द फाउंटनहेड

द फाउंटनहेड (The Fountainhead) १९४३ में अमेरिकी उपन्यासकार आयन रैंड द्वारा लिखित एक अंग्रेज़ी उपन्यास है जो कुछ समीक्षकों के अनुसार विश्व के सबसे प्रभावशाली उपन्यासों में से एक है। मई २००८ तक दुनिया भर में इसकी ६५ लाख से ज़्यादा प्रतियाँ बिक चुकी थीं और अभी भी हर वर्ष इसकी औसतन १ लाख प्रतियाँ बिकती हैं। दर्शनशास्त्र के नज़रिए से यह किताब एक बहुत ही महत्वपूर्ण व्यक्तिवादी कृति मानी जाती है जिसमें उस विचारधारा की तटस्थवाद (objectivism, ऑब्जेक्टिविज़्म​) शाखा की बुनियाद रखी गई।

नाम का अर्थ

अंग्रेज़ी में 'फाउंटनहेड' का अर्थ 'मूल स्रोत' होता है। किसी भी पाने के प्रवाह में जो बुनियादी पानी का चश्मा होता है उसे 'फाउंटनहेड' (यानि सर-चश्मा) कहा जाता है। इस उपन्यास में इसका तात्पर्य ऐसे व्यक्तियों से है जो स्वतन्त्र रूप से काम कर के अपनी बुद्धि और श्रम से नयी कृतियाँ और आविष्कार बनाते हैं।

कथासार

कॉलेज से बेदख़ल

१९२२ में हावर्ड रोर्क एक प्रतिष्ठित कॉलेज में आर्किटेक्चर (निर्माणशास्त्र) का छात्र होता है। उसे कॉलेज से निकाल दिया जाता है क्योंकि यह चेतावनी बार-बार मिलने के बावजूद कि उसके बनाए इमारतों के नक्शे और डिज़ाइन प्रथा से हट रहें हैं और उसे वापस सही मार्ग पर आना चाहिए, वह इस विशवास पर अटल रहता है कि इमारतों को अपने स्थान, सामग्री और प्रयोग के हिसाब से सरलता और सुन्दरता से बनाना चाहिए। कॉलेज में और आर्किटेक्चर-जगत में उस समय शास्त्रीय तरीकों को महत्व मिलता था, जबकि रोर्क की सोच थी कि अगर किसी निर्माण में किसी स्तम्भ, मेहराब या अन्य तत्व की ज़रुरत नहीं हो तो उसे वहाँ नहीं डालना चाहिए। कॉलेज का अध्यक्ष उसे एक अंतिम मौक़ा देता है और कहता है कि वह अपनी ग़लती मानकर सामाजिक-स्तर पर पसंद की जाने वाली शास्त्रीय निर्माण-प्रथा अपना ले क्योंकि रोर्क में बहुत क्षमता और गुण हैं और वह आगे चलकर एक प्रसिद्द, समृद्ध और सफल आर्किटेक्ट बन सकता है। रोर्क मना कर देता है और उसे कॉलेज का दरवाज़ा दिखा दिया जाता है।

