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2016 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 17 जनवरी 2016. "Organism". मूल से 7 मई 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 19 मई 2020. जीव (हिन्दू धर्म) जीवन जीवों का वर्गीकरण... |
हेतु महत्त्वपूर्ण है क्योंकि यह जीवों को स्थानान्तरित करने, बढ़ने और पुनरुत्पादन करने की अनुमति देता है। अन्ततः, सभी जीव अपने स्वयं के आन्तरिक वातावरण को... |
बहुकोशिकीय जीव (multicellular organism) वह जीव होते हैं जिनमें एक से अधिक कोशिकाएँ (सेल) हों। बहुकोशिकीय जीव बनाने के लिए इन कोशिकाओं को एक-दूसरे को पहचानकर... |
जंगली जीवों को विश्व-भर में अपने प्रयोग के लिए पालतू बनाया है, जिसका वातावरण पर गहरा प्रभाव पड़ा है। बहुत सी संस्कृतियों में पालतू और जंगली जीवों में गहरा... |
वायवीय जीवों के लिए ऑक्सीजन आवश्यक है। अवायवीय जीव एककोशिकीय हो सकता है - जैसे कि बैक्टीरिया और प्रोटोज़ोआ - या फिर बहुकोशिकीय। आमतौर पर अवायवीय जीवों को... |
सुकेन्द्रिक (यूकैरियोटिक जीवों से अनुप्रेषित) कोशिकाओं वाले जीवों के टैक्सोन को 'सुकेंद्रिक' कहते हैं। प्राक्केन्द्रकी जीव तथा आर्किया को छोड़कर लगभग सभी जीव और वनस्पतियाँ सुकेन्द्रकी जीवों के अन्तर्गत... |
प्राक्केन्द्रकी जीव ऐसे जीवों को कहा जाता है जिनकी कोशिकाओं में झिल्लियों में बंद केन्द्रक नहीं होता। इनके विपरीत सुकेन्द्रिक कोशिकाओं में एक झिल्ली से... |
वायुजीवी जीव (aerobic organism) या वायुजीव (aerobe) ऐसा जीव होता है जो ऑक्सीजन-पूर्ण पर्यावरण में जीवित रहकर पनप सकें। इनके विपरीत अवायुजीवी जीव ऐसे जीव होते... |
जीववैज्ञानिक वर्गीकरण (जीवों का वर्गीकरण से अनुप्रेषित) गुणों के आधार पर सभी जीवों को विभिन्न श्रेणियों में श्रेणीकृत कर सकते हैं। गुण जैसे प्रकार, रचना, कोशिका रचना, विकासीय प्रक्रम तथा जीव की पारिस्थितिक सूचनाएँ... |
जगत (जीवविज्ञान) (जीव जगत से अनुप्रेषित) जगत (अंग्रेज़ी: kingdom, किंगडम) जीववैज्ञानिक वर्गीकरण में जीवों के वर्गीकरण की एक ऊँची श्रेणी होती है। आधुनिक जीववैज्ञानिक वर्गीकरण में यह श्रेणी संघों... |
एककोशिकीय जीव (unicellular organism) वह जीव होते हैं जिनमें केवल एक ही कोशिका (सेल) हो। इनके विपरीत बहुकोशिकीय जीवों में एक से अधिक कोशिकाएँ होती हैं।... |
जीवरसायन (जीव-रसायनिकी से अनुप्रेषित) या जैवरासायनिकी (अंग्रेज़ी -Biochemistry) रसायन शास्त्र की वह शाखा है जो जीवों के भीतर और उनसे संबंधित रासायनिक प्रक्रियाओं का अध्ययन करती है जैसे कि पेड़-पौधों... |
क्रमविकासीय जीवविज्ञान (विकासशील जीव विज्ञान से अनुप्रेषित) जन्म देती है। पुरातन काल में मनुष्य सोचता था कि ईश्वर ने सभी प्रकार के जीवों का सृजन एक साथ ही कर दिया है। ऐसे विचार धीरे धीरे बदलते गए। आजकल के वैज्ञानिकों... |
समुद्री जीवविज्ञान (समुद्री जीव से अनुप्रेषित) एवं जटिल तरीकों से जीवों के ऊपर प्रभाव डालते हैं। समुद्री जल रासायनिक दृष्टि से अत्यधिक योग्य जैविक माध्यम है, क्योंकि इसमें जीवों की संरचना तथा पोषण... |
तत्त्वार्थ सूत्र में लिखा है: "परस्परोपग्रहो जीवानाम्"। इस सूत्र का अर्थ है, 'जीवों के परस्पर में उपकार है'। जैन आत्मा को छह शाश्वत द्रव्यों में से एक मानते... |
खगोलजीव विज्ञान (श्रेणी जीव विज्ञान) के नियम पृथ्वी के जीवों की तरह डी॰ऍन॰ए॰ पर आधारित होंगे। यह संभव है के उन जीवों में कोई और व्यवस्था आधार हो। जैसे-जैसे पृथ्वी पर जीवों के फैलाव के बारे... |
व्यासर्पाडि जीवा उत्तरी चेन्नई का एक क्षेत्र है।... |
पौधे की एक टहनी लगती है, वास्तव में सैंकड़ों-हज़ारों नन्हे जीवों का समूह है। एक मूँगे के जीव चंद मिलीमीटर बड़ा ही होता है। उसकी एक पतली ख़ाल होती है जिसके... |
आनुवंशिकी (श्रेणी जीव विज्ञान) आनुवंशिकी (जेनेटिक्स) जीव विज्ञान की वह शाखा है जिसके अन्तर्गत आनुवंशिकता (हेरेडिटी) तथा जीवों की विभिन्नताओं (वैरिएशन) का अध्ययन किया जाता है। आनुवंशिकता... |
जीवविज्ञान अक्सर जीवों के वितरण को प्रभावित करने वाले कारकों को समझने के लिए, भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) का इस्तेमाल करते हैं, और जीव वितरण में भविष्य... |