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परियोजना ५०,००० लेख
| हिन्दी दिवस तक हिन्दी विकि को पचास हजार तक पहुँचाया जाये लगता है कि आज (अगस्त के अन्तिम दिन) ही हिन्दी विकि चालीस हजार का आंकड़ा छू लेगी। हम सभी विशेष कोशिश करें और आज हर हालत में इसे चालीस हजार पर पहुंचा दिया जाय। इसके साथ ही अगले पन्द्रह दिन एक विशेष अभियान चलाकर और विशेष योगदान देकर हिन्दी दिवस तक अपनी विकि को आधा लाख तक पहुँचा दिया जाय। अनुनाद सिंह ०८:४५, ३१ अगस्त २००९ (UTC) - होगा होगा, जरूर होगा। :-) -- सौरभ भारती (वार्ता) १३:३१, ३१ अगस्त २००९ (UTC)
- सब लोग जोश में हैं देखकर अच्छा लगता है। सौरभ बहुत बहुत बधाई। ऐसे तो सभी लोगों ने सहयोग किया पर सौरभ आगे बने रहे। आशीष ने ठीक लिखा है कि लक्ष्य बनाकर काम करने से समुचित सफलता मिलती है और मुनिता के साथ वे पहले भी इस प्रकार के लक्ष्य पार कर चुके हैं। मेरे विचार से १०-१० हज़ार के छोटे लक्ष्यों को बनाकर काम करना चाहिए। सौरभ का विश्लेषण सही है, "असल पड़ाव तो ५५००० पर ही होना चाहिए, सिम्पल इंग्लिश के बाद।" यह पड़ाव भी लक्ष्य बनाकर एक दूसरे के साथ सहयोग करते हुए तेज़ी से पार हो जाएगा। ५०,००० के बाद शायद अंग्रेज़ी विकि के मुखपृष्ठ पर हिंदी का नाम शामिल हो जाएगा। उसके बाद अगला लक्ष्य एक लाख पार करने का होना चाहिए साल खतम होने से पहले। यह लक्ष्य बहुत मुश्किल नहीं होना चाहिए क्यों के ५५,००० पार करते करते हम तकनीकी दृष्टि से कुछ और समर्थ हो चुके होंगे और शायद कुछ और सक्रिय सदस्य हिंदी विकि में जुड़ चुके होंगे। अनेक शुभकामनाएँ।--पूर्णिमा वर्मन १९:२७, ३१ अगस्त २००९ (UTC)
- बहुत-बहुत धन्यवाद। आपके मत से मैं सहमत हूँ। देखिए शायद प्रचार-प्रसार से कुछ और लोग विकि पर आ जाएँ और पुराने सदस्य फिर से जुड़ जाएँ। अगर ४०,००० लेख पुरे होने का समाचार सारे सदस्यों के वार्ता पृष्ठ पर भेजा जाए, और उनसे और ज्यादा participation का आग्रह किया जाए तो शायद बात बन सकती है। आपकी क्या राय है? -- सौरभ भारती (वार्ता) ०४:३५, १ सितंबर २००९ (UTC)
- हिन्दी दिवस तक हिन्दी विकि को पचास हजार तक पहुँचाने की बात काफ़ी उत्साहवर्धक मालूम होती है। लेकिन बिना लक्ष्य निर्धारित किए इसका पूरा होना संभव नहीं है। अभी १४ सितंबर में १३ दिन हैं और हमें लगभग ९००० लेख बनाने हैं। अगर कल यानि ३ सितंबर से हम ९०० लेख रोज़ का लक्ष्य रखें तो ये १० दिन में (१२ सितंबर तक) पूरे होंगे। पिछले आँकणों को देखें तो पता चलता है कि सामान्यतः एक व्यक्ति एक दिन में १०० लेख से ज्यादा नहीं बना पाता है। हालाँकि कुछ सदस्यों ने २०० या ३०० लेख भी एक दिन में बनाए हैं पर रोज़ १० दिन तक ऐसा कर पाना संभव नहीं होगा। ऐसी स्थिति में हमें ८ या ९ लोग ऐसे चाहिए जो १०० लेख रोज़ बना सकें और उनके पास ९०० लेखों का मैटर (भले ही एक या दो पंक्तियों का) भी हो। अच्छा यह होगा कि ऐसे सदस्य स्वयं सेवक सामने आएँ जो १०० लेख (या कम ज्यादा अपनी सुविधा और समय को देखते हुए) बनाने की घोषणा इस पृष्ठ पर कर सकें। प्रबंधक देखें कि कितने लेखों की कमी हो रही है और उसको किस प्रकार पूरा किया जा सकता है। यदि सुझाव पर पालन करना चाहें तो सभी सदस्य नीचे लिखें कि इस हिंदी दिवस परियोजना में कौन सा सदस्य और प्रबंधक क्या योगदान कर सकता है ताकि इसे बिना समय नष्ट किए प्रारंभ किया जा सके। सबसे पहले मैं ही लिखती हूँ।--सुरुचि ०६:०६, २ सितंबर २००९ (UTC)
- अच्छा विचार है। देखते हैं सब साथ मिलकर इसे पूरा कर पाते हैं या नहीं। मैं भी कल से १० लेख रोज बनाने की कोशिश करूँगी। बड़े बड़े दिग्गजों के उत्तर अभी नहीं आए हैं।--मुक्ता पाठक १०:५१, २ सितंबर २००९ (UTC)
- कृपया बतायें, कि अपने आज के या किसी नियत समय-सीमाके योगदानों (केवल नये पन्ने) को कैसे देखा जा सकता है।--आशीष भटनागर वार्ता ०६:४७, ४ सितंबर २००९ (UTC)
- Please see this आशीष भटनागरs new contribution --गुंजन वर्मासंदेश ०७:२२, ४ सितंबर २००९ (UTC)
- After 1 september you have created 491 new articles. --गुंजन वर्मासंदेश ०७:२६, ४ सितंबर २००९ (UTC)
- ये तो मुझे भी पता है। लिकिन इसमें संख्या कहां लिखि हुई है। क्या सारे गिनने पड़ेंगे? --आशीष भटनागर वार्ता ०७:४२, ४ सितंबर २००९ (UTC)
- इस लिंक पर आपके केवल नए लेखो की सूची है. यहाँ पर ५०० लेखो की सूची देखिये. फिर इस सूचि को सेलेक्ट कर कॉपी कर लीजिए ...Excel में पेस्ट करेंगे तो आप को कुल लेखो की संख्या मिल जायेगी. खुद गिनने की जरूरत नहीं पड़ेगी --गुंजन वर्मासंदेश ०८:४९, ४ सितंबर २००९ (UTC)
