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स्पष्टवादी होने से, भाऊ ने शासन प्रबंध में असाधरण दक्षता प्राप्त की। किंतु वही भाऊ और पेशवा में मनोमालिन्य बढ़ाने का भी कारण बना। भाऊ का प्रथम महत्वपूर्ण... |
पैसे मराठों को दिए। बाजीराव ने सदाशिव राव भाऊ को दक्षिण अभियान पर भेजा , जो इनके पिता के भाई के लड़के थे । सदाशिव राव भाऊ ने दक्षिण में 1758 में निजाम की... |
पानीपत का तृतीय युद्ध अहमद शाह अब्दाली और मराठा सेनापति सदाशिव राव भाऊ के बीच 14 जनवरी 1761 को वर्तमान पानीपत के मैदान मे हुआ जो वर्तमान समय में हरियाणा... |
शक्तियां अपने वजीर के हाथ में दे दी जिसके कारण बाद में फिरोजजंग ने सदाशिव राव भाऊ जो कि मराठा सरदार थे उनकी सहायता से अहमद शाह बहादुर को कैद कर लिया और... |
तृतीय युद्ध हुआ जो कि 1761 में हुआ था उसमें मराठों के सबसे बड़े नेता सदाशिव राव भाऊ के साथ साथ कई बड़े महान सेनापतियों का निधन हो गया और मराठों के लिए सबसे... |
रावेर खेड़ी नदी के किनारे मृत्यु हो गई थी बाद में चिमाजी अप्पा के पुत्र सदाशिव राव भाऊ आगे चलकर पेशवा बालाजी बाजीराव के दीवान नियुक्त हुए और 1761 में पानीपत... |
हुआ था। वे अपने माता-पिता की चौथी संतान थे। उनके पिता का नाम श्री सदाशिव राव उपाख्य 'भाऊ जी' तथा माता का श्रीमती लक्ष्मीबाई उपाख्य 'ताई' था। उनका बचपन में... |
स्थापना हुई। बाद में 1760 में सदाशिव राव भाऊ और सूरजमल में कुछ बातों पर अनबन हुई थी। मथुरा की नबी मस्जिद को देखकर भाऊ ने गुस्से में कहा - सूरजमल जी,... |
1670 ई. में शिवाजी ने इस किले पर कब्जा कर लिया। 1761 ई. तक इस किले पर सदाशिव राव भाऊ का अधिकार था। 1790 ई. में धुंधु भास्कर प्रतिनिधि ने इस किले की मरम्मत... |
झाँसी (अनुभाग युवराज दामोदर राव नेवालकर) गयी थी। रघुनाथराव द्वितीय एवं शिवराव भाऊ नेवालकर का झाँसी का राजवंश 17. राजा कृष्णराव शिवराव नेवालकर यह शिवराव भाऊ और उनकी पहली पत्नी रखमाबाई के पुत्र... |
गयी थी। रघुनाथराव द्वितीय एवं शिवराव भाऊ नेवालकर का झाँसी का राजवंश 17. राजा कृष्णराव शिवराव नेवालकर यह शिवराव भाऊ और उनकी पहली पत्नी रखमाबाई के पुत्र... |
(जूनियर/छोटी पाती) की स्थापना १७२८ में मध्य भारत की मराठा विजय के दौरान जीवाजी राव पवार ने की थी। यह १५ तोपों की सलामी मराठा रियासत थी। १२ दिसंबर १८१८ को, यह... |
Wrote autobiographical जगाचा डॉक्टर द्वारकादास कोटणीस. सतीश आळेकर अनंत सदाशिव आळतेकर मलिका अमरशेख सहिरोबानाथ आंबिये: An 18th century poet from Goa. अमृतराय... |