खण्डकाव्य

राजेन्द्र्प्रसाद पन्त द्वावारा रचएल खन्डकाव्य-नारी पूजा संस्कृत साहित्यमे एकर जे एकमात्र परिभाषा साहित्य दर्पणमे उपलब्ध छै ओ अहि प्रकार अछि -

राजेन्द्र्प्रसाद पन्तद्वारा रचित खण्डकाव्य-नारी पूजा
राजेन्द्र्प्रसाद पन्तद्वारा रचित खण्डकाव्य-नारी पूजा

भाषा विभाषा नियमात् काव्यं सर्गसमुत्थितम्। एकार्थप्रवणै: पद्यै: संधि-साग्रयवर्जितम्। खंड काव्यं भवेत् काव्यस्यैक देशानुसारि च।

एहोसभ देखी

  • काव्य
  • महाकाव्य
  • मुक्तक काव्य

Tags:

संस्कृत

🔥 Trending searches on Wiki मैथिली:

मईविश्व सम्पदा क्षेत्रफूलबारी गा.वि.स.१६६४बाल गंगाधर तिलकदुरेफिशाँ सलीमसम्मुख पन्नामुलेठीशक्ति गौचनयुरोपेली सङ्घविश्व-भारती विश्वविद्यालय२००६एलेक्सिस टेक्सासमलाइका अरोड़ामहासुन्दरी देवीभारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेडकोटा जिलाटाटा स्टीलवर्तिका झाअनारकौआवैद्यनाथ मिश्र 'यात्री'जामुनओलम्पिक खेलआकाशवाणीआन्ध्र प्रदेशअरविन्द केजरीवालअस्ट्रेलियासद्दाम हुसेनआशिया काजी२०२०अगस्त १०कोशी प्रदेशमोतीराम भट्टस्मृति ईरानी८ अक्टुबरजन गण मनसत्यगढवाल (वंश)२०१२विद्यापतिसम्भावना सेठभुटानअलाबामासामाजिक सञ्जालप्रतीक बब्बरमुख्य पृष्ठचन्द्रबाबू नायडूमानव विकास सूचकाङ्कचहल गोत्रघृत कुमारीरितिका सिंहतिलअब्दुल कलामचाहर गोत्रमनोहर लाल खट्टररश्मी देसाईतिनाउ गाउँपालिका७०टोनी एबोटआर्मेनियाआशीष अनचिन्हारजल कपूररघुनन्दन दासगिरिवरधारी चौधरीअमिताभ बच्चन🡆 More