लक्ष्य तालिका क्रम | सदस्य के हस्ताक्षर | लेखों का लक्ष्य | ३ सितम्बर से निर्मित लेखों की सँख्या ९ सितम्बर तक | १ | मुझे विकि पर तेजी से लेख बनाने का अभ्यास नहीं है इसलिए १० लेख रोज़ १० दिन तक।--सुरुचि ०६:०७, २ सितंबर २००९ (UTC) मेरा भी लक्ष्य पूरा हुआ। याहूहूहूहूहूहूहूहू :-D--सुरुचि १३:३५, १० सितंबर २००९ (UTC) | १०० | ११२ | २ | मुझे भी विकि पर तेजी से लेख बनाने का अभ्यास नहीं है इसलिए १० लेख रोज़ १० दिन तक।--मुक्ता पाठक १०:५१, २ सितंबर २००९ (UTC) मेरे १०० शीर्षक आज पूरे हुए। :-)--मुक्ता पाठक ०४:५९, १० सितंबर २००९ (UTC) | १०० | १०० | ३ | मै ५० लेख प्रतिदिन के हिसाब से ५०० लेख का लक्ष्य रखना चाहूँगा --गुंजन वर्मासंदेश १२:३७, २ सितंबर २००९ (UTC) | ५०० | Till now 231 --गुंजन वर्मासंदेश ०५:५०, ४ सितंबर २००९ (UTC) | ४ | १०० लेख रोज़ १० दिन तक।--Munita Prasadवार्ता १२:४७, २ सितंबर २००९ (UTC) | १००० | अभी तक ३६६--Munita Prasadवार्ता १४:११, ७ सितंबर २००९ (UTC) | ५ | १०० लेख रोज़ १० दिन तक।--पूर्णिमा वर्मन १२:५७, २ सितंबर २००९ (UTC) | १००० | अभी तक २१६--पूर्णिमा वर्मन ११:१३, ४ सितंबर २००९ (UTC) | ६ | २०० लेख १० दिन तक। -- सौरभ भारती (वार्ता) १३:१३, २ सितंबर २००९ (UTC) | २००० | >२५० - ६ सितम्बर २००९ >६५० - ७ सितम्बर २००९ >५०० - ८ सितम्बर २००९ >३५० - ९ सितम्बर २००९ | ७ | कम से कम २५ लेख प्रतिदिन मेरी ओर से भी पक्के--आलोचक १५:३८, २ सितंबर २००९ (UTC) | २५० | १५० लेख अभी तक----आलोचक १४:२३, ६ सितंबर २००९ (UTC) | ८ | मेरा प्रयास रहेगा कि ५० लेख प्रतिदिन के हिसाब से बनाऊँगा।-- डॉ॰ जगदीश व्योम १५:४३, २ सितंबर २००९ (UTC) | ५०० | मेरे अब तक १०५० लेख पूरे हुए। -- डॉ॰ जगदीश व्योम ०१:५३, १७ सितंबर २००९ (UTC) | ९ | १० लेख रोज़ १० दिन तक --मितुल १७:०५, २ सितंबर २००९ (UTC) | १०० | 3 | १० | १४ तारीख तक कुल ५०० और लेख बनाऊंगा। अनुनाद सिंह १८:०६, २ सितंबर २००९ (UTC) | ५०० | 6 | ११ | लक्ष्य २ भागों में:५० लेखX१० दिन=५००, दूसरा लक्ष्य: पहलाx२=१००० +साथ साथ कुछ अच्छे लेख भी रहेंगे।--आशीष भटनागर वार्ता ०३:१४, ३ सितंबर २००९ (UTC) भारत के लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र के सभी लेख के बाद, लक्ष्य लगभग पूर्ण, आगे का प्रयास जारी--आशीष भटनागर वार्ता १८:४७, ५ सितंबर २००९ (UTC) सभी राष्ट्रों के ध्वजों के २०० से अधिक पृष्ठों सहित बहुत से अन्य पृष्ठ।--आशीष भटनागर वार्ता ०१:२५, १४ सितंबर २००९ (UTC) | >१००० | 490+~450+२००+७ आलेख के लेख --आशीष भटनागर वार्ता १८:४७, ५ सितंबर २००९ (UTC) | १२ | | | | १३ | | | | १४ | | | | १५ | | | | १६ | कुल | > ७०५० | कुल= २३४९ | | |
अंग्रेज़ी विकि में प्रवेश संवाद को पुरालेख में डाला गया।--सुरुचि १३:३८, १० सितंबर २००९ (UTC)
| सभी यंत्रस्वामियों तथा हाथ से नए अपूर्ण पन्ने बनाने वालों से अनुरोध है कि वे नए अपूर्ण पन्नों में {{आधार}} का प्रयोग करें ताकि पन्ने में सबसे ऊपर यह संदेश नज़र आए - धन्यवाद। -- आलोक १६:१२, ७ सितंबर २००९ (UTC) - एक बात और, कृपया {{आधार}} को लेख में सबसे ऊपर रखें, नीचे नहीं।(शायद यह सही नहीं है, कृपया नीचे देखें।) इससे दो फ़ायदे हैं।
- पाठकों को शुरुआत में ही अहसास हो जाता है कि यह लेख आधार है, अतः उन्हें अंत तक जा के निराशा नहीं होती।
- पाठकों को यह पता चलता है कि विकिपीडिया को इस बात का अहसास है कि इस लेख पर काम बाकी है।
- और तीसरी सबसे बड़ी बात, पाठक उस लेख को आगे बढ़ाने के लिए अधिक प्रेरित हो सकते हैं क्योंकि यह जानकारी शुरू में ही दी गई है।
- धन्यवाद। -- आलोक ०४:१५, ८ सितंबर २००९ (UTC)
- आलोक जी, आपका सुझाव सम्मिलित कर लिया गया है। :-) -- सौरभ भारती (वार्ता) ०५:३८, ८ सितंबर २००९ (UTC)
- अंग्रेज़ी विकि के कुछ साँचों के प्रलेखन से पता चलता है कि आधार वाले संदेश को सबसे नीचे रखने की सिफ़ारिश की गई है। -- आलोक ११:०५, ९ सितंबर २००९ (UTC)
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यही बात तो एक सज्जन ने ३-४ महीने पूर्व भी कही थी
हिन्दी विकी ४५ वें स्थान
हिन्दी विकी ४५ वें स्थान पर पहुँच गई है।-- डॉ॰ जगदीश व्योम १६:४०, ८ सितंबर २००९ (UTC)
- हम सभी को बधाई।--Munita Prasadवार्ता १६:४४, ८ सितंबर २००९ (UTC)
- भारतीय भाषाओं में प्रथम स्थान :-) congratssssss -- सौरभ भारती (वार्ता) १७:०७, ८ सितंबर २००९ (UTC)
- बधाइयाँयाँयाँयाँयाँयाँSSSSSSSS :-D --पूर्णिमा वर्मन १७:५५, ८ सितंबर २००९ (UTC)
- मेरी ओर से भी बधाई स्वीकार करें। आप सभी का परिश्रम सफल हुआ। -Hemant wikikosh ०५:२९, ९ सितंबर २००९ (UTC)
