ऐसे एलेक्ट्रानिक प्रवर्धक को श्रव्य प्रवर्धक या आडियो एम्प्लिफायर (audio amplifier) कहते हैं जो कम शक्ति के श्रव्य संकेतों का प्रवर्धन कर सकें। श्रव्य-आवृत्ति शक्ति प्रवर्धक (audio power amplifier) वह एलेक्ट्रॉनिक प्रवर्धक है जो कम शक्ति के श्रव्य आवृत्ति वाले विद्युत संकेतों को प्रवर्धित करके उनको इतना शक्तिशाली बना दे कि वे लाउडस्पीकर को चला सकें। उन संकेतों को श्रव्य संकेत (आडियो सिगनल) कहते हैं जिनकी आवृत्ति २० हर्ट्ज से लेकर २० हजार हर्ट्ज के बीच होती है। इस सीमा के भीतर की आवृत्तियों वाले संकेत ही मानव कर्ण को सुनाई पड़ते हैं, इससे कम या अधिक के नहीं।
श्रव्य प्रवर्धकों का निवेश संकेत (इनपुट सिगनल) कुछ सौ माइक्रोवाट के स्तर का होता है जबकि आउटपुट दस, सौ या हजार वाट के स्तर का हो सकता है। श्रव्य प्रवर्धक, रेडियो, टीवी, टेलीफोन, सेलफोन आदि के आवश्यक अंग है।
श्रव्य प्रवर्धक का सबसे अधिक उपयोग ध्वनि संकेतों को प्रवर्धित करने के लिए होता है। किन्तु इसके बहुत से अन्य उपयोग भी हैं, जैसे- संकेत संसूचन (सिग्नल डिटेक्सन), मापन एवं नियंत्रण, स्वचालन (आटोमेशन), सुदूर नियंत्रण, एनलॉग कम्प्यूटरी आदि।
श्रव्य प्रवर्धक प्रायः दो चर्णों से बने होते हैं-
कभी-कभी एक ही चरण में उपरोक्त दोनों कार्य कर लिए जाते हैं।
श्रव्य प्रवर्धक का निर्गम चरण कई प्रकार से वर्गीकृत किया जा सकता है-
This article uses material from the Wikipedia हिन्दी article श्रव्य प्रवर्धक, which is released under the Creative Commons Attribution-ShareAlike 3.0 license ("CC BY-SA 3.0"); additional terms may apply (view authors). उपलब्ध सामग्री CC BY-SA 4.0 के अधीन है जब तक अलग से उल्लेख ना किया गया हो। Images, videos and audio are available under their respective licenses.
®Wikipedia is a registered trademark of the Wiki Foundation, Inc. Wiki हिन्दी (DUHOCTRUNGQUOC.VN) is an independent company and has no affiliation with Wiki Foundation.