स्तंभन

स्तम्भन से अभिप्राय शिश्न (लिंग) के आकार में बढ़ने और कड़ा होने से है, जो यौनिच्छा करने पर शिश्न के उत्तेजित होने के कारण होता है, यद्यपि यह गैर यौन स्थितियों में भी हो सकता है। प्राथमिक शारीरिक तन्त्र जिसके चलते स्तम्भन होता है, में शिश्न की धमनियाँ स्वतः फैल जाती हैं, जिसके कारण अधिक रक्त शिश्न के तीन स्पंजी ऊतक कक्षों में भर जाता है जो इसे लम्बाई और कठोरता प्रदान करता है। यह रक्त से भरे ऊतक रक्त को वापस ले जाने वाली शिराओं पर दबाव डाल कर सिकोड़ देते हैं, जिसके कारण अधिक रक्त प्रवेश करता है और कम रक्त वापस लौटता है। थोड़ी देर बाद एक साम्यावस्था अस्तित्व में आ जाती है जिसमें फैली हुई धमनियों और सिकुडी़ हुई शिराओं में रक्त की समान मात्रा बहने लगती है और इस साम्यावस्था के कारण शिश्न को एक निश्चित स्तम्भन आकार स्वत: ही मिल जाता है।

स्तंभन
स्तम्भन क्रम (बैठा हुआ लंड चुदाई के लिए मोटा लंड बन जाता है )

स्तम्भन यद्यपि संभोग के लिये आवश्यक है पर विभिन्न अन्य यौन गतिविधियों के लिए यह आवश्यक नहीं है।


सन्दर्भ


इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ

Tags:

ऊतकधमनीरक्तशिराशिश्न

🔥 Trending searches on Wiki हिन्दी:

शिव पुराणभारत के राज्य तथा केन्द्र-शासित प्रदेशचिराग पासवानछत्तीसगढ़महाभारत की संक्षिप्त कथाभारतीय संविधान के संशोधनों की सूचीसंविधानमहाजनपदसमानतामुद्रा (करंसी)संज्ञा और उसके भेददुर्गाआंबेडकर जयंतीआदिकालसम्भोगगुनाहों का देवतासम्प्रभुताराष्ट्रभाषासाँची का स्तूपहिमाचल प्रदेशलोक सभा निर्वाचन क्षेत्रों की सूचीसच्चर कमिटीभारत का भूगोलकोयलाशब्दविष्णुस्त्री जननांगबिहार के मुख्यमंत्रियों की सूचीजीमेलगोरखनाथभारत के थलसेनाध्यक्षराजस्थान के मुख्यमंत्रियों की सूचीध्रुवस्वामिनी (नाटक)गोदान (उपन्यास)भूषण (हिन्दी कवि)हरिवंश राय बच्चनभारत का उच्चतम न्यायालययीशुविनायक दामोदर सावरकरभारतीय संसदमलिक मोहम्मद जायसीमुद्रास्फीतिकुलदीप यादवरूसभाषाराष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सदस्यों की सूचीबेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनाजनसंख्या भूगोलहिन्दू धर्मभारत के रेल मंत्रीक्षत्रियरविदासशिक्षण विधियाँबृजभूषण शरण सिंहबिस्मार्कदार्जिलिंगममता बनर्जीआदिकाल का नामकरणग्रहविश्व स्वास्थ्य संगठनयोगजयप्रकाश नारायणशैक्षिक मनोविज्ञानउधम सिंहयूरोपीय संघप्रबन्धनसाईं सुदर्शनभारतेन्दु युगअसहयोग आन्दोलनजनजातिजियोस्वातंत्र्य वीर सावरकर (फिल्म)बाबरसंधि (व्याकरण)प्राणायामवेबसाइटबाल गंगाधर तिलकराष्ट्रीय शिक्षा नीति🡆 More