उत्तर कोरिया-दक्खिन कोरिया संबंध के अंतर्गत राजनीतिक, बानिज्यिक, कूटनीतिक (डिप्लोमैटिक) आ सैन्य संबंध सामिल बाड़ें जे दू पक्ष - उत्तर कोरिया आ दक्खिन कोरिया के बीचा में इतिहासी संघर्ष आ समझौता के परिणाम बाड़ें। दक्खिन कोरिया के रिपब्लिक ऑफ कोरिया भा आरओके कहल जाला आ उत्तर कोरिया के नाँव डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कोरिया भा छोट रूप में डीपीआरके हवे।
उत्तर कोरिया | दक्खिन कोरिया |
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दुन्नों के बीचा में संबंध के सुरुआत साल 1945 में भइल जब दुसरा बिस्व जुद्ध के बाद कोरिया के बिभाजन भ गइल। एकरे बाद से ले के अबतक ले दुनों देस आपसी संघर्ष में बाड़ें। साल 1950 में ई संघर्ष कोरियाई जुद्ध के रूप में फाट परल आ एकरे बाद से लगातार इनहन के संबंध अइसन रहल बा जे दुन्नों के एकीकरण में बाधके रहे ला।
साल 2014 में बीबीसी वल्ड सर्विस के एगो सर्वेक्षण में ई सोझा आइल कि, 3% दक्खिन कोरियाई लोग के बिचार में उत्तर कोरिया के परभाव सकारात्मक बा, जबकि 91% लोग उत्तर कोरिया के प्रति नकारात्मक बिचार रखे वाला मिलल; एह आँकड़ा के हिसाब से देखल जाव त दक्खिन कोरिया अइसन देस बा जे उत्तर कोरिया के नापसंद करे वाला देसन में जापान के बाद दूसरा नमर प बाटे। हालाँकि, साल 2014 के सरकारी-फंडिंग वाला सर्वे में 13% दक्खिन कोरियाई लोग उत्तर कोरिया के लड़ाका मानल आ 58% लोग के बिचार रहे कि देस के उत्तर कोरिया के साथे सहजोग के संबंध रखे के चाहीं।
साल 2017 में, राष्ट्रीय एकता खातिर कोरियाई इंस्टीट्यूट के हिसाब से, 58% दक्खिन कोरियाई लोग के बिचार रहे कि एकीकरण जरूरी बा। एह संख्या में, देखल जाय त कमी आइल बा काहें से कि साल 2016 में 62% लोग अइसन माने वाला रहल। साल 2017 के सर्वे में सामिल 14% लोग के कहनाम रहल कि 'हमनी के वास्तव में एकीकरण के जरूरत बा' जबकि 44% लोग कहल कि 'एकीकरण के कुछ हद तक चाहत बा'। सर्वे में सवाल रहल कि 'का हमनी के तबो एकीकरण के जरूरत बा जबकि आरओके आ डीपीआरके दुनों सांती से साथे-साथे अस्तित्व में रह सके लें?, 46% लोग सहमत भइल आ 32% असहमत भइल।
साल 2018 में, दक्खिन कोरिया में भइल जाड़ा ओलंपिक में उत्तर कोरिया के टीम शामिल भइल, एकरा के बहुत बड़ कूटनीतिक उपलब्धी मानल गइल। एही साल दुन्नों देस के बिछा में शांति, समृद्धि आ एकीकरण खातिर पनमुनजोम घोषणा पर दस्खत भइल।
27 अप्रैल के 2018 अंतर-कोरियाई शिखर बार्ता संपन्न भइल जेह में दक्खिन कोरिया के राष्ट्रपति मून जाए-इन आ उत्तर कोरिया के किम जोंग-उन सामिल भइल लोग। ई अइसन पहिला मोका भी रहल कि कोरियाई जुद्ध के बाद से कौनों उत्तर कोरियाई नेता दक्खिन कोरिया के क्षेत्र में प्रवेश कइले होखे। दुनों नेता लोग के बिचा में मुलाकात ओही लाइन पर भइल जहाँ से ई दुनों देस अलग होखे लें। किम जोंग-उन एह लाइन के पार कइलेन आ ओकरे बाद कैमरा सभ खातिर पोज देवे के बाद मून जाए-इन के हाथ थाम के कुछ दूर उत्तर के ओर सीमा पार क के गइल लोग। एह शिखर बार्ता के समापन एह वादा आ स्वीकरण के बाद भइल कि दुनों देस कोरियाई प्रायदीप में पूरा डीन्यूक्लियराइजेशन (परमाणु हथियार के एकदम खात्मा) खातिर काम करिहें। दुनों नेता लोग एह बात प सहमत भइल कि कोरियाई इलाका से सगरी परमाणु हथियार के साल भितरे खत्म क के कोरियाई जुद्ध के ऑफिशियल समापन के घोषणा होखी जे 1950 से 1953 के बिचा में सुरू भइल रहल।पनमुनजोम घोषणा, जे दुनों नेता लोग दस्खत कइल, के हिस्सा के रूप में, दुनों नेता लोग एह बात प भी सहमत भइल कि बाडर वाला इलाका में मलेटरी गतिबिधि सभ प रोक लगावल जाई आ दुनों कोरिया सभ के एकीकरण के ओर काम कइल जाई।
एकरे अलावा, दुनों देस के नेता लोग बाडर वाला इलाका में रेलवे के अपग्रेड करे खाती काम करे प भी सहमती बनावल।
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