कैमरन और कीटिंग

रोर्क न्यू योर्क जाकर हेनरी कैमरन नामक एक आर्किटेक्ट के साथ काम करना शुरू कर देता है। कैमरन कभी निर्माण की आधुनिकवाद लहर का एक उभरता सितारा माना जाता था लेकिन अपने रूखे स्वभाव और सामाजिक प्रथा-पसंदी की वजह से बदनाम हो चुका है। रोर्क फिर भी उस से प्रेरित है और जानबूझ कर उसके साथ काम करता है और उस से बहुत सीखता है। उसी समय रोर्क का एक साथी छात्र, पीटर कीटिंग, जो अमौलिक (अपनी स्वयं की व्यक्तिगत सोच और क्षमता की बजाय दूसरो के काम और सोच के अनुसार चलने वाला) लेकिन लोकप्रीय है, कॉलेज से बहु-सम्मान के साथ उत्तीर्ण होता है। कॉलेज में वह अक्सर रोर्क के पास मदद लेने जाता था क्योंकि रोर्क के डिज़ाइन सबसे साफ़ और निपुण हुआ करते थे। कीटिंग न्यू योर्क की मशहूर निर्माण कम्पनी, फ्रैंकन व हेयर, में मुलाज़िम बन जाता है। वहाँ कीटिंग जल्द ही अपनी सामाजिक कुशलताओं और ख़ुशामदी से उस कम्पनी के एक मालिक, गए फ्रैंकन, का प्रिय हो जाता है। अपनी पहली इमारत डिज़ाइन करने के लिए वह गुप्त रूप से जाकर रोर्क की मदद लेता है और उसके विचारों पर आधारित नक्शा तैयार करता है, जो सफल होता है। एक तरफ़ कैमरन और रोर्क ग़ज़ब के अद्वितीय निर्माण बनाते हैं जिन्हें समाज में अधिक मान्यता नहीं मिलती और दूसरी तरफ़ (बिना किसी ताज़ा निर्माण सोच के) कीटिंग की चापलूसी उसे तेज़ी से कामयाबी देती है और उसे अपनी कम्पनी में साथी (पार्टनर, सह-स्वामी) बना दिया जाता है।

डोमीनीक

द फाउंटनहेड 
१९४९ में बने फ़िल्म रूपांतर में पट्रिशिया नील के डोमीनीक फ्रैंकन की भूमिका अदा करी

कैमरन की उम्र चढ़ रही होती है और वह अपनी कम्पनी बंद कर देता है। इसपर कीटिंग रोर्क को नौकरी देता है, लेकिन जल्द ही आदेश न मानने के लिए उच्च मालिक (गए फ्रैंकन) रोर्क को निकाल देता है। रोर्क नौकरी ढूंढता है और उसे एक ऐसी कम्पनी रख लेती है जो उसे मनमर्ज़ी के डिज़ाइन बनाने देती है, लेकिन इस शर्त पर कि फिर उसके डिज़ाइन उसी कम्पनी के अन्य आर्किटेक्टों को दिए जाते हैं जो उनमें फेर-बदल कर के उनके प्रथानुसार बना देते हैं। वहाँ एक ग्राहक को रोर्क के मूल नक़्शे इतने पसंद आते हैं कि रोर्क कम्पनी छोड़कर अपनी निजी कम्पनी खोल लेता है, लेकिन उसको बहुत कम ग्राहक मिलते हैं। अपने आदर्शों को बदलने कि बजाए वह अपनी कम्पनी बंद कर देता है। फिर वह फ्रैंकन की ही एक पत्थर की खान में मज़दूरी का काम कर लेता है जहाँ चट्टानें तोड़ना ही उसका काम होता है।

इसी दौरान कीटिंग का सितारा चमक रहा होता है और एक सभा में वह कम्पनी के उच्च मालिक गए फ्रैंकन की सुन्दर और बुद्धिमान, लेकिन तुनक-मिज़ाज, बेटी डोमीनीक फ्रैंकन से मिलता है और उसकी ओर आकर्षित होता है। डोमीनीक न्यू योर्क में ही एक "न्यू योर्क बैनर" नाम के अख़बार के लिए समीक्षक-लेखक है। एक दिन रोर्क पत्थर की खान में काम कर रहा होता है जब वहाँ से डोमीनीक गुज़रती है, क्योंकि वह उसी शहर में अपने परिवार के एक आलिशान घर में कुछ दिनों की छुट्टी पर आई होती है। वहाँ डोमीनीक और रोर्क एक दूसरे को देख लेते हैं और उनमें फ़ौरन आपसी आकर्षण हो जाता है। लेकिन दोनों ही एक-दूसरे से अकड़े रहते हैं। कुछ दिनों बाद रोर्क डोमीनीक के घर आता है और, एक-दूसरे से बिना कोई शब्द भी कहे, उनमें शारीरिक सम्बन्ध स्थापित हो जाते हैं। इसके बाद जल्दी ही रोर्क को ख़बर मिलती है कि कोई ग्राहक उससे एक इमारत बनवाना चाह रहा है और, इस से पहले की डोमीनीक को उसका नाम भी पता चले, वह न्यू योर्क लौट जाता है।

