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सन् 1615 में संधि कर ली। मेवाड़ का इतिहास बेहद ही गौरवशाली रहा है। मेवाड़ का प्राचीन नाम शिवी जनपद था। चित्तौड़ उस समय मेवाड़ का प्रमुख नगर था। प्राचीन... |
महाराणा महेंद्र सिंह मेवाड़ (जन्म २४ फरवरी १९४१) एक भारतीय राजनीतिज्ञ है जो मेवाड़ से संबधित है इस कारण इनको महाराणा भी माना जाता है। इन्होंने चित्तौड़गढ़... |
अमरसिंह द्वितीय के शासनकाल तक मेवाड़ का इतिहास है। चतुर्थ जिल्द में अमरसिंह द्वितीय से लेकर जगतसिंह द्वितीय तक मेवाड़ का इतिहास वर्णित है। पांचवीं जिल्द का... |
को मेवाड़ भील कोर की स्थापना हुई। अप्रैल 1841 में गवर्नर जनरल ने अपनी सलाहकार परिषद की सलाह पर मेवाड़ भील कोर के गठन को स्वीकृति प्रदान की। मेवाड़ भील... |
माध्यम से मेवाड़ के पूर्व साम्राज्य के प्रसिद्ध राजा महाराणा प्रताप के जीवन, वीरता और उपलब्धियों के बारे में जानकारी देता है। इसमें मेवाड़ के इतिहास को आकृतियों... |
उदयपुर रियासत (मेवाड़ रियासत से अनुप्रेषित) गया। लॉर्ड डलहौजी द्वारा 1852 में उदेपुर (मध्यप्रदेश) का विलय किया गया था ना की उदयपुर (राजस्थान)का कृपया इसे शुद्ध करे मेवाड़ मेवाड़ी मेवाड़ रियासत... |
मेवाड़ एक्सप्रेस (अंग्रेज़ी: The Mewar Express) (१२९६३/१२९६४) एक रेल है जो निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन ,दिल्ली से उदयपुर के बीच चलती है। यह रेल दिल्ली से... |
. अरविन्द सिंह मेवाड़ (जन्म १३ दिसम्बर १९४४) मेवाड़ राजवंश के ७६वें संरक्षक है जिनका जन्म उदयपुर के सिटी पैलेस में हुआ था ,ये महाराणा शासक तो नहीं है पर... |
मानसून भवन, उदयपुर (अनुभाग सज्जनगढ़ महल का इतिहास) निर्माता मेवाड़ राजवंश (1874-1884) के बहत्तरवें शासक थे और उन्होंने 10 साल की छोटी अवधि के लिए उदयपुर से शासन किया था। उनकी असामयिक मृत्यु तक। मेवाड़ राजवंश... |
सामंत सिंह (श्रेणी राजस्थान का इतिहास) हुआ था। मेवाड़ की शासक वंशावली गुहिल राजवंश "इतिहास और विज्ञान का संगम है चित्तौडग़ढ़ का दुर्ग". अभिगमन तिथि 11 जून 2022. "मेवाड़ का इतिहास". मूल से... |
वर्णन मिलता है, जिनमें मेवाड़, बागड़ और प्रताप शाखा ज्यादा प्रसिद्ध हुई। इन तीनो शाखाओं में मेवाड़ शाखा अधिक महत्वपूर्ण थी। मेवाड़ के प्राचीन नाम शिवि,... |
की प्रसिद्ध पत्र-पत्रिकाओं में छपे। संसार के बड़े-बड़े विद्वानों ने मेवाड़ के इतिहास, संस्कृति, सामाजिक जीवन, कला आदि का मार्गदर्शन प्राप्त किया। अपनी उत्कृष्ट... |
पुत्र खुर्रम (शाहजहाँ) को मेवाड़ अभियान का नेतृत्व सौंपा। - शाहजहाँ के आक्रमणों ने मेवाड़ की स्थिति विकट कर दी। - मेवाड़ी सामंतों ने कुँवर कर्णसिंह को... |
सिसोदिया (राजपूत) (श्रेणी मेवाड़) पृथ्वीराज विजय काव्य से होती है। मेवाड़ के दक्षिणी-पश्चिमी भाग से उनके सबसे प्राचीन अभिलेख मिले है। अत: वहीं से मेवाड़ के अन्य भागों में उनकी विस्तार हुआ... |
उदयसिंह द्वितीय (श्रेणी मेवाड़ के शासक) दुर्ग, राजस्थान, भारत) मेवाड़ के एक महाराणा और उदयपुर शहर के संस्थापक थे। ये मेवाड़ साम्राज्य के ५३वें शासक थे। उदयसिंह मेवाड़ के शासक राणा सांगा (संग्राम... |
महाराणा कुम्भा (श्रेणी भारत का इतिहास) महाराणा कुम्भा या महाराणा कुम्भकर्ण (मृत्यु 1468 ई.) सन 1433 से 1468 तक मेवाड़ के राजा थे। भारत के राजाओं में उनका बहुत ऊँचा स्थान है। उनसे पूर्व राजपूत... |
महाराणा प्रताप (श्रेणी मेवाड़ के शासक) 1597 तदनुसार 9 मई 1540 – 19 जनवरी 1597) उदयपुर, मेवाड़ में भिल्ल सिसोदिया राजवंश के राजा थे। उनका नाम इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ प्रण... |
मेवाड़ के नाम से जाना जाता था। इस शहर ने बहुत कम समय में देश को कई देशभक्त दिए हैं। यहां का मेवाड़ राजवंश अपने को सूर्य से जोड़ता है। यहां का इतिहास निरंतर... |
बलिदान के लिए जाना जाता है जिन्होंने अपने एकमात्र पुत्र का बलिदान देकर मेवाड़ राज्य के कुलदीपक उदयसिंह की रक्षा की थी। पन्ना धाय, राणा सांगा के पुत्र... |
राज्य पाली जिले का मेवाड का सीमावर्ती एक क्षेत्रीय इलाका है। हर साल यहाँ गोडवाड़ महोत्सव मनाया जाता है। यह क्षेत्र अरावली और मेवाड़ की तराई में है। इसका... |