राष्ट्रीय तकनीकी संस्थान, सिलचर, की स्थापना एक राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में सन् १९७६ में सिलचर (असम) में की गई थी। २८ जून २००२ को इसे राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिलचर के रूप में स्तरोन्नत किया गया था। ६७० एकड़ जमीन पर फैला हुआ इसका भव्य परिसर प्राकृतिक दृश्यों से परिपूर्ण एवं झीलों और टीलों से घिरा हुआ है।
ध्येय | तेजस्विनामवधीतमस्तु |
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प्रकार | public |
स्थापित | 1967 |
निदेशक | एन वि देशपान्डे |
शैक्षिक कर्मचारी | 200 |
स्नातक | 2000 (लगभग) |
परास्नातक | 200 (लगभग) |
स्थान | सिलचर, आसाम, भारत |
जालस्थल | www |
इंडिया टुडे और आउटलुक जैसी कई पत्रिकाओं के सर्वेक्षणों में यह संस्थान भारत के ३५ उत्तम संस्थानों में से एक है। रोजगार नियुक्ति, बुनियादी सुविधाओं एवं शैक्षिक वातावरण जैसे मानकों में इस संस्थान ने उच्च स्तर हासिल किया है।
सिलचर-हैलकंडी सड़क पर स्थित यह संस्थान सिलचर शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके से लगभग ८ किलोमीटर की दूरी पर है। इस संस्थान तक पहुँचने के लिए बसों, ऑटो रिक्शा और टैक्सियों की सुविधा शहर में उपलब्ध है। सिलचर ९२.५२ डिग्री पूर्वी देशांतर और २४.६ डिग्री उत्तरी अक्षांश और समुद्र स्तर से ऊपर ११४.६९ मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
पंडित जवाहर लाल नेहरू विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत को एक विश्व नेता के रूप में देखना चाहते थे। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कई आई.आई.टी और एन.आई.टी (पूर्व आर.ई.सी) देश के विभिन्न हिस्सों में स्थापित किए गए थे। प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश की जनशक्ति की जरूरत को पूरा करने के लिए सिलचर क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज सन् १९६७ में भारत सरकार और असम सरकार के बीच एक सहकारी उद्यम के रूप में स्थापित किया गया था। प्रारंभ में आर.ई.सी संयुक्त रूप से केंद्रीय सरकार और संबंधित राज्य सरकार द्वारा संचालित किया गया था। आर.ई.सी अवधि के दौरान गैर-आवर्ती व्यय और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के लिए व्यय को केन्द्रीय सरकार द्वारा वहन किया गया, जबकि स्नातक पाठ्यक्रमों पर आवर्ती व्यय केंद्रीय और राज्य सरकार में विभाजित किया गया था। तेजी से विकास प्राप्त करने के लिए संस्थान को वित्तीय और प्रशासनिक मामलों में स्वायत्तता प्रदान की गयी। 2002 में इस संस्था को उ.जी.सी/ ए.आई.सी.टी के अनुमोदन के साथ मानद विश्वविद्यालय का दर्जा प्रदान किया गया और नाम बदल कर राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिलचर रखा गया।
एन.आई.टी सिलचर की शिक्षा रणनीति युवाओं को शिक्षित करने की दिशा में एक सर्वदेशीय दृष्टिकोण का अनुकरण करता है। यह संस्थान भारत में तकनीकी शिक्षा के लिए एक प्रमुख संस्थान के रूप में उभरने का उद्देश्य रखता है और निम्नलिखित शब्दों में अपनी नीतियों को व्यक्त करता है: शिक्षा, तकनीकी, संगम, सार्वलौकिक और राष्ट्रीय। ये पाँचो नीतियां राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, सिलचर के लोगो में प्रतिबिंबित होते हैं। लोगो में बाहरी रिंग रस्सी का एक सरलीकृत रूप है जो शक्ति और संगम का प्रतीक है। रस्सियों की गाँठो को सात पत्तो में तब्दील किया गया है जो सात पूर्वी राज्यों का प्रतीक है जिनका प्रतिनिधित्व एन.आई.टी सिलचर करता है।
१९६७ में स्थापित, एन.आई.टी सिलचर की मान्यता राष्ट्रव्यापी इंजीनियरिंग और अनुसंधान के क्षेत्र के अधिनायको के रूप में है। इसका उद्देश्य है कि यह ऐसा माहौल बनाए जो नए विचारों और रचनात्मकता बहुतायत को पनपने में सहायक हो। इसका गतिशील और विकसित शैक्षिक कार्यक्रम ज्ञान के क्षेत्र में संपूर्ण विश्व के साथ कदम से कदम मिलाने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। एन.आई.टी सिलचर ने भारत में सभी इंजीनियरिंग कॉलेजों के बीच ३१ और सभी एन.आई.टी के बीच ८ पद प्राप्त किया है।