- सभी को ढेरों बधाइयां< एवं ५०,००० के लिए शुभकामनाएं--आशीष भटनागर वार्ता ०६:४८, ९ सितंबर २००९ (UTC)
- हिन्दी विकी को एक और पायदान ऊपर चढ़ने में थोड़ी ही कसर शेष है। ४५ वें स्थान से ४४ वें स्थान पर बस पहुँची ही समझो।
-- डॉ॰ जगदीश व्योम ०२:०२, १० सितंबर २००९ (UTC)
- ४४ वें स्थान पर हिन्दी विकी पहुँच गई है सभी की मेहनत का ये रंग है। -- डॉ॰ जगदीश व्योम ००:५७, ११ सितंबर २००९ (UTC)
आपको भी बधाई डाक्टर साहब--Munita Prasadवार्ता १२:५३, ११ सितंबर २००९ (UTC)
NCERT पाठ्य पुस्तकें
NCERT की सभी विषयों की पाठ्य पुस्तकें online उपलब्ध है. सदस्य गण सन्दर्भ और नए लेखो के लिए इनका उपयोग कर सकते है. यह हिंदी एवं अंगरेजी दोनों माध्यमों में उपलब्ध है. कृपया इनसे सामाग्री लेने के बाद सन्दर्भ में पुस्तक और प्रकाशक का नाम आवश्यक रूप से जोड़ दे. आशा करता हु की यह पुस्तके हमारे लिए लाभदायक होंगी. यह लिंक देखे. धन्यवाद --गुंजन वर्मासंदेश ०४:०९, ९ सितंबर २००९ (UTC)
- गुंजन जी बहुत-बहुत धन्यवाद, सभी संपादकों की तरफ से।--Munita Prasadवार्ता ०५:००, ९ सितंबर २००९ (UTC)
- इस जानकारी के लिए गुंजन जी का अतीव एवं हार्दिक धन्यवाद। आशा है ये जानकारी सभी संपादकों के लिए संदर्भ लगाने के लिए लाभदायक एवं मानक होगी।--आशीष भटनागर वार्ता ०७:००, ९ सितंबर २००९ (UTC)
- बहुत बढि़या, धन्यवाद! --Charu १०:०८, ९ सितंबर २००९ (UTC)
- खुशी ज्यादा देर नहीं रही, केवल विषयवस्तु ही उपलब्ध कराई गई है, वह भी पीडीएफ फार्मेट में! आखिर मेरी सोच सही रही, इस देश का सरकारी तंत्र समय से दस दशक पीछे हैं। --Charu १४:११, ९ सितंबर २००९ (UTC)
चारू जी आपको क्या कमी लगी पीडीएफ होने से? ये सभी तो पाठ्य पुस्तकें हैं तो विषय वस्तु छोड़कर और क्या चाहिए।--Munita Prasadवार्ता १४:१७, ९ सितंबर २००९ (UTC)
- कही आपका इशारा विषय-सूची की और तो नही है। इस पृष्ठ पर अगर आप किसी शीर्षक पर क्लीक करंगे तो एक नया पीडीएफ़ मे वह विषय खुलेगा। --गुंजन वर्मासंदेश १५:४०, ९ सितंबर २००९ (UTC)
- पूरी पुस्तक यहाँ उपलब्ध है जो कि कृतिदेव फोंट में हे जिसे यूनिकोड में बदला जा सकता है। सबसे पहले किताब का चित्र फिर सूची और फिर पूरा पाठ है..... और क्या चाहिए। -- डॉ॰ जगदीश व्योम ०१:२७, १० सितंबर २००९ (UTC)--122.162.54.33 ०१:२५, १० सितंबर २००९ (UTC)
- जगदीश जी, कृतिदेव फाण्ट में जहाँ पुस्तकें हैं उसका पता आपने नहीं दिया। मेरे खयाल से यह अधिक उपयोगी है क्योंकि इन्हें यूनिकोड में बदलना आसान है। 'इमेज' के रूप में उपलब्ध पुस्तकें पड़ी तो जा सकती हैं किन्तु उनकी सामग्री को कॉपी-पेस्ट करना कठन है। अनुनाद सिंह ०५:३०, १० सितंबर २००९ (UTC)
- अनुनाद जी ! कठिन नहीं है, पीडीएफ में जो किताबें हैं वहाँ से इन्हें कापी किया जा सकता है, मैंने कापी करके देख लिया है, फिर इस मैटर को यूनिकोड आसानी से बदला जा सकता है। एन सी ई आरटी का जो लिंक यहाँ दिया गया है वह ठीक है, उसी को खोलना है। कोई दिक्कत आ रही हो तो कृपया मुझे सूचित करें। -- डॉ॰ जगदीश व्योम १०:०३, १० सितंबर २००९ (UTC)
mbox परिवार की संदेश पेटियाँ हिंदी विकि पर
| en:Template:ambox का हिंदी विकि पर कोई समतुल्य पहले से ही है क्या? Article Message Box काफ़ी उपयोगी चीज़ है और इसके जरिए एकरूपता भी आती है, इसी ढर्रे पर प्रयोग के तौर पर मैंने लेख सदेश पेटी साँचा:लेसपेटी बनाने की कोशिश की पर वह चलता नहीं है, अर्थात् कुछ प्रदर्शित नहीं करता है। और आगे जाने के पहले मैंने सोचा कि पूछ लूँ यदि पहले ही इस तरह की चीज़ पर किसी ने काम किया हो तो। -- आलोक ०९:५४, ९ सितंबर २००९ (UTC) - उदाहरण के लिए en:User:आलोक पर बनी संदेश पेटी को देखें, वही चीज़ मैं यहाँ बनाने की कोशिश कर रहा हूँ:
- {{ambox|text=क्या हाल चाल चचा?}}
-
- या फिर {{लेसपेटी|text=क्या हाल चाल चचा?}} के जरिए -
-
- लेकिन यह ठीक से नहीं आता है।
- एक और परीक्षण मेरे वार्ता पृष्ठ पर भी है - यहाँ कुछ भी नहीं छपा।
- -- आलोक १०:०७, ९ सितंबर २००९ (UTC)
- हमें parameterized templates की बहुत आवश्यकता है। ये भी अच्छा है। जैसे साँचे में किसी चीज को बोल्ड करना हो तो पैरामीटर पास करके किया जा सकता है, पर शायद अभी यह नहीं है सबमें। -- सौरभ भारती (वार्ता) १०:२९, ९ सितंबर २००९ (UTC)
- शायद मैं अपना सवाल ठीक से समझा नहीं पाया। उसे दोहराता हूँ - क्या कारण है कि अंग्रेज़ी विकि वाला ambox चल रहा है लेकिन हमारा वाला {{ambox}} ठीक से नहीं चल रहा है? यदि किसी को ज्ञात हो तो बताएँ -- आलोक १०:५०, ९ सितंबर २००९ (UTC)
