यह पृष्ठ अन्य भाषाओं में उपलब्ध नहीं है।
इस विकि पर "शिश्न+मनुष्य" नाम का पृष्ठ बनाएँ! खोज परिणाम भी देखें।
शिश्न कशेरुकी और अकशेरुकी दोनो प्रकार के कुछ नर जीवों का एक बाह्य यौन अंग है। तकनीकी रूप से शिश्न मुख्यत: स्तनधारी जीवों में प्रजनन हेतु एक प्रवेशी अंग... |
(intestines), त्वचा (skin) (त्वचा, मनुष्य का सबसे विशाल अंग है), मूत्राअशय (urinary bladder), योनि (मादाओं में), शिश्न (penis), गुदाद्वार (anus) आदि। जड़... |
शिश्न पर ब्रण (sore) पाए जाते हैं। दोषभेद से इनके लक्षणों में भेद मिलता है। उचित चिकित्सा न करने पर संपूर्ण लिंग सड़-गलकर गिर सकता है और बिना शिश्न के... |
हैं। समस्त स्तनपायी (mammalia) श्रेणी में, जिनमें मनुष्य भी एक है, नर में अंडग्रंथि, शुक्राशय और शिश्न गर्भ को उत्पन्न करनेवाले अंग हैं। स्त्री शरीर में... |
जुड़े हुए होते हैं और यह योनि को आवरण प्रदान करते हैं और संभोग के दौरान शिश्न के स्नेहन में सहायता करते हैं। बहुत से लोगों समझते हैं कि भग ही योनि होती... |
लिंग की हड्डी, भी कहा जाता है प्रायः सभी स्तनधारियों के शिश्न में पायी जाती है। परन्तु यह मनुष्यों, अश्व परिवार के सदस्यों (घोडा़, गधा आदि), शिशुधानी वाले... |
मानवीय लिंग (श्रेणी शिश्न) शिश्न शरीर: यह लिंग का मुख्य रूप से दिखाई देने वाला भाग है। मूत्रमार्ग लिंग के आधार पर चलता है। इनमें लिंग-मुण्ड, शिश्न-मुण्ड, शिश्न शाफ़्ट और शिश्न शामिल... |
खतना (अनुभाग शिश्न का कैंसर) जाते हैं। उन्होंने यह भी पाया कि "खतना किये हुए शिश्न का शिश्न-मुण्ड खतना न किये हुए शिश्न के शिश्न-मुण्ड की तुलना में सूक्ष्म-स्पर्श के प्रति असंवेदनशील... |
माँ के प्रति अपनी यौन-कामना त्यागनी पड़ती है। वह देखता है कि पिता के पास शिश्न है जो माँ के पास नहीं है। उसे डर लगता है कि अगर उसने पिता के प्राधिकार का... |
निर्मिती और मासिक चक्र शुरू होना और लैंगिक कार्य शुरू होते हैं। लडको में शिश्न और लडकियों में गर्भाशय और योनीमार्ग की बढौतरी होती है। इसके साथ ही बहुत... |
गर्भाशय ही होता है और न योनि ही। नर में वृषण उदर में ही स्थित रहते हैं तथा शिश्न से केवल शुक्राणु बाहर आते हैं, मूत्र नहीं। पाचन तथा जननतंत्र अलग अलग छिद्रों... |
पश्चात् मूत्रमार्ग से मूत्र बाहर निकाला जाता है। पुरूष के जनतंत्र में शिश्न, वृषणकोष (scrotum), वृषण (testicle), एपिडिडिमिस (epididymis), वृषण रज्जु... |
पाया जाता। जो की सत्य है। आज हिन्दी में लिंग यानि लिंग शब्द का अर्थ नर शिश्न से लगाया जाता है लेकिन मूल संस्कृत में इसका अर्थ चिह्न, प्रतीक अथवा लक्षण... |
हस्तमैथुन करते हैं। पुरुष अपने शिश्न या लिंग को अपनी मुट्ठी में दबाकर या अपनी अँगुलियाँ से पकड़ कर इसे तेजी से रगड़ना या शिश्न के ऊपर की त्वचा को आगे-पीछे... |
समर्थन नहीं करता । वात्स्यायन कहते हैं - "अपनी वैध पत्नी के मुँह में जो शिश्न डालता है , वह अपने पूर्वजों के पंद्रह वर्षों के पारलौकिक जीवन को नष्ट देता... |
अंतर्ग्रहण में कोई खतरा नहीं है। शिश्न चूषण में अतार्निहित के अलावा वीर्य निगलने में कोई अतिरिक्त खतरा नहीं है। शिश्न चूषण से एचआईवी या दाद, जैसे यौन संक्रमित... |
(herpes labialis) और प्रोजेनिटैलिस (progenitalis) भी होता है। इनमें होंठ तथा शिश्न पर ज्वर आदि के बाद छाले पड़ जाते हैं। अभी तक इन रोगों के विषाणुओं (viruses)... |
यह वह स्थिति है जब कोई प्राणी किसी एक लिंग की ओर विकसित होते-होते सहसा मनुष्यों में मध्यलिंगता की स्थिति में पुरुष एवं स्त्री का भेद करने वाले शरीरांगों... |
बस्तिशिर (ग्रॉयन), पृष्ठ (पीठ), कटि (कमर), श्रोणि (पेल्विस), नितंब, गुदा, शिश्न या भग, वृषण (टेस्टीज़), भुज, कूर्पर (केहुनी), बाहुपिंडिका या अरत्नि (फ़ोरआर्म)... |
स्थित होता है और प्रजनन प्रणाली शरीर के दाहिनी ओर बाहर खुलती है। नर में शिश्न नालीदार तथा अकुंचनशील (नॉनकॉन्ट्रैक्टाइल) होता है। हेलिक्स जैसे उभयलिंगी... |