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'बन्दे मातरम्' का कोई शब्दार्थ नहीं है तथा "वन्दे मातरम्" उच्चारण करने से "माता की वन्दना करता हूँ" ऐसा अर्थ निकलता है, अतः देवनागरी लिपि में इसे वन्दे मातरम्... |
वन्दे मातरम् का संक्षिप्त इतिहास इस प्रकार है- ७ नवम्वर १८७६ बंगाल के कांतल पाडा गांव में बंकिम चन्द्र चटर्जी ने ‘वंदे मातरम’ की रचना की। १८८२ वंदे मातरम... |
(१) वन्दे मातरम् - बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित कविता (२) बन्दे मातरम् (पत्रिका) - अरविन्द घोष द्वारा सम्पादित राष्ट्रवादी साप्ताहिक अंग्रेजी... |
वंदे मातरम् भारतीय संगीतकार ए॰आर॰रहमान की स्टूडियो एलबम है। यह सबसे अधिक बिकने वाली भारतीय गैर-फ़िल्मी एल्बम है। इसे ९ दिसम्बर १९९७ में कॉलम्बिया रेकॉर्ड्स... |
हालत में "वन्दे मातरम्" का नारा नहीं लगाया जायेगा। स्वागत समिति ने इसे मान लिया। किन्तु उग्र दल ने इसे स्वीकार नहीं किया। जो लोग "वन्दे मातरम्" का नारा... |
स्वतन्त्रता के क्रान्तिकारियों पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा। भारत का राष्ट्रीय गीत वन्दे मातरम् इसी उपन्यास से लिया गया है। छपते ही यह पुस्तक अपने कथानक के चलते पहले... |
रमानन्द चटर्जी, जो बाद में बंगाली पुनर्जागरण की पत्रिका "मॉडर्न रिव्यू" के संस्थापक बने बने। 'वन्दे मातरम्' यहाँ की प्रार्थना थी। कायस्थ पाठशाला का जालघर... |
१८७६ तक वे ही इस पत्रिका के सम्पादक रहे। इसकी अधिकांश रचनाएँ वे स्वयं लिखते थे। वन्दे मातरम् सबसे पहले इसी पत्रिका में छपा था, बाद में आनन्द मठ में आया।... |
क्रान्ति के इस महानायक के गढ़ पर हुआ वन्दे मातरम का उदघोष, प्रेसनोट डाट इन राजा लोने सिंह की ध्वंश गढ़ी पर वन्दे मातरम् का उदघोष, दुधवा लाइव Archived 2016-03-05... |
सूर्य और दाईं ओर एक वर्धमान चाँद की तस्वीर अंकित थी। ध्वज के केंद्र में "वन्दे मातरम्" का नारा अंकित किया गया था। भारत का ध्वज Listen to this article · (info)... |
स्वीकार किया। जन गण मन -- रवीन्द्रनाथ टैगोर द्वारा रचित भारत का राष्ट्रगान वन्दे मातरम् वन्दे उत्कल जननी बांग्लादेश का राष्ट्रगान बांग्ला लिपि में पाठ... |
विष्णुपुर घराने के प्रसिद्ध स्ंगीतकार थे। वे 'जदु बट्ट' नाम से प्रसिद्ध हैं। वन्दे मातरम् की धुन उन्होने ही तैयार की थी। यदुनाथ भट्टाचार्य का जन्म १८४० ई में हुआ... |
ये पंडित रविशंकर के शिष्यों में से एक हैं। ये मोहन वीणा के जनक हैं। वन्दे मातरम् ,पण्डित विश्व मोहन भट्ट जी की मोहन वीणा से,भोपाल, भारत फ़रवरी 2017 सहायता·सूचना... |
उनके द्वारा रचित 'बटोहिया' नामक भोजपुरी राष्टीय गीत को पूर्वी भारत में “वन्दे मातरम्” के बराबर सम्मान मिला। जन-जागरण गीत की तरह गाया जाने वाला यह गीत पूर्वी... |
कार्यक्रमों एवं आंदोलनों में किया जाता है। भारत माता भारत माता मन्दिर वन्दे मातरम् जय हिन्द "आखिर कहां से आया भारत माता की जय का नारा...कौन है इसका जनक"... |
प्रख्यात उपन्यासकार, कवि, गद्यकार और पत्रकार थे। भारत का राष्ट्रगीत 'वन्दे मातरम्' उनकी ही रचना है जो भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के काल में क्रान्तिकारियों... |
अंग्रेज-विरोधी, गुप्त, क्रान्तिकारी, सशस्त्र संस्था थी। इसका उद्देश्य वन्दे मातरम् के प्रणेता व प्रख्यात बांग्ला उपन्यासकार बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय के... |
"Hindutva is not the same as Hinduism said Savarkar". मूल से 20 अप्रैल 2020 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 8 जून 2020. हिन्दुत्व वन्दे मातरम् गेंटो लफ़्ज़... |
गोरक्षा के लिए भी इन्होंने अनेक प्रयास किये। बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने वन्दे मातरम् गीत 1875 में लिखा था। श्री बसु ने जब उसका अंग्रेजी अनुवाद किया, तो उसकी... |
था। सन् १८८२ में बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय ने अपने उपन्यास आनन्दमठ में वन्दे मातरम् गीत सम्मिलित किया जो शीघ्र ही स्वतंतरता आन्दोलन का मुख्य गीत बन गया।... |