- मैंने देखा, आलोक सही कह रहे हैं। कुछ प्रयास भी किया, किन्तु सफालता नहीं मिली। खैर बाद में देखता हूं। पहले ५०,००० और हिन्दी दिवस से निबट लें। हां, आलोक जी एक बात ध्यान रखें, कि बॉक्स के लिए पेटी नहीं सन्दूक प्रयोग करें। खास ध्यान रखें आधा न, न कि संदूक। जैसे इन्फ़ोबॉक्स=ज्ञानसन्दूक, आदि। इस तरह एकरूपता बनी रहेगी।--आशीष भटनागर वार्ता १५:१७, ९ सितंबर २००९ (UTC)
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विकि वार्ता
क्या {{वार्ता शीर्षक}} साँचा को बढाकर उसमें {{विकि प्रगति}} साँचे को डाला जा सकता है? इससे फायदा यह होगा कि जो भी अपने वार्ता पृष्ठ पर देखेगा, उसे by default विकि प्रगति दिखती रहेगी। -- सौरभ भारती (वार्ता) १५:३२, १० सितंबर २००९ (UTC)
ग्रामों पर बने लेख
कृपया ग्रामीण बॉट द्वारा बनाए जा रहे लेखों पर वार्ता साँचे लगाने के लिए भी कोई बॉट बनाया जाए। इससे हिन्दी विकि की गहराई सुधरेगी। 59.177.72.143 १६:१३, १० सितंबर २००९ (UTC)
- उस कार्य के लिये SmackBot नाम का बॉट पहले से ही उपलब्ध है। उस ही ने २ सप्ताह पूर्व करीब १०,००० वार्ता पृष्ठ बनाए थे जिस से हिंदी विकि की गहराई १२ से २१ हो गयी थी। --गुंजन वर्मासंदेश १६:४८, १० सितंबर २००९ (UTC)
- मैंने एक सूचनाबॉट बनाने का सोचा है जो स्मैकबॉट जैसा ही काम करेगा। साथ में इससे कुछ खास सूचना के लिए भी उपयोग किया जा सकेगा। इसका काम पन्नों पर जरूरतमंद ambox संदेश लगाना भी होगा। पर अभी नहीं, हिन्दी दिवस के बाद। तब तक स्मैकबॉट को चलने दीजिए। -- सौरभ भारती (वार्ता) १८:३५, १० सितंबर २००९ (UTC)
अंग्रेजी शब्दों वाले लेखों पर साँचा लगाना
हिंग्लिशबॉट के लिए नया कार्य - ऐसे लेख जिनमें कुछ भी रोमन अक्षरों में है, उसके ऊपर एक आधार जैसा संदेश लगाना जैसे इस लेख में अंग्रेजी के भी कुछ शब्द हैं। कृप्या इसे हिन्दी में अनुवाद करने में हिन्दी विकिपीडिया की मदद करें। -- सौरभ भारती (वार्ता) १८:४७, १० सितंबर २००९ (UTC)
- इसके लिए {{अनुवाद_आधार}} का इस्तेमाल हो सकता है -- आलोक ०१:४९, ११ सितंबर २००९ (UTC)
ग्रामीण बौट के लिए कुछ और सुझाव
जैसे की आप जनगणना विभाग की website से गाँव की सूची ले रहे है. उस ही वेबसाइट पर इन गाँव की अन्य जानकारियां भी होंगी जैसे २००१ की जनगणना, क्षेत्रफल, समुन्द्रतल की ऊंचाई आदि. क्या ग्रामीण बोट इन सूचनाओ को पहले से बनांये गए (ग्रामीण बौट) लेखो पर यथा स्थान insert कर सकता है. अगर हम ऐसा कर सके तो और भी अच्छा एवं सूचनाप्रद होगा. शायद मैपिंग एक उचीत शब्द हो इस सन्दर्भ में --गुंजन वर्मासंदेश ०५:०३, ११ सितंबर २००९ (UTC)
- यह सूचना हर गाँव के लिए तो नहीं, पर हर नगर या प्रखण्ड के लिए मिल सकती है। जी हाँ ग्रामीणबॉट का उद्देश्य ही यही है, कि नगरों की कुछ जानकारियाँ खुद से डाल दें। पर यह कार्य पेचीदा है और धीरे-धीरे होगा। सुझाव के लिए धन्यवाद गुंजन जी। -- सौरभ भारती (वार्ता) ०५:५२, ११ सितंबर २००९ (UTC)
- ग्रामीणबॉट है तो बॉट लेकिन हाल के परिवर्तनों से बॉट हटाने पर भी अपनी पुछल्ली दिखाता रहता है। निदान? -- आलोक १५:२१, ११ सितंबर २००९ (UTC)
क्या किस सदस्य ने कभी ऑटोविकिब्राउज़र का उपयोग किया है . यह एक काफी लाभकारी टूल है. --गुंजन वर्मासंदेश ०७:२६, ११ सितंबर २००९ (UTC)
- हां मैंने काफ़ी समय प्रयोग किया है। बाद में कंप्यूटर फ़ॉर्मैट होने के कारण अनइन्स्टॉलहो गया। और फिर मिल नहीं पाया। यदि कहीं से मिले तो इसका डाउनलोड लिंक देना। या हो सके तो मेरे ई-मेल पर अटैच कर भेज दो।--आशीष भटनागर वार्ता ०९:०८, ११ सितंबर २००९ (UTC)
- इस से क्या क्या कर सकते है --गुंजन वर्मासंदेश ०९:१२, ११ सितंबर २००९ (UTC)
- इससे लेखों में कोई भी संपादन एक ब्राउज़र के अंदर ही कर सकते हैं। उसके साथ बहुत से टूल्स/उपकरण स्विच के रूप में दिये होते हैं, जैसे संपादन विंडो के ऊपर कुछ दिये होते हैं। इसके अलावा भि बहुत कुछ है, अब याद नहीं है इतना।--आशीष भटनागर वार्ता १२:०६, ११ सितंबर २००९ (UTC)
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड
क्या किसी को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के बने किसी लेख के बारे में पता है> यदि मिले तो कृपया पुनर्निर्देशित कर दें। और यदि कोई बनाना चाहे तो सुस्वागतम।--आशीष भटनागर वार्ता ०९:१०, ११ सितंबर २००९ (UTC)
सदस्य पंजीकरण
मैंने अपना पंजीकरण कर लिया है, लेकिन फिर भी यह क्यों दिखा रहा है कि मैं चित्र अपलोड नहीं कर सकता हूँ केवल पंजीकृत सदस्य कर सकते हैं। रोहित रावत १४:१५, ११ सितंबर २००९ (UTC)
