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प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में कुछ को दाऊ/दाऊ साहब के नाम से जाना जाता है। अहीरवाल में, अहीरों को राव/राव साहब की उपाधि से जाना जाता है। [[ अहीर संस्कृत... |
अहिरवाड़ा (श्रेणी अहीर) जयपुर के राजा जयसिंह, मालवा में विकार दबाने में सफल हो गए। अफगान दंगाइयों ने अहीर नेता पूरनमल की मदद से सिरोंज पर नियंत्रण स्थापित कर लिया। अहीर देश (अहिरवाड़ा)... |
निर्वाचन क्षेत्र, मध्य भारत में मध्य प्रदेश राज्य के 230 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह निर्वाचन क्षेत्र 1951 में, मध्य भारत राज्य के 79 विधानसभा... |
बड़वाह (श्रेणी मध्य प्रदेश के शहर) क्षेत्र मांडू के मालवा सल्तनत के अधीन था। 1531 में गुजरात के सुल्तान बहादुर शाह ने इस क्षेत्र को अपने अधीन कर लिया। 1562 में, अकबर ने पूरे मालवा के... |
नरवर दुर्ग (श्रेणी मध्य प्रदेश में दुर्ग) नरवर दुर्ग (Narwar Fort) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के शिवपुरी ज़िले के नरवर नगर में स्थित एक ऐतिहासिक दुर्ग है। यह विंध्य पर्वतमाला की एक पहाड़ी पर 500... |
खरगोन ज़िला (श्रेणी मध्य प्रदेश के जिले) इतिहास के विभिन्न कालखण्डों में यह क्षेत्र - महेश्वर के हैहय, मालवा के परमार, असीरगढ़ के अहीर, माण्डू के मुस्लिम शासक, मुगल तथा पेशवा व अन्य मराठा सरदारों... |
खरगोन (श्रेणी मध्य प्रदेश के शहर) बसा यह क्षेत्र सदैव ही महत्वपूर्ण रहा है। इतिहास के विभिन्न कालखण्डों मे यह क्षेत्र - महेश्वर के हैहय, मालवा के परमार, असीरगढ़ के अहीर, माण्डू के मुस्लिम... |
प्राचीन भारत के वे अनेक गणतांत्रिक अथवा अल्पतंत्रिक जनपद या राज्य थे जिनका बोध अनेक प्राचीन साहित्यों में पाया जाता है। कई बौद्ध, हिन्दू और अन्य संस्कृत... |
ऐरण (श्रेणी मध्य प्रदेश के गाँव) ऐरण (Rajakhedi) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के सागर ज़िले में स्थित एक ऐतिहासिक गाँव है। यह बीना नदी के किनारे बसा हुआ है। प्राचीन सिक्कों पर इसका नाम ऐरिकिण... |
जूनागढ़ (श्रेणी आईएसबीएन के जादुई कड़ियों का उपयोग करने वाले पृष्ठ) 6वीं शताब्दी तक उपयोग में रहा, जब इसे लगभग 300 वर्षों के लिए छोड़ दिया गया, फिर 976 ईस्वी में अहीर-चूड़ासमा शासक ग्रहरिपु द्वारा इसे फिर से खोजा गया। बाद... |
गणराज्य (श्रेणी एन॰के॰सी॰ अभिज्ञापक वाले विकिपीडिया पृष्ठ) पर पंचायती भावनाएँ नहीं मरीं और अहीर तथा गूजर जैसी अनेक जातियों में वे कई शताब्दियों आगे तक पलती रहीं। प्राचीन भारत की भाँति ग्रीस की भी गणपरंपरा अत्यंत... |
गुहिल राजवंश (श्रेणी भारत के राजवंश) क्षेत्र सिंह जिसे खेता के नाम से भी जानते हैं, मेवाड़ के शासक बने । क्षैत्र सिंह ने मालवा के दिलावर खान गौरी को परास्त कर मेवाड़ - मालवा संघर्ष का सूत्रपात... |
खाप (श्रेणी भारत का सामाजिक इतिहास) पद्धति है जो भारत के उत्तर पश्चिमी प्रदेशों यथा राजस्थान, हरियाणा, पंजाब एवं उत्तर प्रदेश में अति प्राचीन काल से प्रचलित है। इसके अनुरूप अन्य प्रचलित संस्थाएं... |