मकरध्वज

मकरध्वज भगवान शिव के अवतार हनुमान जी का पुत्र था।

जन्म

भगवान श्रीराम की आज्ञा से हनुमान जी लन्का में गए और वहाँ उन्हें जब भूख लगी तो वे वृक्षों के फलों को खाकर उन वृक्षों को भी उखाड़कर फेंकने लगे। जब असुरराज रावण को इस बात का पता चला तो उसने अपने सबसे छोटे पुत्र अक्षयकुमार को हनुमान जी को रोकने भेजा। लेकिन हनुमान जी ने अक्षयकुमार को युद्ध में मार डाला। अपने छोटे भाई की मृत्यु से क्रोधित होकर रावण के बड़े पुत्र मेघनाद ने हनुमान जी को युद्ध में बन्दी बनाया और असुर नरेश रावण के दरबार में ले गया जहाँ रावण ने हनुमान जी की पूंछ को जला दिया लेकिन हनुमान जी ने अपनी जलती हुई पूंछ से सोने की लन्का को ही जला कर राख कर दिया। आग की गर्मी से हनुमान जी को पसीना आ गया और उस पसीने को एक मछली ने खाद्य समझकर ग्रहण कर लिया जिससे वह मछली गर्भवती हो गई। एक दिन वह मछली पाताल लोक जा पहुँची जहाँ अहिरावण और महिरावण के सेवकों ने उस मछली के पेट को चीर दिया जिसमें एक शिशु निकला जिसके शरीर का ऊपरी हिस्सा वानर का और निचला हिस्सा मछली का था। उसके बल से प्रभावित होकर अहिरावण और महिरावण ने उसे पाताल का द्वारपाल नियुक्त किया था।

पिता से मुलाकात

रावण के कहने पर उसके भाई अहिरावण और महिरावण भगवान श्रीराम और लक्ष्मण को पाताल ले गए जहाँ वे उन दोनों की बलि देने को तैयार हुए। हनुमान जी पाताल लोक में जा पहुंचे। वहाँ उन्हें एक रक्षक दिखाई दिया जो आधा वानर और आधा मछली था। हनुमान जी ने जब पाताल में प्रवेश किया तो उस परहरी ने उन्हें रोकते हुए कहा कि वे भगवान शन्कर के अवतार हनुमान जी के पुत्र हैं और हनुमान जी ने उन्हें बताया कि वे ही हनुमान हैं तो मकरध्वज ने अपने पिता को प्रणाम किया और उन्हें भीतर जाने दिया। भीतर जाते ही हनुमान जी ने पन्चमुखी रूप लिया (यह गरुड़ , नरसिंह , हयग्रीव और वराह का मिश्रित रूप था) और उन पाँच दीयों को एक साथ बुझाया जिसमें अहिरावण और महिरावण के प्राण स्थित थे। उनके मरते ही हनुमान जी ने अपने पुत्र मकरध्वज की मुलाकात भगवान श्रीराम से करवाई और उन्हें धर्म की राह पर चलने की प्रेरणा दी और साथ ही मकरध्वज को पाताल का राजा नियुक्त किया और वापिस युद्ध क्षेत्र में आ गए।

Tags:

अवतारशिवहनुमान

🔥 Trending searches on Wiki हिन्दी:

भीमराव आम्बेडकरअलाउद्दीन खिलजीशेखर सुमनसंधि (व्याकरण)ख़िलाफ़त आन्दोलनयशस्वी जायसवालभारत के 500 और 1000 रुपये के नोटों का विमुद्रीकरणधर्मो रक्षति रक्षितःलोक प्रशासनवृष राशिजीप घोटालानीति आयोगचन्द्रशेखर आज़ादप्रथम विश्व युद्धवानखेड़े स्टेडियमदिनेश लाल यादवसामाजिक परिवर्तनभक्ति कालजनसंख्या के आधार पर भारत के राज्य और संघ क्षेत्रमुग़ल साम्राज्यफ़तेहपुर सीकरीभारतीय संविधान की उद्देशिकानई शिक्षा नीति 2020कर्णरेशमकीट पालनछत्तीसगढ़वल्लभ भाई पटेलसतत तथा व्यापक मूल्यांकनरीति कालमौसममुखपृष्ठमहाराणा प्रतापपुनर्जागरणरघुराज प्रताप सिंहदक्षिणकम्प्यूटर नेटवर्कराणा सांगाराजनीति विज्ञानजलियाँवाला बाग हत्याकांडकोलकाताबिहार के जिलेऋग्वेदवैष्णो देवीकैटरीना कैफ़प्रकाश-संश्लेषणमुग़ल शासकों की सूचीविधान सभाकिशोर अपराधअमर सिंह चमकीलारासायनिक तत्वों की सूचीबारामती लोक सभा निर्वाचन क्षेत्रनरेन्द्र मोदीमकर राशिमहावीरअर्थशास्त्र (ग्रन्थ)ओंकारेश्वर मन्दिरगाँवकेन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्डजीव विज्ञानबाल विकासओम शांति ओमविवाहअक्षय कुमारसंविधान संशोधनशिव ताण्डव स्तोत्रशिवकुरुक्षेत्र युद्धभारत का प्रधानमन्त्रीफेसबुकहम साथ साथ हैंदूरस्थ शिक्षामल्लिकार्जुन खड़गेआर्यभटसनातन धर्मॐ नमः शिवायमहाभारत की संक्षिप्त कथादमन और दीव🡆 More