई क्षेत्रीय चन्द्र-सौर पंचांग पर आधारित पंचांगों की तरह 10 वीं शताब्दी के सूर्य सिद्धांत पर आधारित था। [तथ्य वांछित]

शब्द पंचांग संस्कृत के पंचांगम् (पाँच+अंग) से लिया गया है, जो कि पंचांग के पाँच अंगों का द्योतक है: चंद्र दिन,चांद्र मास, अर्ध दिन, सूर्य और चंद्रमा के कोण और सौर दिन।[तथ्य वांछित]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  • Mapping Time: The Calendar and its History by E.G. Richards (ISBN 0-19-282065-7), 1998, pp. 184–185.

बाहरी कड़ियाँ

Tags:

भारतीय राष्ट्रीय पंचांग कैलेंडर का प्रारूपभारतीय राष्ट्रीय पंचांग अंगीकरणभारतीय राष्ट्रीय पंचांग राष्ट्रीय पंचांगभारतीय राष्ट्रीय पंचांग इन्हें भी देखेंभारतीय राष्ट्रीय पंचांग सन्दर्भभारतीय राष्ट्रीय पंचांग बाहरी कड़ियाँभारतीय राष्ट्रीय पंचांगआकाशवाणीग्रेगोरी कैलंडरचैत्रभारतभारत का राजपत्रभारत सरकारभारांगशक संवत१८७९१९५७

🔥 Trending searches on Wiki हिन्दी:

हिन्दी साहित्य का आधुनिक कालविश्व मलेरिया दिवसओशोब्लू बीटल (फ़िल्म)ब्रह्माण्डशनि (ज्योतिष)हिन्दू धर्मआत्महत्याई-वाणिज्यएशियाभारत में पुलिस पद और प्रतीक चिन्हपानीपत का प्रथम युद्धप्रथम विश्व युद्धउत्तर प्रदेशकारकव्यक्तित्वशाह जहाँरामेश्वरम तीर्थसमवर्ती सूचीऐश्वर्या राय बच्चनबाघनालन्दा महाविहारनर्मदा नदीअमर सिंह चमकीलाभारत के विश्व धरोहर स्थलहम साथ साथ हैंआलोचनाहरिवंश राय बच्चननई दिल्लीहृदयजगन्नाथ मन्दिर, पुरीलता मंगेशकरसमाजहिमालयएचआइवीसुभाष चन्द्र बोसप्रकाश-संश्लेषणसमावेशी शिक्षाहिन्दी कवियों की सूचीहस्तमैथुनध्रुवस्वामिनी (नाटक)राजा राममोहन रायरवि तेजायुगभारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसहैदराबादराष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधनमहेंद्र सिंह धोनीवल्लभ भाई पटेलअरुण जेटली क्रिकेट स्टेडियमभारत छोड़ो आन्दोलनभारतीय दर्शनभारत के चार धामदार्जिलिंगअनुष्का शर्मासचिन तेंदुलकरईसाई धर्मछत्तीसगढ़भारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूचीबिस्मार्कगरम दलप्रकृतिवाद (दर्शन)पंचायतराजनाथ सिंहसर्वेक्षणभोजपुरी भाषानेहरू–गांधी परिवारगंगा नदीममता बनर्जीमौलिक कर्तव्यखाटूश्यामजीलोक सभाझारखण्ड के मुख्यमन्त्रियों की सूचीदुर्गालोकसभा अध्यक्षमनोविश्लेषणएडोल्फ़ हिटलर🡆 More