सन् 2007 के बाद से हर साल एन.आई.टी सिलचर में 100% के करीब परिसर नियुक्तियाँ दर्ज की गई है। संस्थान का प्रशिक्षण और प्लेसमेंट सेल छात्रों कों कंपनियों द्वारा परिसर पर नियुक्त करने के लिए साक्षात्कार एवं अन्य व्यवस्थाओ का संचालन करता है। हर साल लगभग 60 कंपनियाँ परिसर पर प्लेसमेंट प्रक्रिया में भाग लेती हैं। निम्नलिखित कंपनियाँ परिसर पर छात्रों को नियुक्त करती हैं: सैमसंग, सोनी, आईबीएम, टी.सी.एस, सी.एस.सी, इंफोसिस, जे.सी.बी, जॉन डियर, टेल्कों, आल्सटॉम, मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स, एक्सेंचर, आटकिन्स, पुंज लॉयड, शपूर्जी पल्लोंजी, ओ.एन.जी.सी, एन.टी.पीसी, भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड, एच.पी.सी.एल, इंडियन ऑयल, आई.ओ.सी.एल, ई.आई.एल, पावर ग्रिड आदि।
एन.आई.टी सिलचर अभियांत्रिकी, विज्ञान और मानविकी जैसे विषयों में कई स्नातक और स्नातकोत्तर कार्यक्रम प्रदान करता है। संस्थान में १० विभाग हैं जिनमें लगभग २०० शिक्षक हैं और २००० से ज़्यादा छात्र नामांकित हैं। बी.टेक कार्यक्रम के लिए वार्षिक प्रवेश की संख्या लगभग 520 छात्र है तथा छात्र - शिक्षक अनुपात है १०:१।
एन.आई.टी सिलचर छह अभियांत्रिकी विषयों और चार प्रायौगिक विषयों में बी.टेक. डिग्री. प्रदान करता है। इन कार्यक्रमों में प्रवेश अखिल भारतीय इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा (ए.आई.ई.ई.ई.) के माध्यम से होता है। एन.आई.टी भारत के उच्चतम न्यायालय द्वारा घोषित आरक्षण नीति का अनुसरण करता है जिसके द्वारा २७ प्रतिशत सीटें अन्या पिछड़ा श्रेणियों (ओ.बी.सी) के लिए, १५ प्रतिशत सीटें अनुसूचित जाति (एस.सी.) के लिए और ७.५ प्रतिशत सीटें अनुसूचित जनजाति (एस.टी.) के लिए आरक्षित हैं। यह संस्थान विदेशी छात्रों को भारत सरकार द्वारा दिए गए गया छात्रवृत्ति और अनिवासी भारतीयों को छात्रों के लिए प्रत्यक्ष विदेश प्रवेश (दा.सा.) नामक एक स्वतंत्र योजना के माध्यम से प्रवेश प्रदान करता है। चार साल के बी.टेक. कार्यक्रम के प्रथम वर्ष के दौरान इंजीनियरिंग, गणित, भौतिकी, रसायन विज्ञान, प्रोग्रामिंग भाषा और व्यावसायिक संचार में बुनियादी पाठ्यक्रम लेना सभी छात्रों के लिए आवश्यक हैं।
एन.आई.टी सिलचर ९ विषयों में स्नातकोत्तर कार्यक्रम प्रदान करता है जो इस प्रकार हैं: जल संसाधन अभियांत्रिकी, भू - तकनीकी अभियांत्रिकी, भूकंप अभियांत्रिकी, परिवहन अभियांत्रिकी, थर्मल अभियांत्रिकी, विद्युत प्रणाली अभियांत्रिकी, डिजाइन एवं विनिर्माण अभियांत्रिकी में एम.टेक. कार्यक्रम और अति बृह्त एकीकरण तथा प्रायौगिक रसायन विज्ञान में एम.एस.सी कार्यक्रम।
केन्द्रीय पुस्तकालय इस संस्थान की महत्वपूर्ण केंद्रीय सुविधाओं में से एक है तथा इसमें वर्तमान में विषय पुस्तकों, संदर्भ पुस्तकों, मानकों, सीडी-रोम और वीडियो टेप जैसे लगभग ६०००० संस्करण उपलब्ध हैं।
एन.आई.टी सिलचर एक पूरी तरह से आवासीय परिसर है। यहाँ लड़कों के लिए आठ तथा लड़कियों के लिए दो छात्रावास हैं। भोजनग्रह निजी संस्थानों द्वारा या खुद छात्रों द्वारा चलाए जा रहे हैं तथा अन्य सभी बुनियादी और उन्नत सुविधाएं छात्रों के आराम के लिए उपलब्ध हैं। प्रत्येक छात्रावास के एक उच्चपदाधिकारी की देखभाल के तहत है तथा छात्रावास प्रबंधन समिति छात्रावास के सभी प्रकार के कामकाज की देखरेख करती है। अधिकांश शिक्षक और कर्मचारी वर्ग संस्थान द्वारा प्रदान किए गये आवासीय निवास में रहते हैं। निदेशक कार्यालय के बगल में एक अतिथि गृह संस्थान के मेहमानों के लिए आतिथ्य प्रदान करता है।
एन.आई.टी सिलचर की एक जीवंत हॉस्टल संस्कृति है और छात्रों को अलग हॉस्टल हर साल आवंटित किये जा रहे हैं।
