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हुई है। यह सनातन धर्म का प्रमुख ग्रन्थ है। ऋग्वेद की रचनाओं को पढ़ने वाले ऋषि को होत्र कहा जाता है। ऋग्वेद सबसे पुराना ज्ञात वैदिक संस्कृत पुस्तक है।... |
ऋग्वेद-संहिता ऋग्वैदिक वाङ्मय का मन्त्र-भाग है। इसमें १०२८ सूक्त हैं। इसे विश्व का प्राचीनतम ग्रंथ माना जाता है। विद्वानों के अनुसार ऋग्वेद ६००० इशापूर्व... |
ऋग्वेद में स्तोत्रों को संकलित किया गया है ऋग्वेद में 1028 सूक्त(ऋचाएं)संकलित हैं ऋग्वेद 10 मंडलों में विभाजित है ऋग्वेद की मूल लिपि ब्राह्मी को माना... |
भारत में एक प्राचीन राजा थे जिनका उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है। वे दशराज्ञ युद्ध के विजेता थे जिसका वर्णन ऋग्वेद ७:१८, ७:३३ और ७:८३:४-८ में है। उनका जीवनकाल... |
एक शाखा थी। इनका उल्लेख ऋग्वेद के तीसरे मंडल में मिलता है जो इसी समुदाय के महऋषि विश्वामित्र द्वारा रचित कहा जाता है। ऋग्वेद ३:३३ में पूर्ण भारत क़बीले... |
ऋग्वेद का कूट-ज्योतिष यह अंग्रेज़ी में लिखी सुभाष काक की १९९४ (और २००० में बड़ा संस्करण) प्रकाशित पुस्तक दि एस्ट्रोनोमिकल कोड ऑफ दि ऋग्वेद है। इसमें सदियों... |
तो दिवोदास का लेख देखें दिवोदास भारत में एक प्राचीन राजा थे जिनका उल्लेख ऋग्वेद में मिलता है। वे सुदास नामक राजा के पिता थे जो दशराज्ञ युद्ध के विजेता थे... |
वैदिक सभ्यता (अनुभाग ऋग्वेद) प्रमुख स्रोत हैं। वेद चार है - ऋग्वेद, सामवेद, अथर्ववेद और यजुर्वेद। इनमें से ऋग्वेद की रचना सबसे पहले हुई थी। ' ऋग्वेद के काल निर्धारण में विद्वान एकमत... |
सामवेद या सामगान का विवरण ऋग्वेद में भी मिलता है - जिसे हिन्दू परंपरा में प्रथमवेद और पश्चिमी जगत प्राचीनतम वेद मानता है। ऋग्वेद में कोई ३१ जगहों पर सामगान... |
अपनी अलग अलग शाखा है): ऋग्वेद संहिता सामवेद संहिता यजुर्वेद संहिता (शुक्ल और कृष्ण) अथर्ववेद संहिता भाषाविद और इतिहासकार ऋग्वेद संहिता को पूरे विश्व के... |
संख्या में चार हैं जो हिन्दू धर्म के आधार स्तंभ हैं। ऋगवेद सामवेद अथर्ववेद यजुर्वेद यद्यपि वेद से ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद की संहिताओं का ही... |
सरस्वती नदी (अनुभाग ऋग्वेद में सन्दर्भ) कहलाता था। सरस्वती नदी पौराणिक हिन्दू ग्रन्थों तथा ऋग्वेद में वर्णित मुख्य नदियों में से एक है। ऋग्वेद के नदी सूक्त के एक मंत्र (१०.७५) में सरस्वती नदी... |
गृत्समद (श्रेणी ऋग्वेद) गृत्समद वैदिक काल के एक ऋषि थे, जिन्हें ऋग्वेद के द्वितीय मंडल का अधिकांश भाग (43 में से 36, जिनमें से भजन 27-29 को उनके बेटे कूर्मा और 4-7 सोमहुति की... |
नाम से जाना जाता है। ऋग्वेद में ३९८ बार अश्विनीकुमारों का उल्लेख हुआ है, और ५० से अधिक ऋचाएँ केवल उनकी ही स्तुति के लिए हैं। ऋग्वेद में दोनों कुमारों के... |
विष्णु (अनुभाग ऋग्वेद में विष्णु) पूर्ववत्-1.154.5. ऋग्वेद,पूर्ववत्-1.22.19. ऋग्वेद,पूर्ववत्-7.99.5. ऋग्वेद,पूर्ववत्-1.154.3. ऋग्वेद,पूर्ववत्-1.154.2. ऋग्वेद,पूर्ववत्-8.25.12. ऋग्वेद,पूर्ववत्-1... |
दीर्घतमस (श्रेणी ऋग्वेद) दीर्घतमस एक प्राचीन ऋषि थे। उनकी ऋग्वेद की जिनकी दार्शनिक ऋचाएँ प्रसिद्ध हैं। वे ऋग्वेद के प्रथम मण्डल के १४० से लेकर १६४ तक के सूक्तों के रचयिता हैं।... |
रुद्र (श्रेणी ऋग्वेद) शक्तिशाली देवता माने गये हैं। ये ऋग्वेद में वर्णन की मात्रात्मक दृष्टि से गौण देवता के रूप में ही वर्णित हैं। ऋग्वेद में रुद्र की स्तुति 'बलवानों में... |
ऐतरेय उपनिषद , ऋग्वेद का एक उपनिषद है। ऋग्वेद के ऐतरेय आरण्यक के अन्तर्गत द्वितीय आरण्यक के अध्याय 4, 5 और 6 का नाम ऐतरेयोपनिषद् है। यह उपनिषद् ब्रह्मविद्याप्रधान... |
वैदिक साहित्य (अनुभाग ऋग्वेद) 4500 ई.पू. माना। श्री अविनाशचन्द्र दास तथा पावगी ने ऋग्वेद में वर्णित भूगर्भ-विषयक साक्षी द्वारा ऋग्वेद को कई लाख वर्ष पूर्व का निर्मित ठहराया है। वैदिक... |
अपाम नपात (श्रेणी ऋग्वेद) दीर्घात्माएँ और ईन्ट की वेदियों का निर्माण; ऋग्वेद १:१४३ का अध्ययन (अंग्रज़ी में), लैज़लो फोरिज़ के वेबपृष्ठ पर ऋग्वेद भाष्यम: संस्कृतार्यभाषाभ्याम समन्वितम... |