- क्या तस्वीर चढाते समय आप सत्र में थे? चाहें तो कॉमंस पर तस्वीर चढ़ा सकते हैं, वह ज़्यादा फ़ायदेमंद है। -- आलोक १५:२४, ११ सितंबर २००९ (UTC)
विकिमीडिया फौन्देशन
मुखपृष्ठ पर कुछ सुधार
| - २ सितंबर, बुधवार, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री राजशेखर रेड्डी की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई। मुखपृष्ठ पर इस वाक्य में में नहीं है।
- पूरी सूची के बजाय हिंदी वाली कड़ी दी जा सकती है।
-- आलोक ०८:१९, १२ सितंबर २००९ (UTC) - इस बात का अर्थ समझ में नहीं आया !! पहले वाक्य का दूसरे वाक्य से तारतम्य नहीं बैठता है। आलोक जी के हस्ताक्षर भी नहीं, शायद भूल गये। खैर कोई बात नहीं, ये भूल तो किसी से भी हो सकती है। किन्तु आशय समझायें।--आशीष भटनागर वार्ता ०४:०४, १२ सितंबर २००९ (UTC)
- दो अलग अलग चीज़ें, पर दोनो मुखपृष्ठ पर ही हैं। थोड़ा और खुलासा किया है। -- आलोक ०८:१८, १२ सितंबर २००९ (UTC)
- -- हिन्दी वाली सूची उतनी जल्दी update नहीं होती है जितनी अंग्रेजी वाली। ऐसा क्यूँ? -- सौरभ भारती (वार्ता) ०७:१०, १३ सितंबर २००९ (UTC)
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हिन्दी पखवाड़ा - ५०००० लक्ष्य की प्राप्ति
दोस्तों,
बस २०० लेख और रह गए हैं ५०००० लेख पूरे होने में। कृपया जोर लगा कर आज पूरा कर ही दें। -- सौरभ भारती (वार्ता) ०७:४२, १४ सितंबर २००९ (UTC)
- लगे हुए हैं; अब तो पूरा होकर रहेगा। लक्ष्य हासिल समझिये। हिन्दी दिवस की शुभकामनाएँ !! अनुनाद सिंह ०९:४४, १४ सितंबर २००९ (UTC)
हिन्दी दिवस की बधाई
विकिपीडिया के सभी सदस्यों को मेरी ओर से "इकसठवें हिन्दी दिवस की ढेरों बधाइयां".-Hemant wikikosh ०९:१८, १४ सितंबर २००९ (UTC)
- -- हिन्दी पखवाड़ा सफलपूर्वक सम्पन्न। सबको बधाई। -- सौरभ भारती (वार्ता) १५:३८, १४ सितंबर २००९ (UTC)
लक्ष्य पूरा हुआ
| {{{1}}} ५०,००० लेख पूरे हुए, सभी को बधाई। -- डॉ॰ जगदीश व्योम १५:२१, १४ सितंबर २००९ (UTC) - -- सबको ढेरों बधाईयाँ।-- सौरभ भारती (वार्ता) १५:३८, १४ सितंबर २००९ (UTC)
- हिंदी माह से कुछ ही पहले उदित हुआ सपना आज हिंदी दिवस के दिन ५०,००० के आँकड़े के साथ पूरा हुआ है। सबको बधाई शुभकामनाएँ और सबकी एकजुटता को नमन!! काम सभी ने किया। और सबका काम अपनी-अपनी जगह महत्त्वपूर्ण है। बहुत से छूटे साथी लौटे, वाद-विवाद हुए जिससे हमें और भी बेहतर होने का अवसर मिला। आकड़ों को देखें तो आज ५००,००० कुल संपादन, लगभग २०,००० सदस्य, १००,००० अन्य लेख और ५०,००० लेख के साथ हिंदी विकि वेब पर एक सम्मानजनक उपस्थिति प्रस्तुत करता है। फिर भी ढोल में जो पोल है उसे सुधारना है। आधारों को उठाना है प्रखंडों को सजाना है और तमाम टूटी कड़ियों को जोड़ना है। आशा है इस महायज्ञ में जो साथी साथ जुड़े हैं, ऐसे ही साथ रह कर सहयोग करते रहेंगे। सौरभ के बॉट चलना जारी रखेंगे, आशीष अविश्वसनीय संख्या में उपयोगी पन्ने बनाते रहेंगे और मुनिता इसी जोश के साथ सबको उत्साहित करती रहेंगी। मितुल कभी कभी समाचारों पर झाँकते रहेंगे, अनुनाद, डॉ व्योम, सुरुचि, मुक्ता, गुंजन, आलोचक और आलोक ने जो तत्परता दिखाई है वह जारी रहेगी। स्मिता दिनेश, हेमंत विकि, रोहित, अनिरुद्ध और बाकी लोग भी लौट लौटकर आते रहेंगे। ताकि हमारी संख्या तो बनी ही रहे लेखों में भी लगातार सुधार होता रहे। अनेक शुभकामनाएँ !!--पूर्णिमा वर्मन १५:४४, १४ सितंबर २००९ (UTC)
- मेरी ओर से भी हार्दिक शुभकामनाएँ। हम सब इसी प्रकार काम जारी रखें और इसी वर्ष हिन्दी विकि को एक लाख लेखों वाली विकियों में पहुँचा दें और अब हमारा यही लक्ष्य होना चाहिए। रोहित रावत १६:००, १४ सितंबर २००९ (UTC)
- हिंदी दिवस एवं ५०,००० के लक्ष्य प्राप्ति पर सभी सदस्यों को हार्दीक बधाईयां। पिछले एक महीने मे जो एकजुटता दिखी है उसे और आगे ले जाना है। इस मैके पर मै विशेष उल्लेख करना चाहूँगा ग्रामीण बॉट एवं उसके रचियता सौरभ जी का। सौरभ जी के आने से हिंदी विकि को एक महत्वपूर्ण तकनीकी बढ़त मिली है। यह भी सत्य है की बिना इस बॉट के एक महिने से भी कम समय मे १०,००० लेख बनाना संभव नही था। इसके अलावा सभी सदस्यो ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस ही महीने अंग्रेजी विकि पर निवेदन कर वार्ता पृष्ठ बनाने वाले SmackBot को हिंदी विकि पर सक्रिय किया। इस बॉट ने ४ दिनो मे ही ३०,००० के लगभग वार्ता पृष्ठ का निर्माण कर हिंदी विकि की गहराई को १२ से २१ तक पहूँचा दिया। इसके अलावा मिडियाविकि भी अब पूर्ण रुप से अनुनादित हो चुकी है। तो यह कहना उचित होगा की हिंदी दिवस अपने साथ सौगात मे हिंदी विकि के लिये नया दौर लेकर आया है।
