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1165 से 1192 के बीच पृथ्वीराज चौहान का राज्य अजमेर से दिल्ली तक फैला हुआ था। पृथ्वीराज रासो और पृथ्वीराज काव्य के अनुसार पृथ्वीराज का जन्म क्षत्रिय कुल... |
से विश्वसनीय नहीं हैं। पृथ्वीराज विजय पृथ्वीराज के शासनकाल से एकमात्र जीवित साहित्यिक पाठ है। पृथ्वीराज रासो जिसने पृथ्वीराज को एक महान राजा के रूप में... |
है वह पृथ्वीराज रासो की कथा से मेल खाती है। हिन्दी साहित्य का अतीत, दूसरा भाग] (पृष्ठ ३८५) हम्मीर चौहान रासो काव्य पृथ्वीराज रासो हम्मीर रासो (श्यामसुन्दर... |
चंदबरदाई (श्रेणी पृथ्वीराज चौहान) 1192 ई० गज़नी) हिन्दी साहित्य के आदिकालीन कवि तथा पृथ्वीराज चौहान के मित्र थे। उन्होने पृथ्वीराज रासो नामक प्रसिद्ध हिन्दी ग्रन्थ की रचना की। चंदबरदाई... |
पृथ्वीराज रासौ पृथ्वीराज चौहान के दरबारी कवि चंदबरदाई की सुप्रसिद्ध काव्य रचना हैं।... |
रासो काव्य हिन्दी के आदिकाल में रचित ग्रन्थ हैं। ये अधिकतर वीर-गाथाओं से सबंधित होती हैं। पृथ्वीराजरासो प्रसिद्ध हिन्दी रासो काव्य है। रास साहित्य चारण... |
अग्निवंशी (अनुभाग पृथ्वीराज रासो) परिवार देवता बनने के लिए सहमत हुईं। पृथ्वीराज चौहान, 'पृथ्वीराज रासो' के नायक, इस परिवार में पैदा हुए थे। पृथ्वीराज रासो सबसे पहला स्रोत है, जिसमें इस किंवदंती... |
ही है।[उद्धरण चाहिए] पृथ्वीराज चौहान शब्दवेदी बाङ चलाने की शिक्षा मगद मे भील (निषाद) गुरू से प्राप्त किये थे! और जीस पृथ्वीराज रासो मे इसका वर्णन मिलता... |
थे। उन्होने पृथ्वीराज रासो के पुनरुद्धार का भार उठाया और उसका सम्पादन किया। जो काशी नागरी प्रचारिणी सभा से प्रकाशित हुआ। इन्होंने 'रासो संरक्षा' नामक... |
गाहड़वाल वंश के अंतिम शक्तिशाली राजा थे। विद्यापति के पुरुष-परीक्षा और पृथ्वीराज रासो जैसे हिन्दू स्रोतों के अनुसार ,जयचंद्र ने ग़ोरी को कई बार हराया। जयचंद्र... |
हिंदू महाकाव्य पृथ्वीराज रासो से संकेत मिलता है कि 1161 ईस्वी में महोबा युद्ध के दौरान खंगार जेजक भक्ति में एक युद्ध में थे, जिसमें पृथ्वीराज चौहान एक कमांडर... |
दर्शाता है। ज्यादातर यह प्रारंभिक हिंदी/अपभ्रंश कवि चन्दवरदाई का महाकाव्य पृथ्वीराज रासो, से आता है लेकिन निर्माताओं ने इस प्रेम कथा को दर्शाने के लिए बहुत छुट... |
सम्बन्ध नहीं है। विजयपाल रासो का समय मिश्रबन्धुओं ने सं.1355 माना है अतः इसका भी वीरता से कोई सम्बन्ध नहीं है। परमाल रासो पृथ्वीराज रासो की तरह अर्ध प्रामाणिक... |
पर कथा में शैथिल्य और अत्युक्तिपूर्ण वर्णनों की अधिकता है। आल्हखण्ड पृथ्वीराज रासो के महोबा-खण्ड की कथा से समानता रखते हुए भी एक स्वतंत्र रचना है। मौखिक... |
संयोगिता चौहान (श्रेणी पृथ्वीराज चौहान) जयचन्दअंग्रेज़ी: Sanyogita Chauhan) पृथ्वीराजतृतीय की पत्नी थी। पृथ्वीराज के साथ गान्धर्वविवाह कर के वें पृथ्वीराज की अर्धांगिनी बनी थी। भारत के इतिहास की महत्त्वपूर्ण... |
के राजपूत योद्धा राजा पृथ्वीराज चौहान की बायोपिक है, जो ग़ोरी राजवंश के एक शासक मुहम्मद गोरी के साथ संघर्ष करता है, पृथ्वीराज चौहान उत्तर भारत में 12... |
आदिकाल (अनुभाग रासो साहित्य) (विजयपाल रासो, हम्मीर रासो, कीर्तिलता, कीर्तिपताका, खुमान रासो, बीसलदेव रासो, पृथ्वीराज रासो, जयचंद प्रकाश, जयमयंक-जस-चंद्रिका, परमाल रासो, खुसरो की... |
पृथ्वीराजविजयमहाकाव्यम् (पृथ्वीराज विजय महाकाव्य से अनुप्रेषित) नामक कश्मीरी राजकवि ने किया था।पृथ्वीराज विजय महाकाव्य को इतिहासकार आधा सच के रूप में देखते है | पृथ्वीराज विजय में पृथ्वीराज और उनके पिता की बाल अवस्था और... |
पृथ्वीराज रासो में भी किया है। जबकि फिरोजशाह तुगलक 13 शताब्दी में दिल्ली का राजा था वो केसे 10 शताब्दी में इसे ला सकता है। चंदरबरदाई की रचना पृथवीराज... |
शस्त्र बनाने के कारण क्षत्रियो को लोहाना कहा गया है। पृथ्वीराज रासो के अनुसार लोहानाओं ने पृथ्वीराज चौहान की तरफ से युद्ध लड़ा था। जिनमे दो लोहाना वीर सेनापतियों... |