टूही

ऍल्ज़वर्थ टूही डोमीनीक वाले अख़बार में ही आर्किटेक्चर पर एक लोकप्रीय लेखक है जो इस विषय पर बहुत पढ़ी जाने वाली किताबें भी छाप चुका है। लोग उसकी लिखाइयों से काफ़ी प्रभावित होते हैं और उसकी बताई इमारतों और निर्माणों को पसंद-नापसंद करते हैं। यह उसके लिए शहर के प्रभावशाली वर्गों में प्रवेश करने और शक्तिशाली बनने का एक ज़रिया बन गया है। टूही का हमेशा यह सन्देश होता है कि कला को एक सामाजिक विषय है और उसमें कार्य जनहित और जन-उत्थान के लिए होना चाहिए। जब एक अमीर आदमी अपने मरणोपरांत उसे एक लाख डॉलर छोड़ गया तो टूही ने यह राशि 'सामाजिक अध्ययन केंद्र' नामक संस्था को दे दी जहाँ वह 'कला, एक सामाजिक लक्षण' के विषय पर लेक्चेरार था। कीटिंग भी टूही की लोकप्रियता से जुड़ना चाहता है और चाहता है कि टूही अपनी लिखाइयों में उसकी ओर भी दया-दृष्टि डाले। और यही होता भी है।

टूही रोर्क की आज़ादाना सोच और कार्यशैली से चिढ़ जाता है। वह कीटिंग से रोर्क के बारे में कई सवाल पूछता है। क्या रोर्क हँसता है (कम), क्या वह दुखी लगता है (कभी नहीं), क्या उसे पैसा पसंद है (नहीं), क्या उसे लोगों की प्रशंसा चाहिए (नहीं) और क्या वह हमेशा आर्किटेक्ट बनना चाहता था (हाँ, दुनिया की कोई ताक़त उसे आर्किटेक्ट बनने से नहीं रोक सकती थी)। टूही अब रोर्क को नष्ट करना चाहता है। डोमीनीक और टूही दोनों रोर्क को एक सभा में देख लेते हैं और डोमीनीक अब उसकी पहचान जान लेती है। वह यह भी भांप लेती है कि टूही उसके विरुद्ध अभियान चलाएगा। अख़बार में अपने अगले लेख में वह रोर्क द्वारा बनाई अद्भुत इमारत के बारे में एक पेचीदा लेख लिखती है जो उसे एक प्रकाश की किरण भी कहता है लेकिन उसकी निंदा करता हुआ भी लगता है:

      यह इमारत पूरे नगर के निर्माण और उनके निर्माताओं का मज़ाक उड़ाती नज़र आएगी। हमारे निर्माण अर्थहीन और झूठे हैं और इस इमारत से यह और भी स्पष्ट होगा। लेकिन उनसे अलग दिखना इसके लिए अच्छा नहीं होगा। अलग दिखने से यह इस महान बकवास का हिस्सा बन जाएगी और उसका सबसे बेतुका अंश होगी। अगर सूअरों के घर पर रोशनी की किरण पड़े तो वह किरण ही गंदगी दिखने का कारण बनती है और वह किरण ही घृणा-योग्य है। हमारे निर्माणों में कम-से-कम गुमनामी और कायरता तो है। वे ही हमारे लिए ठीक हैं। लेकिन ऍनराईट इमारत स्पष्ट और निडर है। बिलकुल जैसे कोई सांप होता है। यह लोगों का ध्यान खींचेगी - लेकिन केवल श्री रोर्क के भीमकाय अहंकार की ओर। जब यह इमारत पूरी होगी, यह हमारे शहर के मुख पर एक ज़ख़्म होगी। घाव भी रंगीन लगता है।

