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गोदान, प्रेमचन्द का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण उपन्यास माना जाता है। कुछ लोग इसे उनकी सर्वोत्तम कृति भी मानते हैं। इसका प्रकाशन १९३६ ई० में हिन्दी ग्रन्थ... |
गोदान १९६३ में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। यह हिन्दी के प्रसिद्ध कथाकार प्रेमचंद के इसी नाम के उपन्यास पर आधारित है। गोदान मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित... |
गोदान (उपन्यास)- प्रेमचंद द्वारा रचित उपन्यास संबंधित लेख है। गोदान हिन्दी फ़िल्म जो प्रेमचंद के उपन्यास पर आधारित है।... |
हैं। उपन्यास में प्रेमचंद ने विधवा समस्या को नए रूप में प्रस्तुत किया है एवं विकल्प भी सुझाया है। इसी पुस्तक में प्रेमचंद की अंतिम और अपूर्ण उपन्यास मंगलसूत्र... |
उपन्यासों में पहला सामाजिक उपन्यास भारतेन्दु हरिश्चंद्र का 'पूर्णप्रकाश' और 'चंद्रप्रभा' मराठी उपन्यास का अनुवाद था। आरम्भ में हिंदी में कई उपन्यास बँगला... |
से 'वसुदेव' के रूप में हिन्दी उपन्यास के उस विकास के चरम के दर्शन होते हैं जो लगभग सात दशकों पूर्व प्रेमचंद के 'गोदान' के रूप में उपलब्ध हुआ था। हिन्दी... |
उद्देश्य अन्तिम व्याख्यान, कफन अन्तिम कहानी, गोदान अन्तिम पूर्ण उपन्यास तथा मंगलसूत्र अन्तिम अपूर्ण उपन्यास माना जाता है। १९०६ से १०३६ के बीच लिखा गया प्रेमचंद... |
प्रेमचंद, प्रथम संस्करण १९२६ तितली कर्मभूमि - प्रेमचंद, प्रथम संस्करण १९३२ गोदान - प्रेमचंद, प्रथम संस्करण १९३६ देवांगना - चतुरसेन शास्त्री आग और धुआं -... |
चरमोत्कर्ष उनके अन्तिम उपन्यास गोदान में दिखाई पड़ता हॅ। "गोदान" लिखने से पहले प्रेमचन्द आदर्शोन्मुख यथार्थवादी थे, परन्तु "गोदान" में उनका आदर्शोन्मुख... |
उन्मुक्त, बाधारहित नियंत्रण विहीन नवप्राप्य। मैं ही ऐसी अल्हड़ थी कि तुम्हारे फंदे में आ गई। [[ ]] प्रेमचंद के प्रसिद्ध उपन्यास गोदान से, अध्याय-27।... |
की प्रतीक व्यवस्था में किया जाता है। उदाहरण के लिए प्रेमचंद के हिंदी उपन्यास गोदान का अंग्रेज़ी में गिफ्ट ऑफ काउ नाम से हुआ अनुवाद। अंतःभाषिक अनुवाद अंतरभाषिक... |
दुर्गादास एक उपन्यास है जो एक वीर व्यक्ति दुर्गादास राठौड़ के जीवन पर मुंशी प्रेमचंद द्वारा लिखित है। इसे एक वीर गाथा भी कह सकते हैं जिससे हमें कई सीख... |
दृष्टिकोण का कारण भी बन सके।" यही कारण है कि गोदान में प्रेमचन्द के परिपक्व दृष्टिकोण के अनुरूप ही वे गोदान के स्थापत्य को भी परिपक्व/ परिपूर्ण मानते हैं।... |
रंगभूमि प्रेमचंद द्वारा रचित उपन्यास है। उपन्यास - रंगभूमि लेखक-मुंशी प्रेमचंद पूँजीवाद के साथ जनसंघर्ष व बदलाव की महान गाथा है प्रेमचंद की ‘रंगभूमि’।... |
फणीश्वर नाथ "रेणु" (अनुभाग उपन्यास) के रूप में प्रसिद्ध कर दिया। कुछ आलोचकों ने इसे गोदान के बाद इसे हिंदी का दूसरा सर्वश्रेष्ठ उपन्यास घोषित करने में भी देर नहीं की। हालाँकि विवाद भी कम... |
मैला आँचल (श्रेणी हिन्दी उपन्यास) मैला आँचल फणीश्वरनाथ 'रेणु' का प्रतिनिधि उपन्यास है। यह हिन्दी का श्रेष्ठ और सशक्त आंचलिक उपन्यास है। नेपाल की सीमा से सटे उत्तर-पूर्वी बिहार के एक पिछड़े... |
बुल्के की आठ सौ पृष्ठ का ग्रन्थ ‘रामकथा : उत्पत्ति और विकास’ उपन्यास -- ‘परीक्षा गुरु’ ‘गोदान’, ‘आपका बंटी’ ‘इदन्नमम’ ‘त्यागपत्र’ ‘मैला आंचल’ ‘कुरु-कुरु... |
मधुरेश (अनुभाग उपन्यास-समीक्षा) सम्बन्धित लेखकों के उपन्यासों का विश्लेषण-मूल्यांकन हुआ है। बाद में उपन्यास-समीक्षा की उनकी दो महत्वपूर्ण पुस्तकें 'समय, समाज और उपन्यास ' एवं 'शिनाख़्त '... |
श्रीनिवासदास के उपन्यास परीक्षागुरू को हिन्दी का पहला उपन्यास कहा जाता है। कुछ विद्वान श्रद्धाराम फुल्लौरी के उपन्यास भाग्यवती को हिन्दी का पहला उपन्यास मानते हैं।... |
एकांकी, प्रसाद के सम्पूर्ण उपन्यास तथा प्रसाद की सम्पूर्ण कहानियाँ एवं निबन्ध के नाम से भी सजिल्द एवं पेपरबैक में उपलब्ध।] गोदान का महत्त्व प्रेमचन्द की... |