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होता है, उसे सर्वनाम कहते हैं। सर्वनाम शब्द का अर्थ है- सब का नाम। संज्ञा जहाँ केवल उसी नाम का बोध कराती है, जिसका वह नाम है, वहाँ सर्वनाम से केवल एक के... |
'विधेय' (प्रेडिकेट) कहलाता है। उदाहरण के लिये, काला कुत्ता बकरी को दौड़ाने लगा, इस वाक्य में 'काला कुत्ता' कर्ता है। कर्म क्रिया संज्ञा सर्वनाम विशेषण... |
फ़ारसी जैसे भाषाओं में लिंग होता नहीं, और भी अंग्रेज़ी में लिंग सिर्फ़ सर्वनाम में होता है। उदाहरण:- मोहन पढ़ता है। ('पढ़ता' का रूप पुल्लिंग है, इसका... |
जहां उपमेय (संज्ञा) का निषेध करके उपमान (सर्वनाम) की स्थापना की जाए, वहां अपह्नुति अलंकार होता है। यथा- मैं जो कहा रघुवीर कृपाला। बंधु न होइ मोर यह काला।।... |
की क्रिया या भाव' या 'विभाग' या 'बाँट'। हिंदी व्याकरण में शब्द (संज्ञा, सर्वनाम तथा विशेषण) के आगे लगा हुआ वह प्रत्यय या चिह्न विभक्ति कहलाता है जिससे... |
संज्ञा के बड़े अक्षर में अर्थ, अंतर्निहित संदर्भ में अद्वितीयता है, अर्थात् जब कोई उदाहरण अंतर्निहित संदर्भ में अद्वितीय है तो सामान्य प्रकार के उदाहरण... |
है-1.विकारी शब्द 2.अविकारी शब्द 1-विकारी शब्द के चार भेद होते है संज्ञा सर्वनाम विशेषण क्रिया अविकारी शब्द के चार भेद होते है क्रिया विशेषण संबंधबोधक समुच्चयबोधक... |
प्रत्यय लगाकर बनती है। जैसे: लिखना, लिखवाना, लिखाया नाम धातु: संज्ञा, सर्वनाम या विशेषण शब्दों में प्रत्यय लगाकर बनती है। मिश्र धातु: संज्ञा, विशेषण... |
अंग्रेज़ी व्याकरण (अनुभाग सर्वनाम) with red spots को it सर्वनाम से प्रतिस्थापित किया जा सकता है Professor Plum kicked it over the fence. सर्वनाम नाम के बावजूद, सर्वनाम, संज्ञा पद के भीतर... |
सारी भाषाओं की माता है। अध्याय दो में संज्ञा एवं विशेषण, अध्याय तीन में सर्वनाम, अध्याय चार में क्रिया, अध्याय पांच में अव्यय (परसर्ग, क्रिया विशेषण, समुच्चय... |
पाणिनि (श्रेणी सन्दर्भ त्रुटि के साथ पृष्ठ) उसपर विचार किया। बहुत सी पारिभाषिक संज्ञाएँ उन्होंने उससे ले लीं, जैसे सर्वनाम, अव्यय आदि और बहुत सी नई बनाई, जैसे टि, घु, भ आदि। पाणिनि को मांगलिक आचार्य... |
प्रवृत्ति भी पाई जाती है जिसका ब्रजभाषा में अभाव है। कन्नौजी के संज्ञा, सर्वनाम आदि वाक्यपदों में संधिराहित्य प्राय: मिलता है, किंतु ब्रजभाषा में वे पद... |
हैं)। 2.2.2 सर्वनाम के साथ यदि दो कारक चिह्न हों तो उनमें से पहला मिलाकर और दूसरा पृथक् लिखा जाए। जैसे :– उसके लिए, इसमें से। 2.2.3 सर्वनाम और कारक चिह्न... |
जाता। कर्म वाच्य की पहचान- कर्म वाच्य वाले वाक्यों में "के द्वारा/द्वारा/सर्वनाम शब्द में 'से'जुड़ा हुआ हो और इनके बाद कर्म आता हो तो उसे कर्म वाच्य का... |
गढ़वाली भाषा (अनुभाग सर्वनाम) दीर्घ उच्चारण और आ दोनोँ भिन्न हैँ।) जैसे डालु (पेड़)-डालऽ गढ़वाली में सर्वनाम प्रायः हिंदी के समतुल्य भी हैँ और हिंदी के विपरित भी। कुमाँऊनी भाषा गढ़वाली... |
अफ़्रीका की भाषाएं (अनुभाग संदर्भ ग्रंथ) विभक्तिसूचक प्रत्यय नहीं पाए जाते। ये भाषाएँ परस्पर काफी भिन्न हैं पर सर्वनाम-त् प्रत्ययांत स्त्रीलिंग आदि एकतासूचक लक्षण हैं। हामी की मुख्य प्राचीन... |
शब्दों की आकारांत रचना और इनसे विशेषण और क्रिया का सामंजस्य, संज्ञाओं और सर्वनामों के प्रत्यक्ष और तिर्यक रूप, क्रियाओं कालादि भेद से जुड़नेवाले प्रत्यय... |
ἀργός की सर्वनाम विलक्षण फार्म "आलसी" या "निष्क्रिय", तथ्य यह है कि तत्त्व लगभग कोई रासायनिक प्रतिक्रियाओं से होकर गुजरती है के लिए एक संदर्भ के रूप में।... |
का सामान्य अर्थ कोई महत्व रखे अथवा नहीं लेकिन वह वाक्य किसी संज्ञा अथवा सर्वनाम की विशेषता प्रकट करने के लिए प्रयुक्त होता है। सामान्य शब्दों में यह शब्द... |
गन्तव्य , कर्तव्य य = पूज्य , खाघ अनीय =पठनीय , शोचनीय । जो प्रत्यय संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण के अंत में लगने के बाद नए शब्दों की रचना करते हैं , उन्हें तद्धित... |