टूही एक कमज़ोर-व्यक्तित्व वाले अमीर सेठ को रोर्क द्वारा 'मानव आत्मा का मंदिर' नाम का एक स्मारक बनवाने के लिए प्रोत्साहित करता है, जिसमें रोर्क को अपनी मनमर्ज़ी का निर्माण करने की छूट मिलती है। वह इसमें डोमीनीक की एक नग्न मूर्ती सम्मिलित करता है जिस से उसके विरुद्ध हाहाकार होता है। टूही अब उसी सेठ से रोर्क पर धोखा और अयोग्यता का मुक़द्दमा चलवाता है। इसमें कई जाने-माने आर्किटेक्ट (जिनमें कीटिंग भी एक है) आकर बयान देते हैं कि रोर्क के तरीक़े प्रथा तोड़ते हैं और ग़लत हैं। डोमीनीक मुक़द्दमे में रोर्क के समर्थन में बयान देती है लेकिन रोर्क हार जाता है। उसकी कम्पनी फिर बंद हो जाती है।

कीटिंग, डोमीनीक और वायनैन्ड​

रोर्क के हारने के बाद डोमीनीक फ़ैसला करती है कि, क्योंकि इस दुनिया में कभी भी रोर्क जैसे लोगों की महानता नहीं स्वीकारी जाएगी, वह पूरी तरह वास्तविक दुनिया में ही अपना जीवन गुज़ारेगी जिसमें कीटिंग जैसे लोग ही सफल हैं। वह कीटिंग से शादी का प्रस्ताव रखती है और कीटिंग मंज़ूर कर लेता है। इसके लिए कीटिंग को टूही की भांजी के साथ अपनी सगाई तोड़नी होती है, जो कीटिंग से बेहद प्यार करती है। डोमीनीक पूरी तरह कीटिंग की बन जाती है - वह कीटिंग की व्यावसायिक तरक्की के लिए अपने घर पर प्रभावशाली लोगों को दावत पर बुलाती है, उसकी हर बात में हाँ-में-हाँ मिलाती है और वही कहती है जो वह चाहता है। अख़बार में भी वह कीटिंग की प्रशंसा में लिखती है और रोर्क की निंदा करती है। इसके बावजूद रोर्क के पास कम मात्रा में ऐसे ग्राहक आते रहते हैं जिन्हें उसका काम पसंद है।

डोमीनीक और टूही जिस अख़बार के लिए लिखते हैं उसका मालिक गेल वायनैन्ड​ नाम का एक बेहद अमीर आदमी है। वह एक महान निर्माण बनवाने वाला है और उसका काम कीटिंग को दिलवाने के लिए डोमीनीक वायनैन्ड​ के साथ सोने के लिए राज़ी हो जाती है। वायनैन्ड​ फिर कीटिंग को उसकी खामोशी की कीमत देकर डोमीनीक और कीटिंग का तलाक करवाता है और फिर स्वयं डोमीनीक से शादी कर लेता है। अब उसे ज्ञात हो जाता है कि उसे जो भी निर्माण पसंद आये हैं उन सब का मूल आर्किटेक्ट वास्तव में रोर्क था और वह रोर्क को अपना और डोमीनीक का घर बनाने का काम देता है। वायनैन्ड​ और रोर्क में गहरी दोस्ती हो जाती है, हालांकि वायनैन्ड​ को रोर्क और डोमीनीक के पिछले रिश्ते के बारे में कुछ नहीं पता होता।

कोर्टलैंड और कथान्त

डोमीनीक और अपनी ख्याति खो चुके कीटिंग को अहसास होता है कि उसका जीवन असफल रहा है। लेकिन वह टूही से जाकर गिड़गिड़ाता है कि वह उसे किसी तरह 'कोर्टलैंड निवास परियोजना' के निर्माण का कार्य दिलवा दे, जिसके लिए सभी आर्किटेक्ट उत्सुक हैं और जिसे करने से उसे फिर से ख्याति मिल सकती है। टूही उसे यह काम दिलवा देता है। कीटिंग जानता है कि उसके सभी सफल निर्माणों के पीछे रोर्क का दिमाग़ रहा है इसलिए वह सीधा रोर्क के पास जाकर उस से डिज़ाइन में मदद मांगता है। रोर्क एक शर्त पर राज़ी होता है - वह पूरी तरह गुप्त रूप से कोर्टलैंड का डिज़ाइन कर देगा लेकिन निर्माण बिना फेर-बदल के बिलकुल वैसा होना चाहिए जैसा वह बनाएगा (यानि उसमें कोई प्रथा या जनमत के आदर के लिए बदलाव नहीं किया जाएगा)। डिज़ाइन पूरा कर के रोर्क वायनैन्ड के साथ एक नौका यात्रा पर निकल जाता है।

