अपशिष्ट प्रबन्धन परिवहन, अपशिष्ट उपचार, पुनर्चक्रण या अपशिष्ट के कार्य में प्रयोग की जाने वाली सामग्री का संग्रह है। यह शब्द साधारणतः उस सामग्री को इंगित करता है जो मानव गतिविधियों से बनती हैं और ये इसलिए किया जाता है ताकि मानव पर उस के स्वस्थ, पर्यावरण या सौन्दर्यशास्त्र.
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पर इसका प्रभाव कम हो अपशिष्ट प्रबन्धन संसाधन निकालने के लिए भी होता है अपशिष्ट प्रबन्धन में शामिल होते हैं ठोस, तरल, गैस या रेडियोधर्मी पदार्थ प्रत्येक पदार्थ के साथ, विभिन्न तरीकों और विशेषज्ञता का प्रयोग किया जाता है।
अपशिष्ट प्रबन्धन का प्रकिया विकसित और विकासशील देशों में ग्रामीण क्षेत्र और नगरीय क्षेत्र में और आवासीय और औद्योगिक, निर्माताओं के लिए भिन्न होता है महानगरीय क्षेत्रों में विपज्जनक आवासीय और संस्थागत अपशिष्ट प्रबन्धन की कर्तव्य स्थानीय सरकार अधिकारियों, की होती है जबकि विपज्जनक वाणिज्यिक और औद्योगिक अपशिष्ट की कर्तव्य साधारणतः जनरेटर की होती है
अपशिष्ट प्रबंधन अलग अलग क्षेत्रों में अपष्टि सामग्री के प्रकार, आस पास की भूमि के उपयोग और उपलब्ध क्षेत्र समेत कई कारणों के कारण भिन्न होते हैं
landfill में अपशिष्ट का निपटान शामिल करता है मॉल को दफनाना और अधिकतम देशों में यह आम चलन है landfills अक्सर गैर उपयोग की खानों (quarries), खनन (mining) रिक्तियों या borrow pit (borrow pit)s इत्यादि में बनाये जाते थे तरीके से बनाया गया और अच्छी तरह नियंत्रित landfill अपष्टि निपटान का एक बहुत ही साफ़ और अपेक्षाकृत कम खर्च वाला तरीका हो सकता है पुराने,और ग़लत तरीके से नियंत्रित landfills पर्यावरण पर उल्टा प्रभाव ड़ाल सकते हैं जैसे हवा से कचरे (litter) के उड़ना, कीडों (vermin) को आकर्षित करना और तरल leachate (leachate).का उत्पादन Landfills की एक और सामान्य गौण उत्पादन है गैस (ज़्यादातर methane (methane) और कार्बन डाइऑक्साइड से बना हुआ) जो anaerobic तरीके से (anaerobically) कार्बनिक अपशिष्ट के टूटने से बनता है यह gas बदबू पैदा कर सकती है, सतह वनस्पति नष्ट कर सकती है और यह एक ग्रीनहाउस गैस (greenhouse gas) है
एक आधुनिक landfill की आकार विशाश्ताओं में मिट्टी या प्लास्टिक की अस्तर सामग्री जैसे leachate को रोकने के तरीके शामिल हैं। जमा अपशिष्ट सामान्य रूप से अपने घनत्व और स्थिरता बढ़ाने के लिए संहत किया जाता है और कृमि (vermin) (जैसे चूहों (mice) या मूस (rats)) को आकर्षित होने से रोकने के लिए इसे धक् दिया जाता है कई landfills में landfill गैस (landfill gas) निकासी के लिए landfill गैस प्रणाली स्थापित किए जाते हैं landfill से छिद्रित नलियों द्बारा गैस बहार निकाली जाती है और इसे गैस इंजन (gas engine) में झिलनी लाने या जला कर विद्युत का उत्पाद किया जाता है
वियेना में
भस्मीकरण एक निपटान विधि है जिस में अपशिष्ट पदार्थ का दहन (combustion) शामिल है भस्मीकरण और अन्य उच्च तापमान अपशिष्ट उपचार प्रणालियों कभी कभी "उष्ण उपचार र (thermal treatment)"के रूप में वर्णित हैंभस्मीकरण अपशिष्ट पदार्थ को ताप, गैस (gas), भाप (steam) और राख (ash).में परिवर्तित करते हैं
भस्मीकरण दोनों ही पैमाने पर किया जाता है। छोटे पैमाने पर व्यक्तियों द्वारा और उद्योग द्वारा एक बड़े पैमाने पर.इसका प्रयोग तरल ठोस और गैसीय अपशिष्ट के निपटान के लिए किया जाता है। इसे खतरनाक कचरा (hazardous waste) (जैसे जैविक चिकित्सा अपशिष्ट (medical waste)). निपटाने के लिए एक व्यावहारिक पद्धति के रूप में मान्यता प्राप्त हैगैसीय प्रदूषकों के उत्सर्ग के कारण भस्मीकरण अपशिष्ट निपटान की एक विवादास्पद पद्धति है
