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के राजा बनने के बाद अरस्तु का काम खत्म हो गया और वो वापस एथेंस आ गये। अरस्तु ने प्लेटोनिक स्कूल और प्लेटोवाद की स्थापना की। अरस्तु अक्सर प्रवचन देते समय... |
अरस्तु रचित भौतिकी या फिज़िक्स (यूनानी : Φυσικὴ ἀκρόασις फुसिके एक्रोएसिस ; लैटिन : Physica या Naturales Auscultatione, संभवतः जिसका अर्थ है " प्रकृति... |
पोएटिक्स (काव्यशास्त्र (अरस्तु) से अनुप्रेषित) सौंदर्य संबंधी अरस्तु के कार्यों में काव्यशास्त्र, राजनीति तथा वाक् कला शामिल हैं। लेकिन पोएटिक्स का संबंध मुख्यतः नाटक से है। किसी समय अरस्तु की यह रचना... |
भावात्मक परिष्कार भी होता है। इस तरह अरस्तु ने कला और काव्य को प्रशंसनीय, ग्राह्य और सायास रक्षनीय सिद्ध किया है। अरस्तु ने इस सिद्धांत के द्वारा कला और काव्य... |
अरस्तू की रेटोरिक अर्थात् वाग्मिता शास्त्र ( प्राचीन यूनानी : Ῥητορική , रेतोरिके ; लातिन: Ars Rhetorica ) अनुनय की कला पर एक प्राचीन यूनानी ग्रंथ है,... |
पोलिटिक्स (पोलिटिक्स (अरस्तु) से अनुप्रेषित) दार्शनिक अरस्तु द्वारा रचित एक ग्रन्थ है। जो एक मूल रूप मे है पॉलिटक्स में अरस्तू ने राज्य संबंधी सिद्धांतो का वर्णन किया है। इसमें अरस्तू ने ये वर्णन... |
अरस्तु का अनुकरण सिद्धांत एक स्तर पर प्लेटो का अनुकरण सिद्धांत की प्रतिक्रिया है और दूसरे स्तर पर उसका विकास भी। महान दार्शनिक प्लेटो ने कला और काव्य को... |
चार कारण (अरस्तु के चार कारण से अनुप्रेषित) अरस्तु के चार कारण, चार कार्य-कारण या चार व्याख्याएँ (Four causes), अरस्तुवादी विचार में, प्रकृति में परिवर्तन या गति (चाल या स्थानांतरण) के विश्लेषण में... |
से अरस्तु प्रथम व्यक्ति माना जाता है जिसने अमूर्त प्राकृतिक नियमों का उल्लेख किया। फ्रांसीसी पादरी जीन बुरिदन ने आवेग सिद्धान्त दिया जिसे अरस्तु सिद्धन्त... |
(यूनानी : τὰ μετὰ τὰ φυσικά, "भौतिकी के बाद वाले"; लैटिन : Metaphysica) अरस्तू के प्रमुख कार्यों में से एक है, जिसमें उन्होंने उन सिद्धांतों को विकसित... |
चिरसम्मत यांत्रिकी की समयरेखा: 4 ई, पूर्व - अरस्तु ने अरस्तु भौतिकी तन्त्र प्राप्त किया 260 ई. पूर्व - आर्किमिडिज़ ने उत्तोलक का सिद्धान्त और उत्प्लावन... |
अरस्तू से पूर्व प्लेटो ने अनुकरण का प्रतिपादन कविता को हेय तथा हानिकारक सिद्ध करने के हेतु किया था। प्लेटो का अनुकरण सिद्धांत अरस्तु का अनुकरण सिद्धांत... |
न्यूटन के गति नियम (अनुभाग अरस्तु की भ्रान्ति) रहती है। यह अरस्तु द्वारा विकसित विश्व में पिण्डों की गतियों से सम्बन्धित विचारों के विस्तृत ढाँचे का एक भाग था। गति के विषय में अरस्तु के अधिकांश विचार... |
ऑन मेमोरी (श्रेणी अरस्तु) ऑन मेमोरी अरस्तु के पार्व नेचुरिया को निर्मित करने वाले लघु ग्रंथों में से एक है।... |
की भूमिका को उल्लिखित करने का प्रयास है।" अरस्तु की तत्त्वमीमांसा सम्बंधि रचना से स्पष्ट है कि यह कार्य अरस्तु का नहीं था। थोम, जोहान सी॰, संपा॰ (2014)... |
दर्शन की वो परंपरा जो मुख्य रूप से यूनानी दार्शनिक अरस्तु की विचारो निकली।... |
पिता है। जहाँ हम देखते हैं कि उत्पवी संबंध अनुमिति का हेतु बन जाता है। अरस्तु द्वारा प्रतिपादित वर्ग समावेश का सिद्धांत वस्तुतः उत्प्लवी संबंध का दूसरा... |
संकेत कर रही है। इसके वस्त्रों का रंग लाल और उसकी सलवटें उर्ध्वलय में हैं। अरस्तु की हस्त मुद्राएं एवं नीले वस्त्र सभी क्षैतिज कर्णवत हैं जो इसी संसार को... |
यूनानी दर्शन (अनुभाग अरस्तू) बना। सुकरात, प्लेटो और अरस्तू ने यूनानी दर्शन को इसकी प्रौढ़ता प्रदान की और पश्चिमी विचारधारा पर न मिटनेवाली छाप लगा दी। अरस्तू के बाद, प्राचीन दर्शन नीचे... |
श्रेष्ठ आचरण अथवा व्यवहार के अर्थ मे भी प्रयुक्त होता है। >पाश्चात्य दर्शन मे सुकरात,प्लेटो,तथा अरस्तु का सद्गुण संबंधी सिद्धांत प्रसिद्ध माना गया है।... |