- पर हमे यह नही भुलना चाहिये की इस लक्ष्य की प्राप्ती मे जो १०,००० लेख फ़टा फ़ट बने है वह विकि के कुल लेखो के २०% है। इस से आधार लेखो की संख्या मे बहुत बड़ोतरी हो गयी है। इसलिये कोई भी नया लक्ष्य बनाने से पहले हम लोगो को लेखो की गुणवंतता के बारे मे भी सोचना चाहिये। और अंतिम मे यह कहना चाहूँगा
“ | अलग-अलग पथ बतलाते सब पर मैं यह बतलाता हूँ - 'राह पकड़ तू एक चला चल, पा जाएगा मधुशाला। | ” | --गुंजन वर्मासंदेश १७:१२, १४ सितंबर २००९ (UTC) - हिन्दी विकी के ५०,००० लेख पूर्ण होने और लक्श्य प्राप्ति पर सभी को बधाइयां। कुछ देर से ही सही, किंतु दे रहा हूं। इसके लिए कुछ पंक्तियाँ याद आती हैं:-
“ | वह दौड़ रहा अरिमस्तक पर, या आसमान पर घोड़ा था, हय यहीं रहा, अब यहां नहीं, हय वहीं रहा, अब वहां नहीं, थी जगह न कोई जहां नहीं; किस अरिमस्तक पर रहा नहीं... | „ | | - इसी प्रकार हिन्दी विकी भी इस ही प्रकार सर्वत्र व्याप्त दिखाई देगा, और सभी प्रतिद्वंदियों को पछाड़ता हुआ आगे ही बढ़ता जायेगा। आवश्यकता है तो बस इस उत्साह की, जो हम सभी ने अब मिलकर दिखाया है। इसकी तुलना १८५७ के संग्राम के जोश से की जा सकती है। वही संग्राम था, जिसने १९४७ की नींव रखी थी, और अन्ततः विश्व ने तिरंगा फहराता देखा १९४७ में। हमारा भी ४७ जल्दी ही आयेगा। सभी सदस्य इसी लगन को बनाये रखें, बल्कि दोगुना करें। शुभकामनाओं सहित--आशीष भटनागर वार्ता ०४:१७, १५ सितंबर २००९ (UTC)
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५०,००० लेख, और मीडियाविकि अंतरापृष्ठ भी १००% अनूदित
ट्रांस्लेटविकि के आँकड़े दिखा रहे हैं, कि हिन्दी के संपूर्ण मीडियाविकि संदेश अनूदित हो चुके हैं। विकिपीडिया पर ये कुछ दिनों बाद चढ़ेगा अतः कुछ समय तक आपको कुछ अंश अंग्रेज़ी में ही दिखेंगे।
-- आलोक १६:३०, १४ सितंबर २००९ (UTC)
- ये तो बहुत बढिया है। अनदर अचीवमेन्ट। -- सौरभ भारती (वार्ता) १८:५५, १६ सितंबर २००९ (UTC)
अगला लक्ष्य
| मेरे विचार से हमने पिछले १५ दिनों में लगभग ३७,००० से आरंभ कर ५०,००० का आंकड़ा पार किया है, जो १३,००० लेख संख्या देता है। तो *यदि १५ दिनों में १३,००० हुए, तब ३० दिन=१ माह में २६,०००, और २ माह में ५२,००० हो सकते हैं। - किंतु इस बात से शायद सभी सहमत होंगे, कि इस गति के कारण हमारा ध्यान अन्य कार्य-कलापों से काफ़ी हद तक हटा भी है। अतएव यदि हम २ के बजाय ३ या साढ़े तीन माह लें तो ५०,००० का आंकड़ा सरलता से पार कर सकते हैं।
- इस तरह नव वर्ष हमें लखटकिया बना सकता है। या कहें तो लाख को लक्ष्य भी कहते हैं, तो इस लक्ष्य को नव वर्ष तक प्राप्त कर सकते हैं। इस बारे में राय व सुझाव आमंत्रित हैं, किन्तु इसे शीघ्रातिशीघ्र तय कर आरंभ करना होगा।
- यह आवश्यक रूप से सुनिश्चित किया जाना चाहिये, कि लेख का न्यूनतम मानक क्या हो। शब्द संख्या, या वाक्य संख्या, या कुछ और...
- बाकी सदस्य जो उस मानक पर न चल पायें, तो भी योगदान का तो स्वागत है ही।
- कुछ ऐसे लेखों को बनाया जाये, जिनकी आवश्यकता बहुत पड़ती रहती है, जैसे उत्तर भारत, मध्य भारत, आदि- इन्हें मैंने पहले ही बना रखा है, किंतु इस प्रकार से अन्य लेख भी बनाये जायें, जिनकी अत्याधिक आवश्यकता महसूस की जाती है, और जिनके बने होने पर अन्य लेखों की कड़ियां नीली करने की उतनी आवश्यकता नहीं रहेगी। इसके लिए सदस्य अपनी समझ से या अंग्रेज़ी विकि से सूचियां ढूंढ कर सुझव दे या ले सकते हैं। इसका उदाहरण है विभिन्न देशों के ध्वज के पृष्ठ, जैसॆ: भारत का ध्वज, पाकिस्तान का ध्वज, आदि। इसी प्रकार विभिन्न देशों के शहरों की सूची पृष्ठ, उनका सांचा, और सभी शहरों के पृष्ठ। खाद्य पदार्थों के तो बन चुके हैं।
- इस प्रकार अन्य राय व सुझाव दे कर मानक और लक्ष्य तय करें, जिससे कि १ जनवरी तक हमारी स्थिति अत्योत्तम हो पाये।
--आशीष भटनागर वार्ता ०४:४०, १५ सितंबर २००९ (UTC) कृपया इस पर विचार करें- (यद्यपि मैं विकिहिन्दी का बहुत सक्रिय सदस्य नहीं हूँ, परंतु हिंदी भाषियों के महासमुद्र का एक अवयव होने के नाते अपने सुझाव देना चाहता हूँ।) अभी हाल ही में हम सभी ने विकिहिन्दी को पचास हजार का सराहनीय आँकड़ा पार करते देखा है। परंतु इसके साथ ही हमारे विकिपीडिया में एकपंक्तिक लेखों की संख्या में अपूर्व वृद्धि हुई है। और इसके साथ ही विकिपीडिया का औसत लेख आकार बहुत घट गया है। अर्थात् यदि कोई ज्ञानपिपासु हिंदी में अपने मनपसंद विषय पर जानकारी ढूँढने आये, तो उसे "जानकारी मिलेगी" इसकी प्रायिकता (probability) या चान्सेज़ भी तेजी से घट गये हैं। यह किसी की आलोचना नहीं है, बल्कि एक सदस्य के नाते