संस्थान परिसर के अंदर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की एक शाखा है। यह बचत खाता खोलने और संस्थान से संबंधित शुल्क और बकाया राशि जमा करने में सहायता प्रदान करता है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने बैंक के मुख्य द्वार के निकट एक एटीएम स्थापित किया है। संस्थान परिसर के केंद्र में सहकारी बाजार परिसर है जो लोकप्रिय तौर से को-ऑप के रूप में जाना जाता है। छात्रों की के सभी प्रकार की आवश्यकता की वस्तुएँ यहाँ उपलब्ध हैं। एक बड़े बहु-मंजिले बाजार का जल्द ही निर्माण किया जाएगा।
संस्थान के परिसर में भारतीय डाक द्वारा संचालित डाक घर है।
एन.आई.टी सिलचर हमेशा अपने छात्रों को शिक्षाविदों और पाठयक्रम-अतिरिक्त गतिविधियों के बीच एक साम्यिक संतुलन बनाने के लिये प्रोत्साहित करता है। इसका उद्देश्य छात्रों को केवल तकनीक-निपुण अभियंता बनाना नहीं है बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में भविष्य नेता बनाना है। इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए विभिन्न विभागों और तकनीकी संगठनों के तहत विभिन्न संगतियो का का गठन किया गया है।
भारत में सभी शैक्षिक संस्थानों की तरह एन.आई.टी सिलचर में भी एक छात्र संघ संस्था है जो हर साल छात्रों के लिए विभिन्न गतिविधियों के आयोजन की जिम्मेदारी लेता है। कॉलेज के छात्र ही इस छात्र जिमखाना में शामिल हैं और विभिन्न पदों पर नियुक्त हैं तथा छात्रों के कल्याण और पाठ्येतर गतिविधियों की जिम्मेदारी संभालते हैं। जिमखाना के विभिन्न कार्यालयों के लिए अंतिम वर्ष के छात्रों उनके नेतृत्व और प्रबंधन कौशल के आधार पर शिक्षकों द्वारा साक्षात्कार के कई दौर के बाद चयनित किया जाता है। जिमखाना में उपराष्ट्रपति की अध्यक्षता में जनरल सचिव, सांस्कृतिक सचिव, साहित्य सचिव, जनरल सचिव (खेल) और क्रिकेट, फुटबॉल, वॉलीबॉल, बास्केट बॉल, आंतरिक खेल और जिमनैजियम सचिव होते हैं। जिमखाना छात्र मंत्रालय के डीन और संकाय सलाहकार के सक्षम मार्गदर्शन के तहत काम करता है। ये छात्र नेता सभी छात्रों के पूर्ण व्यक्तित्व विकास के लिए अलग अलग घटनाओं के समन्वय के लिए जिम्मेदार हैं। कॉलेज के वार्षिक सांस्कृतिक उत्सव (इनकेंड्सेन्स) तथा वार्षिक तकनीकी उत्सव (टेक्नोसिस) के आयोजन, वार्षिक कॉलेज पत्रिका "इगनाइट्स" और मासिक पत्र "निटस्पीक" के प्रकाशन, वार्षिक खेल एवं विभिन्न साहित्यिक घटनायें जैसे बहस और प्रश्नोत्तरी के आयोजन का उत्तरदायित्व जिमखाना लेता है। ये कार्यक्रम कॉलेज के छात्रों को आज की प्रतियोगी दुनिया में सफल होने के लिए आवश्यक कौशल विकसित करने के पर्याप्त अवसर प्रदान करते हैं। जिमखाना के प्रयासों के कारण कई इंजीनियरिंग छात्र समष्टिगत जगत में सफल हो पाते है।
यह संस्थान विभिन्न संस्कृतियों और जातियों का संगम है। देश के हर नुक्कड़-कोने से छात्र आकर एक परिसर के भीतर एक साथ रहते हैं तथा एकता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान की भावना को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा, एन.आई.टी सिलचर एक सुंदर और हरा-भरा परिसर है जो कि ताजे पानी की झीलों से परिपूर्ण है। प्रकृति की सुंदरता तथा सद्भाव बमानव मन को आश्चर्यचकित कर देती है। असम के दूरदराज छेत्र में स्थापित होने के बावजूद यह् जगह अपने अनूठे आकर्षण और प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव कराती है। छात्र अपने अवकाश समय के दौरान परिसर में उप्लब्ध् सुविधाओं का आनंद ले सकते हैं। यहाँ का परिवेश इस महान राष्ट्र की विविधता में एकता को दर्शाता है।
एन.आई.टी सिलचर मानता है कि पाठ्येतर गतिविधियाँ छात्रों के जीवन के लिये महत्वपूर्ण हैं और इसलिए अनेक प्रकार की खेल सुविधायें छात्रावास परिसर तथा छात्र गतिविधि केन्द्र में प्रदान की जाती हैं।
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