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जमदग्नि ऋषि एक ऋषि थे, जो भृगुवंशी ऋचीक के पुत्र थे तथा जिनकी गणना सप्तऋषियों में होती है। पुराणों के अनुसार इनकी पत्नी रेणुका थीं, व इनका आश्रम सरस्वती... |
जमदग्नि, भारद्वाज - ये सात ऋषि हैं।) कुछ विख्यात ऋषि कश्यप अत्रि वशिष्ट विश्वामित्र गौतम जमदग्नि भारद्वाज कण्व कपिल शौनक याज्ञवल्क्य वाल्मिकी वेद ऋषि... |
रेणुका (श्रेणी ऋषि) रेणुका हिन्दू धर्म में सप्तर्षि में से एक जमदग्नि ऋषि की पत्नी बतायी गयी हैं। वह एक चंद्रवंशी क्षत्रिय कन्या थी । परशुराम इनके पुत्र थे। रेणुका झील... |
पुरामहादेव मंदिर है। काफी पहले यहाँ पर कजरी वन हुआ करता था। इसी वन में जमदग्नि ऋषि अपनी पत्नी रेणुका सहित अपने आश्रम में रहते थे। रेणुका प्रतिदिन कच्चा... |
होता है। इस त्यौहार में सप्त ऋषियों के प्रति श्रद्धा भाव व्यक्त किया जाता है। कश्यप अत्रि भारद्वाज विश्वामित्र गौतम जमदग्नि वशिष्ठ यह व्रत चारों वर्ण की... |
राजा + ऋषि) ऐसे राजा को कहते हैं जो ऋषि (विद्वान) भी हो। दूसरे शब्दों में, वह ऋषि जो राजवंश या क्षत्रिय कुल का हो। जैसे,— राजर्षि विश्वामित्र। ऋषि सात प्रकार... |
(सप्त + ऋषि) सात ऋषियों को कहते हैं जिनका उल्लेख वेद एवं अन्य हिन्दू ग्रन्थों में अनेकों बार हुआ है। वेदों का अध्ययन करने पर जिन सात ऋषियों या ऋषि कुल के... |
परशुराम (श्रेणी ऋषि मुनि) एक ब्राह्मण ऋषि के यहाँ जन्मे थे। जो विष्णु के छठा अवतार हैं। पौरोणिक वृत्तान्तों के अनुसार उनका जन्म महर्षि भृगु के पुत्र महर्षि जमदग्नि ब्राह्मण द्वारा... |
इन्हें विश्वामित्र नामक पुत्र हुआ, जिसमें शक्तिशाली और क्षत्रिय दोनों के गुण थे। सत्यवती ने दूसरा चरु खाया, जिससे उन्हें क्षत्रियगुणसंपन्न जमदग्नि हुए।... |
भयभीत हैं। ऋचीक सत्यवती को समझाते हैं और दम्पति जमदग्नि नामक एक पुत्र को जन्म देते हैं। जमदग्नि का विवाह ऋषि रेनू की पुत्री रेणुका से होता है। दम्पति तीन... |
पराशर की गणना ऋषियों में न होकर देवताओं में कई गयी है। ★ ऋषि- अथर्ववेद के अधिकांश सूक्तों के ऋषि 'अथर्वा'(अविचल, प्रज्ञायुक्त-स्थिरप्रज्ञ) ऋषि हैं। अन्य... |
हुआ। चतुर्भुज (सूर्यवंशी) एवं संज्ञा (चन्द्रवंशी) के चाह ऋषि का जन्म हुआ। चाह ऋषि वत्स ऋषि से दीक्षा ली। इसीलिए चौहानों का गोत्र वत्स हुआ। इस प्रकार... |
तीर्थ, पिंडारा 38. वराह तीर्थ, बराहकलाँ 39. अश्विनिकुमार तीर्थ, आसन 40. जमदग्नि तीर्थ, जमनी 41. ययाति तीर्थ, कालवा 42. पंचनद तीर्थ (हाटकेश्वर तीर्थ), हाट... |
शक्ति देवता हैं। ! पौगंड ऋषि के वंश में दीपक नहीं था। उन्होंने तपस्या कर बर्दीनाथ को संतुष्ट किया। जैसा कि ब्रैडीनाथ ने ऋषि और उनकी पत्नी विमलंबुजा से... |
वंशज हैहयवंशी क्षत्रिय समुदाय के लोग महेश्वर को तीर्थ स्थल मानते है। ऋषि जमदग्नि को प्रताड़ित करने के कारण उनके पुत्र परषुराम से युद्ध करना पड़ा, राजराजेश्वर... |
है। इन ऋषियों का नाम', जमदग्नि, गौतम, अत्री, विश्वामित्र, वशिष्ठ और भारद्वाज और कश्यप है। वे सप्त ऋषि के रूप में जाने जाते हैं। अगत्स्य आठवें ऋषि जिन्होंने... |
ऊर्जस्वी नामक इन्द्र थे। अत्रि, वसिष्ठ, कश्यप, गौतम, भरद्वाज, विश्वमित्र और जमदग्नि- ये सातों इस मन्वंतर के सप्तर्षि थे। वेद, पुराणों और अन्य धर्मग्रंथों के... |
२० वशिष्ठ इनके अलावा निम्न ऋषि भी स्मृतिकार माने गये हैं और उनकी स्मृतियाँ उपस्मृतियाँ मानी जाती हैं। - १ गोभिल २ जमदग्नि ३ विश्वामित्र ४ प्रजापति ५ वृद्धशातातप... |
आत्रेय ब्राह्मणों का एक गोत्र है जिसकी उत्पत्ति अत्रि ऋषि से हुई। इस गोत्र से सम्बंधित लोग, उत्तर भारत तथा नेपाल में पाए जा सकते हैं। गोत्र आत्रेय (ऋषि)... |
हैहयवंशी राजा सहस्रार्जुन, जिसने रावण को पराजित किया था, की राजधानी रहा है। ऋषि जमदग्नि को प्रताड़ित करने के कारण उनके पुत्र भगवान परषुराम ने सहस्रार्जुन का... |