आत्मावलोकन है। हम आसानी से यह आकलन कर सकते हैं कि एकपंक्तिक लेखों का यह प्रतिशत कितना अधिक है, क्योंकि यह हमारे हर संख्यावर्धन अभियान से बढ़े लेखों की संख्या का नब्बे प्रतिशत से अधिक होता है। इसी तथ्य को बाहरी लोग रैंडम टेस्ट की असफलता के द्वारा व्यक्त करते हैं। हिन्दीविकिपीडिया पर अब यह बहुत बड़ा भार आ पड़ा है, कि इन तीस हजार से अधिक लेखों को जानकारीपूर्ण बनाया जाये। यह बहुत कठिन कार्य सिद्ध होने वाला है, क्योंकि वनलाइनर लिखते समय हम विषय चुनने में अधिक नहीं सोच पाते, अर्थात् उस लेख पर बढ़ाने की सामग्री आसानी से उपलब्ध है या नहीं। हो सकता है कि हमारे बहुत से लेख आज हम बढ़ाने की स्थिति में ही न हों, या हमारी उस विषय में पर्याप्त दिलचस्पी ही न हो। परंतु यह कार्य करना आवश्यक है, यदि सभी लेखों के लिए नहीं तो बहुत बड़ी संख्या के लिए। साथ ही यदि हम और अधिक ऐसे लेख बनाते जाते हैं तो यह कार्य और भी कठिन हो जायेगा। पिछली बार अंग्रेजी विकिपीडिया पर एक तेलुगु सदस्य द्वारा पोस्ट किये गये उस संदेश का हमारे पास कोई उत्तर नहीं है, कि क्यों हर दस में से सात-आठ रैंडम लेख एकपंक्तिक हैं। हम कह सकते हैं कि अंग्रेजी विकिपीडिया के विचार हमारे मानक नहीं हैं, परंतु हम यह कैसे कह दें कि हिंदीभाषियों को ज्ञान के विभिन्न विषयों पर एक पंक्ति से ज्यादा जानकारी लेने का अधिकार नहीं है। इस विषय पर कुछ अच्छे विचार कुछ सदस्यों द्वारा पहले ही रखे जा चुके हैं, जिनमें से एक यह भी था कि हम यह सुनिश्चित करें कि अमुक विषय पर नेट पर विकिहिन्दी ही एकमात्र प्रामाणिक स्रोत होगा। जब हम गुणवत्तापूर्ण लेख बनायेंगे तो संख्या तो अपने आप ही बढ़ेगी ही क्योंकि लाल कड़ियों को नीला करने में नये लेख बनेंगे ही। पचास हजार बहुत सम्मानजनक संख्या है, और अब हम सम्मानजनक कन्टेन्ट के लिए चिन्ता कर सकते हैं। -Hemant wikikosh ०७:४१, १५ सितंबर २००९ (UTC) पहले ही विचार किया हुआ है - हेमंत जी की विकी की गुणवत्ता के भारे में चिंता प्रशंसनीय एवं विचारणीय है। किंतु इस बात को तो हम बहुत पहले ही उठा चुके हैं, बल्कि संयोग से मैंने ही विकि में प्रवेश नामक चर्चा आरंभ की थी। तब लेखों के लिए कुछ न्यूनतम अर्हटाएं तय करने की बात लिखी थी, जिन्हें मैं फिर से उद्धृत करता हूं:-
- लेख कम से कम ५ वाक्यों के तो आवश्यक रूप से बनें।
- नहीं तो किसी सांचे सहित या ज्ञानसन्दूक सहित बनें। इस दिशा में मैं सहायतार्थ सदा ही उपलब्ध हूं। कोई भी सदस्य किसी भी प्रकार के सांचे या ज्ञानसन्दूक बनाने के लिए कहे तो यथा-संभव बनाने का प्रयाश करूंगा। हां यदि देर भी होती है, तो कृपया सदस्य उस सांचे से संबंधित लेखों में सांचे क प्रयोग तो कर ही लें। सांचा बनने पर लाल कड़ी के स्थान पर सांचा अपने आप ही आ जायेगा।
- अंग्रेज़ी लेखों को आवश्यक रूप से हटा देना चाहिए, बल्कि अंग्रेज़ी लेखों से तो गूगल अनुवाद फिर भी बेहतर होगा। उसे बढ़ावा न दें, किंतु अंग्रेज़ी लेखों को तो स्ट्रिक्टली हटाया जाना चाहिए।
- ऐसे लेख जिनमें मात्र खाली शीर्षक ही लगे हैं, उन्हें साफ करना चाहिए। इस दिशा में सभी वर्षों के लेख खासकर उल्लेखनीय हैं।
- और सुझाव और बिन्दु भी आमंत्रित हैं।
- ये बातें ध्यान में रखकर ही उपरोक्त वार्ता आरंभ की है। ध्यान रहे, कि मैंने लिखा भी है, कि हम २ माह के स्थान पर साढ़े तीन माह का समय ले रहे हैं। हां लक्ष्य रखेंगे तो प्राप्त भी होगा, वर्ना एक रथ में ८ घोड़े अलग अलग दिशा में दौड़ें तो रथ कहां जायेगा? सभी को एक दिशा में प्रयत्न करना होगा, कोई गंतव्य तय करना होगा, जिसके साथ साथ गुणवत्ता नियंत्रण भी तय करें। मैंने लिखा था, कि कॊई भी ज्ञानसन्दूक या सांचा बनाने हेतु मुझसे सहायाता वांछित हो तो बतायें, किंतु यथा संभव लेखों में इन दोनों में से एक अवश्य लगायें, जैसे पाकिस्तान का ध्वज, प्रफुल्ल बी रघुभाई देसाई, जो एक वाक्य लेख भले ही हों, किंतु सांचे या ज्ञानसन्दूक में जानकारी समेटे हुए हैं, या पाठ में भरपूर सूचना है। ऐसे लॆख बनाये जायें।--आशीष भटनागर वार्ता ०८:१२, १५ सितंबर २००९ (UTC)
- अच्छे विचार हैं। मैं बॉट पर अब ज्यादा ध्यान देना चाहूँगा ताकि इससे कुछ और मदद मिल सके हिन्दी विकि को। -- सौरभ भारती (वार्ता) १३:२७, १५ सितंबर २००९ (UTC)
वर्षों और तिथियों के लेखों में सचमुच केवल शीर्षक हैं। मैने मराठि विकिपिडिया में जाकर भारत के भाषाओं में प्रथम होने का सच देख लिया है। मैं शर्मिंदा हूँ। लेकिन इन्हें हटाएँ नहीं। वर्ष भर का समय दें मैं सैंकड़ों वर्ष भर दूँगा। | |
o-९ को 0-9 में तथा 0-9 को o-९ में बदलने वाला साँचा?
