यह पृष्ठ अन्य भाषाओं में उपलब्ध नहीं है।
इस विकि पर "आयुर्वेद" नाम से एक पन्ना मौजूद है
हैं। भारत, नेपाल और श्रीलंका में आयुर्वेद का अत्यधिक प्रचलन है, जहाँ लगभग ८० प्रतिशत जनसंख्या इसका उपयोग करती है। आयुर्वेद विश्व की प्राचीनतम चिकित्सा प्रणालियों... |
है। इस संहिता में भी आयुर्वेद के अतिमहत्त्व के सिद्धान्त यत्र-तत्र विकीर्ण है। चरक, सुश्रुत, काश्यप आदि मान्य ग्रन्थकार आयुर्वेद को अथर्ववेद का उपवेद... |
चिकित्सा महाविद्यालय, आयुर्वेद महाविद्यालय, वाराणसी श्री लाल बहादुरशास्त्री मेमोरियल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, इलाहाबाद राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय, तिरुअनंतपुरम... |
आयुर्वेद के सन्दर्भ में, जो शरीर के धातुओं एंवम् उपधातुओं को मलिन करते हैं वे मल कहलाते हैं ( "मलिनीकरणान्मलाः") । स्वेद (पसीना), मूत्र और पुरीष को मल... |
स्वतंत्रता के पश्चात आयुर्वेद चिकित्सा विज्ञान ने बहुत प्रगति की है। भारत सरकार द्वारा स्थापित संस्था ‘’केन्द्रीय आयुर्वेद एवं सिद्ध अनुसंधान परिषद’’... |
आयुर्वेद के अनुसार पाचन एवं उपापचय की सभी क्रियाएं अग्नि के द्वारा सम्पन्न होतीं हैं। इसको 'पक्वाग्नि' कहते हैं। अग्नि को आहार नली, यकृत तथा ऊतक कोशिकाओं... |
राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान भारत में आयुर्वेद से सम्बन्धित प्रशिक्षण और अनुसंधान का सर्वोच्च संस्थान है। इसकी स्थापना १९७६ में जयपुर में हुई थी। यह डॉ सर्वपल्ली... |
उत्तर पूर्वी संस्थान के आयुर्वेद एंड होमियोपैथी (NEIAH), एक स्वायत्त संस्थान है जो आयुष मंत्रालय , भारत सरकार के तहत कार्य करता है। यह मावडियांगडियांग... |
उत्पादों के निर्माण हेतु की गई है। सन् 2006 में पतंजलि आयुर्वेद की स्थापना हुई। वर्तमान में पतंजलि आयुर्वेद आयुर्वेदिक औषधियों और विभिन्न खाद्य पदार्थों का उत्पादन... |
विश्व आयुर्वेद परिषद की स्थापना १९७७ में हुई थी। इसका लक्ष्य आयुर्वेद को पुनः प्रतिष्ठित करना है। यह 'विश्व आयुर्वेद जर्नल' नामक एक पत्रिका भी प्रकाशित... |
अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (Indian Institute of Ayurveda / AIIA) दिल्ली स्थित भारत का सार्वजनिक आयुर्वेद चिकित्सा एवं अनुसंधान संस्थान है। इसकी स्थापना... |
गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय भारत के गुजरात राज्य के जामनगर में स्थित एक आयुर्वेद विश्वविद्यालय है। भारत और विश्व दोनों में यह अपने तरह का पहला विधिमान्य... |
एक सुप्रसिद्ध आयुर्वेद एवं सिद्ध विद्वान इसके उपाध्यक्ष होते हैं। शासीनिकाय - स्थायीवित्त समिति, वैज्ञानिक परामर्शदात्री समिति, आयुर्वेद एवं सिद्ध, निदान... |
आयुर्वेद में परजीवियों को 'कृमि' कहते हैं। आयुर्वेद में इनके तीन प्रकार कहे गये हैं- (१) कफज (२) पुरीषज (३) रक्तज कृमिरोग... |
एम॰डी॰ (आयुर्वेद) अथवा आयुर्वेद वाचस्पति भारत के आयुर्वेद चिकिस्ता संस्थानों में चलने वाला तीन वर्षिय कार्यक्रम है। यह भारत और श्रीलंका के विभिन्न संस्थानों... |
उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय, उत्तराखण्ड के देहरादून में स्थित एक राज्य विश्वविद्यालय है। सन 2009 में उत्तराखण्ड सरकार द्वारा उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय... |
कायाकल्प आयुर्वेद में वर्णित एक प्रकार की चिकित्सा विधि है जिससे नवजीवन प्राप्त होता है। कायाकल्प प्राचीन काल में आयुर्वेद में कायाकल्प चिकित्सा का महत्वपूर्ण... |
आयुर्वेद विश्वविद्यालय राजस्थान का प्रथम आयुर्वेद विश्वविद्यालय है। भारत में अपने तरह का यह दूसरा विश्वविद्यालय है। पहले इसका नाम 'राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय'... |
आयुर्वेद में पदार्थ विज्ञान का बड़ा महत्व है। पदार्थ विज्ञान (मैटेरियल साइन्स) रस (आयुर्वेद) द्रव्यगुण विज्ञान पदार्थविज्ञान... |
आयुर्वेद में चिकित्सा आरम्भ करने के पहले रोगपरीक्षा तथा रोगीपरीक्षा करने का प्रावधान है। रोगमादौ परीक्षेत ततोनन्तरं औषधम् । ततः कर्म भिषक् पश्चात् ज्ञानपूर्वं... |