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कि हूण आक्रान्ता मिहिरकुल ने बैराठ का विध्वंस कर दिया था। चीनी यात्री युवानच्वांग ने भी अपने यात्रा वृत्तान्त में बैराठ का उल्लेख किया है। विराटनगर नाम... |
प्रभावशाली महाजनपद था। बैराठ की सभ्यता राजस्थान राज्य के उत्तर-पूर्व में जयपुर जिले के शाहपुरा उपखण्ड में विराटनगर कस्बा (बैराठ) एक तहसील मुख्यालय है।... |
विराटनगर (Viratnagar) या बैराठ (Bairat) भारत के राजस्थान राज्य के जयपुर ज़िले में स्थित एक नगर व नगरपालिका है। विराटनगर (बैराठ) राजस्थान में उत्तर में... |
उपनदी है, जो स्वयं यमुना नदी की उपनदी है। बाणगंगा का आरम्भ जयपुर ज़िले में बैराठ के समीप की पहाड़ियों में होता है। बाणगंगा नदी का पानी भरतपुर में घना पक्षी... |
था। उत्तर प्रदेश से मिलने वाला यह प्रथम लघु शिलालेख था। यहाँ लेख सहसराम व बैराठ लघु शिलालेख से मिलता जुलता है, सिवाय अंतिम पंक्ति के। यह लेख काफ़ी घिसा... |
में हमेशा एक स्थान से दूसरे स्थान को जाते रहते थे, इन औजारों के कुछ नमूने बैराठ, रैध और भानगढ़ के आसपास पाए गए हैं। अतिप्राचीनकाल में उत्तर-पश्चिमी राजस्थान... |
नोह (भरतपुर) जोधपुरा (जयपुर) सुनारी (झुंझुनू) राढ (टोंक) ईसावल (उदयपुर) बैराठ (जयपुर जिला) नगरी (चित्तौड़गढ़) बारोर (श्री गंगानगर जिला) नलियासर (जयपुर)... |
साम्राज्य का एक हिस्सा था, जिसकी राजधानी महाभारत काल के दौरान पास के गांव बैराठ में थी कोटपुतली में वर्तमान में 91 राजस्व गांव है स्थान- भारत,राज्य राजस्थान... |
हर्षवर्धन के अधीन रहा । चीन के आगंतुक यात्री ह्वेन त्सांग के अनुसार, यह तब बैराठ राज्य के अधीन आता था। राजपूतों के शासन में, यह राज्य टोडा के सोलंकी शासकों... |
श्री राम जी के वंशज थे । फिर कुछ सालो बाद कत्यूरो की राजधानी लखनपुर जो की बैराठ (चौखुटिया) में स्थापित करदी । लोहरा राजवंश देव राजवंश कत्यूरी राजवंश कटोच्... |
व नारायणपुर से बने इस जनपद की अधिकारिक स्थापना 7 अगस्त 2023 को हुई थी। बैराठ इस जिले के प्राचीनतम क्षेत्र में से है जिसका जिक्र पौराणिक कथाओं में कई... |
प्रसुख गंतव्यों के लिए बस सेवाएं हैं। जयपुर के निकट विराट नगर (पुराना नाम बैराठ) जहाँ पांडवों ने अज्ञातवास किया था, में पंचखंड पर्वत पर वज्रांग मंदिर नामक... |
महन्त गंगा दास बैरागी वैष्णवों के पूर्ण बैराठी द्वारे के महन्त थे, महन्त गंगा दास रानी लक्ष्मीबाई के धर्म गुरु भी थे, रानी लक्ष्मीबाई का दाह संस्कार उनकी... |
ऐतिहासिक स्थान है जो राजस्थान का असाधारण व भारत का आरंभिक प्रसिद्ध मंदिर है। बैराठ में मौर्य, मुगल व राजपूत समय के स्मृतिचिन्ह भी हैं। अकबर द्वारा निर्मित... |
ऐतिहासिक स्थान है जो राजस्थान का असाधारण व भारत का आरंभिक प्रसिद्ध मंदिर है। बैराठ में मौर्य, मुगल व राजपूत समय के स्मृतिचिन्ह भी हैं। अकबर द्वारा निर्मित... |
जयपुर के दर्शनीय स्थल (अनुभाग बैराठ) ऐतिहासिक स्थान है जो राजस्थान का असाधारण व भारत का आरंभिक प्रसिद्ध मंदिर है। बैराठ के मौर्य, मुगल व राजपूत समय के स्मृतिचिह्न भी है। अकबर द्वारा निर्मित एक... |
दि जागर : हिमालय पास्ट एण्ड प्रजेन्ट। अल्मोड़ा; श्री अल्मोड़ा बुक डिपो। बैराठी कृष्णा एवं सत्येन्द्र कुश १९९२ कुमाऊँ की लोक कला, संस्कृति और परम्परा। अल्मोड़ा;... |
पिता की मृत्यु हो जाने के बाद मत्स्यपुरी से ३५ मील पश्चिम में विराट (अब बैराठ) नामक नगर बसाकर इस प्रदेश की राजधानी बनाया। इसी विराट नगरी से लगभग ३० मील... |
प्रदेश के दतुया जिले में है। (३) भबू- यह राजस्थान के जयपुर जिले के विराटनगर (बैराठ) में है। (४) मास्की- यह रायचूर जिले में स्थित है। (५) सहसराम- यह बिहार के... |
दोनों राजाओं के विरुद्ध मेवात के फौजदार सैयद हुसेन खां, अहमद खां फौजदार बैराठ सिधाना और गारात खां फौजदार नारनोल को सांभर भेजा गया । दोनों राजाओं के इन... |