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निरुक्त वैदिक साहित्य के शब्द-व्युत्पत्ति (etymology) का विवेचन है। यह हिन्दू धर्म के छः वेदांगों में से एक है - इसका अर्थ: व्याख्या, व्युत्पत्ति सम्बन्धी... |
हिन्दू धर्म एक धर्म (या, जीवन पद्धति) है जिसके अनुयायी अधिकांशतः भारत, नेपाल और मॉरिशस में बहुमत में हैं। इसके अलावा सूरीनाम, फिजी इत्यादि। इसे विश्व... |
हिन्दू धर्म किसी एक व्यक्ति द्वारा प्रवर्तित धर्म नहीं है। इसका एक आधार वेदादि धर्मग्रन्थ हैं, जिनकी संख्या बहुत बड़ी है। ये सब दो भागों में विभक्त हैं-... |
यद्यपि वर्तमान समय का हिन्दू धर्म वैदिक धर्म से बहुत सीमा तक भिन्न है, किन्तु वैदिक धर्म से ही हिन्दू धर्म को स्वरूप मिला। वैदिक धर्म का विकास प्रारंभिक... |
वेदांग (श्रेणी हिन्दू धार्मिक ग्रंथ) वेदाङ्ग हिन्दू धर्म ग्रन्थ हैं। वेदार्थ ज्ञान में सहायक शास्तवेदांग कहा जाता है। शिक्षा, कल्प, व्याकरण, ज्योतिष, छन्द और निरूक्त - ये छः वेदांग है। शिक्षा... |
वैदिक देवता (श्रेणी हिन्दू धर्म) वेदों में वर्णित देवताओं को वैदिक देवता कहते हैं - ये आधुनिक हिन्दू धर्म में प्रचलित देवताओं से थोड़े अलग हैं। वेदों के प्रत्येक मंत्र का एक देवता होता... |
(संस्कृत: वर्ण), के कई अर्थ होते हैं, जैसे प्रकार, क्रम, रंग या वर्ग। निरुक्त के'वर्णो वृणोते:' सूत्र के अनुसार 'वर्ण' वह है, जिसका गुणानुसार परखकर वरण... |
आरण्यक (श्रेणी हिन्दू धर्म) हैं। डाक्टर कीथ इसे निरुक्त की अपेक्षा अर्वाचीन मानकर इसका रचनाकाल षष्ठ शताब्दी विक्रमपूर्व मानते हैं, परंतु वस्तुत: यह निरुक्त से प्राचीनतर है। ऐतरेय... |
वैदिक साहित्य (श्रेणी हिन्दू धर्म) तालिका और कोश निघंटु कहलाते थे और इनकी व्याख्या निरुक्त में होती थी। आजकल केवल यास्काचार्य का निरुक्त ही उपलब्ध होता है। इसका समय 800 ई. पू. के लगभग है।... |
रुद्र (श्रेणी हिन्दू देवता) रोरूयमाणो द्रवतीति वा, रोदयतेर्वा, यदरुदंतद्रुद्रस्य रुद्रत्वं' इति काठकम्। (निरुक्त देखें, १०.१.१-५) रु' का अर्थ 'शब्द करना' है - जो शब्द करता है, अथवा शब्द... |
नारद पुराण (श्रेणी हिन्दू धार्मिक ग्रन्थ) व्याकरण में शब्दों के रूप तथा उनकी सिद्धि आदि का पूरा विवेचन किया गया है। निरुक्त इसमें शब्दों के निर्वाचन पर विचार किया जाता है। शब्दों के रूढ़ यौगिक और... |
से जोड़ा है जो प्राचीन पारसी धर्म के ईरानी-आर्य लोगों का पेय था। सनातन परंपरा में वेदों के व्याखान के लिए प्रयुक्त निरुक्त में सोम को दो अर्थों बताया गया... |
वेद (श्रेणी हिन्दू धर्म) ध्वनियों का उच्चारण। निरुक्त - शब्दों का मूल भाव। इनसे वस्तुओं का ऐसा नाम किस लिये आया इसका विवरण है। शब्द-मूल, शब्दावली, और शब्द निरुक्त के विषय हैं। व्याकरण... |
सूत्र (अनुभाग हिन्दू दर्शन) गणित में 'सूत्र' शब्द का उपयोग 'फॉर्मूला' के अर्थ में किया जाता है। हिन्दू (सनातन धर्म) में सूत्र एक विशेष प्रकार की साहित्यिक विधा का सूचक भी है। जैसे पतंजलि... |
के चक्षु किरणों से सुसज्जित होते हैं। ५वीं / ६ठी शताब्दी ईसा पूर्व की निरुक्त ( निर॰ १२.१३) भग को प्रभात के देवता के रूप में वर्णित करती है। ऋग्वेद में... |
कल्प (वेदांग) (श्रेणी हिन्दू धर्म) कर्मकाण्डों का विवरण देता है। अन्य वेदांग हैं- शिक्षा (प्रातिशाख्यादि), व्याकरण, निरुक्त, छंदशास्त्र और ज्योतिष। अनेक वैदिक ऐतिहासिकों के मत से कल्पग्रंथ या कल्पसूत्र... |
मित्र वरुण (श्रेणी हिन्दू देवी देवता) वरुण की कृष्ण पक्ष सप्तमी को अर्चना की जाती है। वेदों के पारंपरित शब्दकोश निरुक्त-निघंटु में मित्रावरुणौ में से मित्र-वरुण दोनों को वायु कहा गया है। मित्र... |
कोश (अनुभाग हिन्दी कोश) लोक से उठ गया था और लोगों को उनके समझने में कठिनाई होने लगी थी। यास्क का निरुक्त ऐसे ही एक निघंटु का भाष्य है। यास्क द्वारा व्याख्यात निघंटु पंचाध्यायी... |
तन्त्र (श्रेणी हिन्दू धर्म) शब्द के अर्थ बहुत विस्तृत है। तन्त्र-परम्परा एक हिन्दू एवं बौद्ध परम्परा तो है ही, जैन धर्म, सिख धर्म, तिब्बत की बोन परम्परा, दाओ-परम्परा तथा जापान की... |
किशोरीदास वाजपेयी (श्रेणी हिन्दी साहित्यकार) प्रथम व्याकरण’, ‘हिन्दी निरुक्त’, ‘हिन्दी शब्द-मीमांसा’, ‘भारतीय भाषा विज्ञान’, ‘हिन्दी की वर्तनी तथा शब्द विश्लेषण’, ‘अच्छी हिन्दी’, `राष्ट्रभाषा का... |