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देवी सर्वभूतेषु माँ चंद्रघंटा रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।। अर्थ : हे माँ! सर्वत्र विराजमान और चंद्रघंटा के रूप में प्रसिद्ध... |
शैलपुत्री ब्रह्मचारिणी कूष्मांडा स्कंदमाता कात्यायनी महागौरी कालरात्रि चंद्रघंटा सिद्धिदात्री नंदनीमता नंदनी जगद्धात्री पार्वती शाकम्भरी शताक्षी देवी सती... |
तुम्हारे पिता तुम्हें बुलाने आ रहे हैं।" माँ दुर्गाजी की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है। नवरात्रि उपासना में तीसरे दिन की पूजा का अत्यधिक महत्व है और इस दिन... |
सरस्वती देवी (अनुभाग स्वरूप) संबोधन किया गया है। धर्म शास्त्रों के अनुसार दोनों देवियाँ ही समान नाम स्वरूप, प्रकृति, शक्ति एवं ब्रह्मज्ञान-विद्या आदि की अधिष्ठात्री देवी मानी गई है... |
ज्ञान रखने वाली 23. सत्ता : सत्-स्वरूपा, जो सब से ऊपर है 24. सत्यानन्दस्वरूपिणी : अनन्त आनंद का रूप 25. अनन्ता : जिनके स्वरूप का कहीं अन्त नहीं 26. भाविनी :... |
हिस्सों जैसे कि गुजरात में उनके नौ रूप यानी शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायिनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री की... |