जब रोर्क लौटता है को उसे ज्ञात होता है कि, कीटिंग के वायदे के बावजूद, उसके डिज़ाइन में बदलाव किये गए हैं। वह जाकर कोर्टलैंड को बारूद से उड़ा डालता है। पूरे देश रोर्क को अपराधी मानता है लेकिन अब वायनैन्ड फ़ैसला करता है कि वह रोर्क का साथ देगा। वह अपने अख़बारों को रोर्क की हिमायत करने को कहता है। जनता में रोष है इसलिए उसके अख़बारों की बिक्री गिरने लगती है लेकिन डोमीनीक की मदद से वह डटा रहता है। आख़िरकार अख़बार का कर्मचारी संघ आकर उसे चेतावनी देता है - या तो वह रोर्क का विरोध करे वरना उसका अख़बार छापना बंद हो जाएगा। वायनैन्ड हार मान लेता है और अख़बार में रोर्क की कड़ी निंदा छपती है।

अदालत में जब कार्यवाई शुरू होती है तो लगता है कि रोर्क के बचने की कोई आशा नहीं है। लेकिन वहाँ रोर्क अदालत में उपस्थित लोगों को व्यक्तिगत स्वतंत्रता, मूल आविष्कार और अपनी आत्मा के प्रति सच्चा रहने के मूल्य पर झंझोर देने वाला भाषण देता है। मनुष्यों को दो वर्गों में विभाजित करते हुए वह कहता है कि:

      कृतिकर्ता प्रकृति पर काबू पाने में जुटा होता है। परजीवी दूसरे आदमियों पर काबू पाने में। कृतिकर्ता अपने काम के लिए जीता है। उसे दूसरे लोगों की ज़रुरत नहीं। उसका मुख्य ध्येय अपने ही अन्दर है। परजीवी दूसरों के हाथ जीता है। उसे दूसरों की ज़रुरत है। दूसरे लोग ही उसका मुख्य ध्येय हैं। कृतिकर्ता की मूल ज़रुरत स्वतंत्रता है। बुद्धि और विवेक किसी भी दबाव में काम नहीं करते। उसे रोका-टोका नहीं जा सकता, न्योछावर या किसी ध्येय के अधीन नहीं किया जा सकता। उसे अपने कार्य और ध्येय में पूर्ण स्वतंत्रता चाहिए। कृतिकर्ता के लिए अन्य लोगों से सम्बन्ध रखना बाद की बात है। दूसरे के हाथों जीने वाले की मूल ज़रुरत अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए दूसरों से सम्बन्ध बनाना है। वह सम्बन्धों को प्रथम समझता है। वह घोषणा करता है कि मानव का ध्येय दूसरों की सेवा करना है। वह सेवा-भाव की दुहाई देता है।

अदालत रोर्क को बेगुनाह ठहराती है। वायनैन्ड समझ जाता है कि उसका अख़बार व्यक्तिगत क्षमता और स्वतंत्रता कुचलने का काम करता है और वह उसे बंद कर देता है। वह रोर्क को विश्व की सबसे ऊँची गगनचुम्बी इमारत बनाने का काम सौंपता है। १८ महीने बाद वायनैन्ड इमारत तैयार होने वाली होती है। उपन्यास के अंतिम पृष्ठों में डोमीनीक निर्माण स्थल पर जाती है और वहाँ एक नया संतरी डोमीनीक से उसका नाम पूछता है। डोमीनीक जवाब देती है "श्रीमती रोर्क", जिस से पता चलता है कि अंत में वह रोर्क की पत्नी बन गई है।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

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