भस्मीकरणजापान जैसे देशों में ज्यादा प्रचलित है क्यूंकि इसमें कम भूमि की जरूरत पड़ती है और इन सुविधाओं को landfills के जितने क्षेत्र की आवश्यकता नहीं होती अपशिष्ट से ऊर्जा (Waste-to-energy) (WtE) या ऊर्जा-कचरे से, मोटे तौर पर उन सुविधाओं को कहा जाता है जो एक भट्ठी या बायलर में अपष्टि जला कर गर्मी, भाप और / या बिजली उत्पन्न करते हैं भस्मीकरण में दहन हमेशा सही नहीं होता और भस्मीकरण ढेर के गैसीय उत्सर्ग में सूक्ष्म प्रदूषकों के बारे में चिंता प्रकट की गई है विशेष चिंता कुछ अधिक दीर्घस्थायी अवयवों पर केंद्रित है जैसे Dioxins (Dioxin) जो भस्मीकरण यन्त्र में ही विकसित हो सकता है और जिस का बिल्कुल आस पास के क्षेत्र पर गंभीर पर्यावरणीय परिणाम हो सकता है
इन अपशिष्ट से संसाधनों को या किसी भी मूल्य की चीज़ को निकलना पुनर्चक्रण के नाम से जाना जाता है जिसका अर्थ होता है पुनः मिलना या सामग्री का पुनः प्रयोगबहुत सरे तरीके है जिससे अपशिष्ट पदार्थ का पुनर्नवीनीकरण होता है : कच्चा माल निकाला जा सकता है और पुनः प्रक्रम किया जाता है या अपशिष्ट की कैलोरी सामग्री बिजली में परिवर्तित की जा सकती है। पुनर्नवीनीकरण के नए तरीके रोज़ इजाद हो रहे हैं और नीचे संक्षिप्त मीन लिखे हैं
जायदा तर विकसित दशों में पुनर्चक्रण का लोकप्रिय अर्थ व्यापक संग्रह और रोजाना अपशिष्ट पदार्थों का पुनः प्रयोग करने को सन्दर्भित है जैसे की खाली पय के पात्र इन्हें इकट्ठा किया जाता है और समान श्रेणियों में छानता जाता है ताकि कच्चा माल जिस से यह वस्तुएं बनी हैं, नई वस्तुओं में पुनः प्रक्रम किया जा सके.पुनर्चक्रण के लिए पुनर्चक्रण सामग्री आम अपष्टि से इसके लिए समर्पित कचरा पतियों और और संग्रह वाहनों के माध्यम से जमा किया जा सकता है, या सीधे मिश्रित अपशिष्ट धाराओं से छठा जा सकता है
पुनर्नवीनीकरण के लिए सबोतबसे आम उपभोक्ता उत्पादों में एल्यूमीनियम पेय के डिब्बे, इस्पात (steel) भोजन और एयरोसोल के डिब्बे, HDPE (HDPE) और PET (PET) बोतलें कांच (glass) की बोतलें मर्तबानों और, गत्ते के डब्बे, अखबारें पत्रिकाएँ और गत्ता (cardboard) शामिल हैं। प्लास्टिक के अन्य प्रकार (PVC (PVC), LDPE (LDPE), PP (PP) और PS (PS): देखें राल पहचान कोड (resin identification code)) भी पुनचक्रित होते हैं हालांकि यह सामान्यतः एकत्र नहीं किए जाते ये वस्तुंएं सामान्यथ किसी एक तरीके के धातू से बनी होती है इसलिए इन्हे पुनचक्रित कर के नयी वास्तु तैयार करने में आसानी होती है जटिल उत्पादों जैसे कंप्यूटर और इलेक्ट्रॉनिक उपकरानोँ) का पुनाह्चाक्रण अधिक, कठिन है क्यूंकि इन्हे अलग करना पड़ता है और इनका निराकरण करना पड़ता है
प्राकृतिक अपशिष्ट पदार्थ जो बनावट से अवयव सम्बंधित हैं जैसे पौधे की सामग्री, बचा हुआ भोजन और और कागज उत्पादन, उन को जैविक खाद और पाचन प्रक्रियाओं का उपयोग कर अवयः सम्बंधित पदार्थ विघटित (decompose) कर के पुनर्नवीनीकरण किया जा सकता हैपरिणामी कार्बनिक पदार्थ का पुनर्नवीनीकरण कतर के उन्हें गीली घास (mulch) या खाद (compost) का रूप दिया जाता है जो आगे खेती या landscaping के काम आते हैं इसके साथ ही इस प्रक्रिया से जो अपशिष्ट गैस (जैसे methane) निकलती है, उसे जमा कर के विद्युत् बनाई जा सकती है अपशिष्ट प्रबंधन में जैविक प्रसंस्करण का इरादा कार्बनिक पदार्थ के अपघटन की प्राकृतिक प्रक्रिया की गति को बढ़ाना और नियंत्रित करना होता है
