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जनपदों का उल्लेख मिलता है। महाजनपदों की संख्या १६ है, इन १६ महाजनपदों में सबसे बड़ा महाजनपद मगध को कहा जाता है। कई महाजनपद उत्तर वैदिक काल (ल. 1100 ई... |
मगध प्राचीन भारत के 16 महाजनपदों में से एक था। आधुनिक पटना तथा गया जिला इसमें शामिल थे। इसकी राजधानी "गिरिव्रज" (वर्तमान राजगीर) बाद में "पाटलिपुत्र" थी।... |
क्षेत्र में प्रभुत्व रहा। मगध साम्राज्यों की सूची निम्नलिखित है: महाजनपद मगध महाजनपद भारत का इतिहास हिन्दू धर्म का इतिहास भारत के राजवंशों और सम्राटों... |
इन्हें मगध से पराजित होना पड़ा। महाभारत काल में यह कर्ण का राज्य था। इसका प्राचीन नाम मालिनी था। इसके प्रमुख नगर चम्पा (बंदरगाह), अश्वपुर थे। महाजनपद... |
मगध प्राचीन भारत का एक जनपद था, जिसका अस्तित्व वैदिक काल में हुआ था। महाजनपद काल में मगध सबसे प्रमुख महाजनपद के रूप में उभरा। नंद वंश और मौर्य वंश के शासन... |
मल्ल महाजनपद के राजा महाराज विश्वसेन थे उनका यहाँ पर राज्य चलता था इनका जन्म चंद्रकेतु के परिवार में हुआ था विश्व सेन एक वीर प्रतापी राजा थे महाभारत कलिंग... |
कोशल (कौशल महाजनपद से अनुप्रेषित) महाजनपदों में से एक था। इसका क्षेत्र आधुनिक गोरखपुर के पास था। इसकी प्रथम राजधानी अयोध्या और द्वितीय राजधानी श्रावस्ती थी। चौथी सदी ईसा पूर्व में मगध... |
प्रद्योत वंश (श्रेणी मगध) दी और मगध पर हर्यक वंश की स्थापना की। मगध महाजनपद हर्यक वंश भारत का इतिहास मगध के राजवंशों और शासकों की सूची बृहद्रथ राजवंश (मगध) वैदिक कालीन मगध का इतिहास... |
अवन्ति (अवन्ति महाजनपद से अनुप्रेषित) अवन्ति प्राचीन भारत के सोलह महाजनपदों में से एक था। आधुनिक मालवा ही प्राचीन काल की अवन्ति था, जिसके दो भाग थे। उत्तरी अवन्ति जिसकी राजधानी उज्जयिनी (अवंती)... |
औरंगाबाद, बिहार (अनुभाग इन्हें भी देखें) ”गढ़वाल बिहार में गहरावाल”) शामिल है प्राचीन काल में, औरंगाबाद, मगध (१२००-९०० ईसा पूर्व ) महाजनपद में स्थित था। बिहार विभूति डा अनुग्रह नारायण सिन्हा-(बिहार... |
शिशुनाग वंश (श्रेणी मगध) रखी। इसी के साथ शिशुनाग वंश का अन्त हो गया और नंद वंश का उदय हुआ। मगध महाजनपद नंद वंश मगध के राजवंशों और शासकों की सूची भारत के राजवंशों और सम्राटों की सूची... |
अजातशत्रु काश्य (अनुभाग इन्हें भी देखें) बृहदारण्यक उपनिषद के अनुसार काशी महाजनपद का एक अत्यंत प्राचीन राजा जिसे अजातशत्रु काश्य अथवा अजातरिपु भी कहते हैं। इसने गार्ग्य बालाकि ऋषि को वाद-विवाद... |
कुरु (अनुभाग इन्हें भी देखें) काल (ल. 1200 से 600 ई.पू तक साम्राज्य के रूप मे और ल. 600 से 350 ई.पू तक महाजनपद के रूप मे शासन किया) और भारतीय उपमहाद्वीप में पहले दर्ज राज्य-स्तरीय समाज... |
चांदन नदी (अनुभाग इन्हें भी देखें) में अंग महाजनपद की राजधानी, चम्पा, इसके किनारे स्थित थी और नदी का नाम भी तब चम्पा था। यदि ऐसा है तो यह नदी अंग महाजनपद और मगध के बीच की सीमा भी रही होगी।... |
वत्स (श्रेणी महाजनपद) वत्स या वंश या बत्स या बंश प्राचीन भारत के 16 महाजनपदों में से एक था। यह आधुनिक इलाहाबाद केन्द्रित था। उत्तरपूर्व में यमुना की तटवर्ती भूमि इसमें सम्मिलित... |
नंद वंश (अनुभाग इन्हें भी देखें) शाकटाय तथा स्थूल भद्र धनानन्द के जैन मतावलम्बी अमात्य थे। मगध महाजनपद मौर्य वंश भारत का इतिहास मगध के राजवंशों और शासकों की सूची भारत के राजवंशों और सम्राटों... |
गांधार (जनपद) (श्रेणी महाजनपद) गांधार प्राचीन भारत के 16 महाजनपदों में से एक था। इस प्रदेश का मुख्य केन्द्र आधुनिक पेशावर और आसपास के इलाके थे। इस महाजनपद के प्रमुख नगर थे - पुरुषपुर... |
गढ़ पंचकोट (अनुभाग इन्हें भी देखें) राजवंश मगध महाजनपद से भी पुराना है और रघुवंशी राजा राम को समर्पित है, जो अब खण्डहर-स्थिति में है। यहाँ प्रसिद्ध पंचरत्न मन्दिर के अवशेष आज भी हैं। इस... |
बंगाल (अनुभाग इन्हें भी देखें) बंगाली लोग रहते हैं। इनकी मातृभाषा बांग्ला है। प्राचीन काल में बंगाल मगध तथा अंग महाजनपद प्रदेशों का अंग था। मध्यकाल में दिल्ली सल्तनत के अधीन रहा तथा बाद... |
लिच्छवि (अनुभाग इन्हें भी देखें) है। गौतम बुद्ध के समसामयिक मगध के राजा बिंबसार ने वैशाली के लिच्छवि लोगों के यहाँ संबंध किया था। पीछे गुप्त सम्राट् ने भी लिच्छवि कन्या से विवाह किया... |