यह पृष्ठ अन्य भाषाओं में उपलब्ध नहीं है।
इस विकि पर "१९४४+प्रकाशित+पुस्तकें" नाम का पृष्ठ बनाएँ! खोज परिणाम भी देखें।
चित्रा मुद्गल (श्रेणी 1944 में जन्मे लोग) लेख-संकलन, एक बाल उपन्यास, चार बालकथा-संग्रह, छह संपादित पुस्तकें। गुजराती में दो अनूदित पुस्तकें प्रकाशित। अंग्रेज़ी में 'हाइना ऐंड अदर शार्ट स्टोरीज' बहुप्रशंसित।... |
भारत की खोज (भारत की खोज (पुस्तक) से अनुप्रेषित) Discovery of India) की रचना 1944 में अप्रैल-सितंबर के बीच अहमदनगर की जेल में जवाहरलाल नेहरू द्वारा की गई थी। इस पुस्तक को नेहरू जी ने अंग्रज़ी में लिखा... |
श्रीमद्भग्वद्गीता पर एक टिप्पणी लिखी, गौड़ीय मठ के कार्य में सहयोग दिया तथा १९४४ में बिना किसी की सहायता के एक अंगरेजी आरंभ की जिसके संपादन, टंकण और परिशोधन... |
जोहान्स जेन्सेन (अनुभाग प्रकाशित पुस्तकें) रूप में अपनी अमेरिका यात्रा की कहानी भी लिखी। 76 वर्ष की उम्र में प्रकाशित पुस्तक अफ्रीका में यात्रा-वर्णन के साथ-साथ उनके पत्रकारिता और सांस्कृतिक ज्ञान... |
सामग्री ज्ञानकोश के उपयुक्त नहीं है। इसे हटाया जा सकता है। (सितंबर 2014) स्रोत खोजें: "१९४४" – समाचार · अखबार पुरालेख · किताबें · विद्वान · जेस्टोर (JSTOR)... |
मैन-ईटर्स ऑफ़ कुमाऊँ (श्रेणी प्रसिद्ध भारतीय पुस्तकें) लिखी हुई एक किताब है। इस पुस्तक में उनके 1920 से 1930 के मध्य कुमाऊँ के नरभक्षी बाघों और तेंदुओं की शिकार कथाएँ हैं। इसे 1944 में ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी... |
प्रेमचंद (अनुभाग आलोचनात्मक पुस्तकें) आती हैं। प्रेमचंद की तीन जीवनीपरक पुस्तकें सर्वाधिक महत्वपूर्ण हैं: प्रेमचंद घर में- १९४४ ई. में प्रकाशित यह पुस्तक प्रेमचंद की पत्नी शिवरानी देवी द्वारा... |
पुस्तक वाचन और प्रसारण के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया गया। दीनानाथ मल्होत्रा प्रसिद्ध आर्यसमाजी बलिदानी महाशय राजपाल के पुत्र थे। उन्होने सन १९४४ में... |
सहायता से स्थापित हुआ था। उस समय इसके क्षेत्र में अफगानिस्तान भी आता था। सन १९४४ में, जब मॉर्टिमर व्हीलर महानिदेशक बने, तब इस विभाग का मुख्यालय, रेलवे बोर्ड... |
जीवनानामक मैगजीन का संपादक सन १९४४ से १९६५ रहे। आवेशपूर्ण कवि होने के कारण उन्होने कुल मिलाके १२३ पुस्तक कन्नड भाषा में और १७ पुस्तक अंग्रेजी भाषा में, लगभग... |
काव्यग्रन्थ झरा पालोक (१९२७) धूसर पाण्दुलिपि (१९३६) वनलता सेन (१९४२) महापृथिबी (१९४४) सातटि तारार तिमिर (१९४८) श्रेष्ठो कविता (१९५४) रूपसी बांगल (१९५७) बेला अबेला... |
मैत्रेयी पुष्पा (श्रेणी 1944 में जन्मे लोग) की मैत्रेयी पुष्पा से निरंतर ब्लॉगज़ीन में प्रकाशित बातचीत। भारतीय साहित्य संग्रह पर मैत्रेयी की पुस्तकें मंच से बिन्नू बोलेगी या फिर मैत्रेयी पुष्पा... |
रामविलास शर्मा (अनुभाग प्रकाशित कृतियाँ) किया है। उनकी पूर्व प्रकाशित कुछ पुस्तकें संशोधित-परिवर्धित रूप में भिन्न नामों से प्रकाशित हुईं। साहित्यिक आलोचना की तीन पुस्तकों -- प्रगति और परम्परा... |
वहीं हुई। किशोरावस्था से लिखना शुरू किया: कविता, कहानी और निबंध। प्रकाशित पुस्तकें पचास से अधिक। महत्त्वपूर्ण रचनाएं अनेक देशी विदेशी भाषाओं में अनूदित।... |
डॉ॰ पीताम्बरदत्त बड़थ्वाल (१३ दिसंबर, १९०१-२४ जुलाई, १९४४) हिंदी में डी.लिट. की उपाधि प्राप्त करने वाले पहले शोधार्थी थे। उन्होंने अनुसंधान और खोज... |
जन्मदिन, मूर्खों का स्वर्ग, मेरे दादा का हाथी आदि उनकी २५ से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। वे साहित्य अकादमी के वरिष्ठ पदों पर भी रह चुके हैं। बशीर... |
कल्याणी दास का निधन हो गया। उन्होंने 'बंगाल स्पीक्स' नामक एक पुस्तक का संपादन किया (1944 में प्रकाशित) और इसे अपनी बहन वीणा दास को समर्पित किया। Tri Loknath... |
विज्डन क्रिकेटर्स अल्मनाक (श्रेणी क्रिकेट की पुस्तकें और पत्रिकायें) क्रिकेट की एक संदर्भ पुस्तक है जिसे युनाइटेड किंगडम में प्रतिवर्ष प्रकाशित किया जाता है। इसे दुनिया की सबसे प्रसिद्ध खेल संदर्भ पुस्तक माना जाता है। विज्डन... |
प्रफुल्ल चन्द्र राय (श्रेणी १९४४ में निधन) राय की बहुत प्रशंसा की। यूरोप की कई भाषाओं में इस पुस्तक के अनुवाद प्रकाशित हुए हैं तथा इसी पुस्तक के उपलक्ष्य में डरहम विश्वविद्यालय ने आपको डी. एस-सी... |
मानते थे, को पृथ्वी थियेटर्स के निर्माण में महत्वपूर्ण सहयोग दिया। मार्च, १९४४ में आपने पृथ्वी थियेटर के लिए 'शकुन्तला' नामक नाटक लिखा। नाटकों की भाषा के... |