खाद बनाने और पाचन विधियों और तकनीकों के कई प्रकार हैं, जिन की भिन्न जटिलता श्रेणियां हैं, सरल घरेलु खाद के ढेरों से ले कर, घरेलू मिश्रित मॉल के औद्योगिक पैमाने के बंद बर्तन पाचन तक (देखें यांत्रिक जैविक उपचार (Mechanical biological treatment) जैविक विघटन एरोबिक (aerobic) या अनेरोबिक (anaerobic) रूप में विभेदित तरीके हैं, हलाकि इन दोनों का एक मिश्रित तरीका भी मौजूद है
खाद बनाने के माध्यम से अपशिष्ट प्रबंधन का एक उदाहरण है टोरंटो (Toronto), कनाडा का Green Bin प्रोग्राम जहाँ घर के जैविक कचरे को (जैसे रसोईघर के अवशेष और पौधे के टुकड़े) अलग बर्तन में जमा किया जाता है और उस की खाद बनाई जाती है
जर्मनी में Lübeck (Lübeck) का अपशिष्ट उत्पादों की ऊर्जा सामग्री का प्रसंस्करण सीधे एक प्रत्यक्ष दहन ईंधन के रूप में किया जा सकता है, या किसी और प्रकार के ईंधन में प्रक्रम कर अप्रत्यक्ष रूप से किया जा सकता है थर्मल उपचार द्वारा पुनर्चक्रण के अंतर्गत अपशिष्ट के उपयोग की सीमा खाना बनाने या कुछ गर्म करने के ईंधन के स्रोत से बैलारों (boilers) से टरबाइन (turbine) में भाप और बिजली उत्पन्न करने तक है Pyrolysis (Pyrolysis) और गैसीकरण (gasification) ताप उपचार के दो संबंधित रूप हैं जहाँ अपशिष्ट को उच्च तापमान पर सीमित ऑक्सीजन उपलब्धता में गर्म किया जाता है ये प्रक्रिया आमतौर पर मोहरबंद बर्तनों में भारी दबाव में किया जाता है ठोस अपशिष्ट Pyrolysis सामग्री को ठोस, तरल और गैस में परिवर्तित करता है तरल और गैसीय पदार्थों को जला कर ऊर्जा उत्पादित की जा सकती है या उन्हें अन्य वस्तुओं में परिष्कृत किया जा सकता है ठोस अवशेष (char) को आगे और सक्रीय कार्बन (activated carbon) जैसे अन्य उत्पादों में परिष्कृत किया जा सकता है गैसीकरण और अग्रवर्ती Plasma arc गैसीकरण (Plasma arc gasification) का प्रयोग अवयव संबंधी पदार्थों को सीधे synthetic गैस (syngas (syngas) जो कार्बन मोनोक्सिदे (carbon monoxide) और हाइड्रोजन से बनती है) में परिवर्तित करने के लिए उपयोग किया जाता है गैस को जला कर फिर बिजली और भाप (steam) बनाए जाते हैं
अपशिष्ट प्रबंधन का एक महत्त्वपूर्ण तरीका अपशिष्ट रचना की रोकथाम है जिसे अपष्टि कटौती भी कहा जाता है परिहार के तरीकों में शामिल हैं इस्तमाल किए हुए उत्पादों का पुनः प्रयोग, नयी वस्तुएं खरीदने के बजाय टूटी वस्तुओं की मरम्मत, उत्पादों की ऐसी रचना करना की उसे दुबारा भरा या प्रयोग किया जा सके (जैसे की प्लास्टिक की जगह कपास के थैले), उपभोगताओं को निर्वर्त्य उत्पादों का प्रयोग ना करने के लिए प्रोत्साहित करना (जैसे की निर्वर्त्य चुरी-kaante) और उत्पादों की ऐसी रचना करना जो कम सामग्री का प्रयोग कर के उतना ही अभिप्राय संपादित कर पायें (उदाहरण स्वरुप, पेय के लिए टीन के डब्बों को हल्का कर देना )
विभिन्न् देशों और प्रान्तों में अपशिष्ट जमा करने का अलग अलग तरीका होता है घर के अपशिष्ट को जमा करने का प्रावधान आमतौर पैर स्थानीय सरकी कर्मचारियों का या फिर निजी उद्योगों का होता है कुछ क्षेत्रों में, खासकर कम विकसित देशों में एक औपचारिक अपशिष्ट -संग्रह प्रणाली नहीं होती है। अपशिष्ट प्रबंधन प्रणालियों में शामिल हैं:
शहर परिषद द्वारा अपशिष्ट सिर्फ़ तभी जमा की जाती है जब कचरा सरकार द्वारा जारी की गई कचरा थैलियों में डाला हो इस नीति से शहरों में उत्पादित अपष्टि की मात्रा में सफलतापूर्वक कमी आई है और पुन्ह्चाक्रण का डर में भी वृद्धि हुई है।
अपशिष्ट प्रबंधन की अनेक अव्धारानाएं (concepts about waste management) है जो उनके उपयोग के हिसाब से शहर और क्षेत्रों में अलग अलग होतीं हैं कुछ सर्वाधिक सामान्य, व्यापक रूप से प्रयोग ki गई अवधारणाओं में शामिल हैं:
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