चंद्रकला

पृथ्वी से देखने पर चंद्रमा के सीधे सूर्य के प्रकाश वाला भाग जैसा दिखाई देता है, उसे चंद्रकला या चंद्रमा की कला कहा जाता है। चंद्रमा की कला धीरे-धीरे एक चंद्रमास (लगभग 29.53 दिन) में बदलती रहती हैं क्योंकि पृथ्वी और पृथ्वी के चारों ओर चंद्रमा की कक्षीय स्थिति सूर्य के चारों ओर घूमती है। चंद्रमा की कक्षा में चंद्रमा की स्थिति के आधार पर, चंद्रमा का प्रकाश वाल भाग पृथ्वी से हमें कभी काम या कभी अधिक दिखाई देता है । इस प्रकार, अमावस्या को हमें चन्द्रमा के प्रकाश वाले भाग का 0% ही दिखाई देता है जो धीरे धीरे बढ़कर पूर्णिमा को से 100% दिखने लगता है ।

उत्तरी गोलार्द्ध से वर्ष २०२१ में एक एक घंटे के अंतराल पर देखी गई चन्द्रमा की कलाएँ
दक्षिणी गोलार्द्ध से वर्ष २०२१ में एक एक घंटे के अंतराल पर देखी गई चन्द्रमा की कलाएँ
चंद्रकला
गर्मी की एक सुबह कैलिफोर्निया में सैन गोर्गोनियो पर्वत के पीछे अस्त होता हुआ पूर्णिमा का चंद्रमा ।

चन्द्रमा की कलाएँ

चंद्रकला 
उत्तरी गोलार्ध से दक्षिण की ओर देखने पर चंद्रमा की कलाएँ । दक्षिणी गोलार्ध से उत्तर की ओर देखने पर प्रत्येक कला को 180° घूम जाती है आरेख का ऊपरी भाग पैमाने के अनुसार नहीं है ( चंद्रमा वास्तव में पृथ्वी से बहुत दूर है जबकि चित्र में निकट प्रतीत हो रहा है )

Tags:

चन्द्रमा

🔥 Trending searches on Wiki हिन्दी:

राजनीतिहर्षवर्धनभारतीय राष्ट्रीय विकासशील समावेशी गठबंधनभारतीय संविधान सभाजय श्री कृष्णाबृजभूषण शरण सिंहमहावीरबैंकमनमोहन सिंहराजनीतिक दलदिल्ली विधान सभा चुनाव, 2025जयप्रकाश नारायणबीकानेरसपना चौधरीअखिलेश यादवबिहार विधान सभामाध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेशमेइजी पुनर्स्थापनभारतीय थलसेनाराष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा- 2005नरेन्द्र मोदीलड़कीजियोएचडीएफसी बैंकमौसमदेवनागरीभाषाविज्ञानगेहूँसचर समितिमुसलमानभारत का इतिहासभारतीय क्रिकेट टीमक्रिकेटकैबिनेट मिशनये रिश्ता क्या कहलाता हैबद्रीनाथ मन्दिरउत्तर प्रदेशखो-खोभूपेश बघेलनीति आयोगएजाज़ खानरोहित शर्मागुरु नानकदिव्या भारतीमध्य प्रदेशरानी लक्ष्मीबाईकश्यप (जाति)सैम पित्रोडागुप्त राजवंशयौन आसनों की सूचीदमन और दीवप्यारसुबृत पाठकप्रतिदर्शफ़तेहपुर सीकरीयीशुचन्द्रमासमुदायमारवाड़ीस्त्री जननांगसाइमन कमीशनपारिभाषिक शब्दावलीसनम तेरी कसम (2016 फ़िल्म)मलिक मोहम्मद जायसीहिंदी की विभिन्न बोलियाँ और उनका साहित्यकुछ कुछ होता हैनदिया के पार (१९८२ फ़िल्म)भारत की भाषाएँविज्ञापनअर्थशास्त्र (ग्रन्थ)कुंडली भाग्यसूरदासलखनऊसूर्यकान्त त्रिपाठी 'निराला'रामचरितमानसशारीरिक शिक्षाजलियाँवाला बाग हत्याकांड🡆 More