बोलना

बोलना (speech) वाक-शक्ति द्वारा ध्वनियों को जोड़कर बने एक विस्तृत शब्दकोश के शब्दों का प्रयोग कर के करी गई संचार की क्रिया को कहते हैं। आमतौर पर प्रभावशाली संचार के लिये बोलने में कम-से-कम १,००० शब्दों का प्रयोग देखा गया है। हर शब्द को स्वर और व्यंजन वर्णों का स्वानिक मिश्रण कर के बनाया जाता है। इन शब्दकोशों और उनमें से शब्द चुनकर वाक्यों में संगठित करने वाले वाक्यविन्यास में कई विविधताएँ हो सकती हैं जिस कारणवश विश्व में हज़ारों मानवीय भाषाएँ देखी जाती हैं। अधिकतर मानव दो या उस से अधिक भाषाओं में संचार करने में सक्षम होते हैं, यानि बहुभाषी (पॉलिग्लाट, polyglot) होते हैं। वही वाक-शक्तियाँ जो मानवों को बोलने की योग्यता देती हैं, गाने में भी प्रयोग होती हैं। बहरे लोगों में हाथ व अंगुलियों द्वारा बनाई आकृतियों से भी पूरे रूप से संचार होता है।

एम आर आई में मुँह द्वारा बोलने की क्रिया की जाँच

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

Tags:

बहरापनबहुभाषीभाषाएँमानववाक्यविन्यासव्यंजन वर्णशब्दोंसंचारस्वनविज्ञानस्वर वर्ण

🔥 Trending searches on Wiki हिन्दी:

दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठनशून्यलक्ष्मीक़ुतुब मीनारब्राह्मणभारतीय रुपयाकबीरबिहार जाति आधारित गणना 2023रीमा लागूदेवी चित्रलेखाजीमध्यकालीन भारतशिव ताण्डव स्तोत्रतेरे नामराजस्थान के जिलेहृदयस्वच्छ भारत अभियानआरती सिंहमिताली राजआर्थिक विकासप्रकाश राजविष्णुआर्य समाजसर्वनामचैटजीपीटीमहाराष्ट्रसकल घरेलू उत्पादसैम पित्रोडाहल्दीघाटी का युद्धराष्ट्रवादसाक्षात्कारप्राकृतिक संसाधनसनातन धर्मभक्ति कालहाथीमिथुन चक्रवर्तीजर्मनी का एकीकरणझारखण्ड के मुख्यमन्त्रियों की सूचीमेवाड़ की शासक वंशावलीस्वराज पार्टीप्राथमिक चिकित्सा किटश्रम आंदोलनजनता दल (यूनाइटेड)मुहम्मद बिन तुग़लक़भारत के मूल अधिकार, निदेशक तत्त्व और मूल कर्तव्यभारत में इस्लामप्याज़े का संज्ञानात्मक विकास सिद्धान्तमृदावल्लभ भाई पटेलअलंकार (साहित्य)मनोज तिवारी (अभिनेता)पवन सिंहपृथ्वी का इतिहासदिल सेप्रदूषणजवान (फ़िल्म)मानव का पाचक तंत्रतारक मेहता का उल्टा चश्माभारत का संविधानप्राचीन भारतसंयुक्त राज्य अमेरिकासाँची का स्तूपताजमहलउद्यमिताचिपको आन्दोलननमस्ते सदा वत्सलेदेवों के देव... महादेवरामचरितमानसवाराणसीबड़े मियाँ छोटे मियाँमुहम्मदशिवआल्हागुरु नानकजाटविवाह संस्कारजीवन कौशलधूमावतीअखण्ड भारतसंस्कृत व्याकरण🡆 More