| क्या कोई ऐसा साँचा है जो 0-9 को o-९ में बदलता हो, और/या उसका उल्टा करता हो? हो तो बताएँ। -- आलोक १०:५४, १५ सितंबर २००९ (UTC) - अभी तक तो मुझे मिला नहीं है। हां यदि कोई मिले तो मुझे भी बताना। कई बार आवश्यक होता है, तब वर्ड में कापी कर वहां दस बार बदलना पड़ता है, और ये भी ध्यान रखना होता है, कि कहीं प्रोग्रामिंग सीक्वेन्सेस न बिगड़ें।उनके अंक अंग्रेज़ी में ही चलते हैं।--आशीष भटनागर वार्ता ११:०७, १५ सितंबर २००९ (UTC)
- {{convert}} वाला साँचा रोमन अंक ले के देवनागरी अंक वापस फेंकता है। -- आलोक १२:२२, १५ सितंबर २००९ (UTC)
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सुझाव अच्छा है
मैं Hemant wikikosh जी के सुझावों से पूर्णतः सहमत हूँ। अब हम लोग ५०,००० से ऊपर भी आ गए हैं और भारतीय भाषाओं के विकियों में भी सबसे आगे हैं। इसलिए मेरा भी यही सुझाव है और जो मैंने पहले भी दिया था की अब नए लेख बनाने की गति को कुछ कम करके पुराने लेखों के विस्तारीकरण पर ध्यान दिया जाए। यदि हम १ लाख तक ना भी पहुँचे तब भी हिन्दी विकि की गहराई तो बढ़ेगी ही। ये जो ग्रामीणबॉट द्वारा बनाए लेख हैं इनमें क्या किसी भी प्रकार से कोई जानकारी भरी जा सकती है? इसके अतिरिक्त जो अन्य प्रकार के लेख हैं उनके लिए अन्य भाषाओं के विकियो से अनुवाद किया जा सकता है। मैंने भी लातविया और डेनमार्क वाले लेखों को यूनानी से, उड़न तश्तरी को पुर्तगाली से और उत्तर अमेरिका को स्पेनी से अनुवादित किया था गूगल बाबा की सहायता से। इसलिए आवश्यक नहीं की केवल अंग्रेज़ी विकि ही विकल्प है। आप जिस लेख का विस्तार करना चाहते हैं उस लेख पर किसी भी अन्य भाषा में उपलब्ध लेख को खोजिए (इसके लिए मैं यूरोपीय भाषाओं को प्राथमिकता देता हूँ) जहाँ वह थोड़ा छोटा हो और फिर गूगल पर उस भाषा से अंग्रेज़ी में अनुवाद कीजिए और फिर अंग्रेज़ी से हिन्दी में तो स्वयं भी अनुवाद किया जा सकता है। हिन्दी में भी अनुवाद की सुविधा है लेकिन वह उटपटांग होता है। इस सुझाव को मानकर हो सकता है की हिन्दी विकि के लेखों के विस्तारीकरण में कुछ सहायता मिल सके। आगे जैसी सदस्यगणों की इच्छा। धन्यवाद। रोहित रावत १५:५३, १५ सितंबर २००९ (UTC)
- तकनीकी लेखों के बारे में मेरा अनुभव रहा है कि बहुत से तकनीकी लेख अंग्रेजी विकि की अपेक्षा जर्मन विकि या फ्रेंच विकि में अच्छे लिखे गये हैं। इसलिये आपका यह सुझाव कि अनुवाद के लिये केवल अंग्रेजी लेखों पर निर्भर न रहा जाय, बहुत उपयोगी है।
- लेखों की संख्या के बारे में मेरा विचार है कि हिन्दी विकि में कम से कम १००० लेख ऐसे होने चाहिये जो सर्वोत्तम विकियों की श्रेणी के हों। लगभग १० हजार ऐसे लेख होने चाहिये जो मध्यम श्रेणी के हों (एक पन्ना या दो पन्ना/ २००-३०० शब्द)। बाकी लेख ऐसे भी चलेंगे जिस तरह किसी विषय के पारिभाषिक शब्दों के 'शब्दकोश' में दिये रहते हैं (अर्थात, ४-५ वाक्य)।
- भविष्य में हिन्दी विकि का क्या लक्ष्य रखा जाय - इसके बारे में मेरा विचार है कि अगले हिन्दी दिवस तक ७५ हजार का लक्ष्य हासिल करना भी एक बहुत अच्छी उपलब्धि होगी। यदि हम लोग १५-२० और सक्रिय सदस्यों को जोड़ने में सफल हुए तो यह संख्या १ लाख तक भी पहुँचायी जा सकती है। अनुनाद सिंह १३:०४, १६ सितंबर २००९ (UTC)
प्रबंधक समूह का विस्तार
हालाँकि यह वार्ता पहले भी चर्चा में रही है, मैं इसे नए तरीके से प्रस्तुत करना चाहता हूँ।
- हिन्दी विकि पर १९ प्रबंधक हैं, पर सिर्फ मुनिता, आशीष, पूर्णिमा और मितुल जी ही सक्रिय हैं। अन्य सुषुप्तावस्था में हैं।
- विकि फ्रेमवर्क पर नए किस्म के टूल आते रहते हैं पर हिन्दी विकि पर अभी तक नहीं हैं। इनमें खासकर gadgets या add-ons हैं तो लेखों के संपादन में सहायक होते हैं।
- प्रबंधन का कार्य धीरे-धीरे बढता जा रहा है। विकि भी बड़ी हो गई है। सक्रिय प्रबंधकों का होना जरूरी है।
इन सब कारणों से मैं कुछ सुझाव रखना चाहता हूँ -
- प्रबंधन कार्य का बटवारा - सक्रिय प्रबंधक विकि के कार्यों का विस्तारपूर्वक चिट्ठा बनाएँ और उसे आपस में बाँट लें। जैसे बॉट संबंधी गलतियों को कौन देखेगा। या फिर देश और राजधानी संबंधी लेखों पर किस टीम की नजर है, इत्यादि।
- प्रबंधन टीम - टीम का बनना बहुत जरूरी है। एक प्रबंधक के नीचे कुछ सक्रिय सदस्य हो सकते हैं। हालाँकि विकिपरियोजना में सदस्यों की जानकारी होती है, पर फिर भी सदस्यों की सँख्या कम होने के कारण स्पष्ट नहीं हैं।
- तकनीकी प्रबंधक - विकि पर एक ऐसे प्रबंधक की आवश्यकता है जो तकनीकी रूप से विकि को बदलने में सक्षम हों। हमारे सीनियर सक्रिय सदस्यों में कुछ लोग हैं जो तकनीकी में ही पढे-लिखे हैं।
- पुराने प्रबंधकों से सक्रिय होने का अनुरोध - अगर यह काम कर जाए तो बहुत अच्छा रहेगा।
-- सौरभ भारती (वार्ता) ०३:४०, १६ सितंबर २००९ (UTC)
- सौरभ जी, आपका विचार वैसे तो बहुत अच्छा है, लेकिन क्या आपको लगता है कि इस तरह की शक्तियां वर्तमान प्रबंधक दूसरों को देंगे? वजह आपने स्वयं बताया है कि जितने प्रबंधक हिन्दी विकि के हैं, उनमें से दो-तिहाई तो सोए हुए हैं (शायद प्रबंधक बनने के ही लिए वे हिन्दी विकि पर आए थे)। इसके अलावा जो प्रबंधक सक्रिय हैं, उनका ध्यान लेखों की संख्या बढ़ाने में लगा हुआ है। वैसे यदि इस तरह के प्रस्ताव पर कभी गंभीरता से विचार किया जाए तो उसके पहले मेरे इस प्रस्ताव पर जरूर विचार किया जाए कि क्यो न निष्क्रिय प्रबंधको को पहले सक्रिय होने की चेतावनी दी जाए, इसके बाद यदि जवाब न मिले तो उन्हें पदभार से मुक्त करते हुए बेहतर लोगों को जिम्मेदारी सौंपी जाए, इस वादे के साथ कि वे अपनी लेखों की गति को बनाए रखे जाएंगे अन्यथा उन्हें भी पद से हटा दिया जाएगा। लेकिन सच कहूं तो प्रबंधक का पद होना ही नहीं चाहिए, और पूरे विकी को पंजीकृत सदस्यों के लिए मुक्त कर देना चाहिए। कारण हिन्दी विकि के समाचारों को देख मुझे इतनी कोप्त होती है बयान करना मुश्किल है। लेकिन कुछ किया भी नहीं जा सकता, क्योंकि उस पर प्रबंधकों का कब्जा है। उम्मीद करता हूं कि आपके कार्य को देखते हुए प्रबंधक आपको अपने समुदाय में लेने में सहमत होंगे। मेरी शुभकामनाएं। --Charu ११:४०, १६ सितंबर २००९ (UTC)
- विकी पर जो लोग आ रहे हैं वे सभी स्वयंसेवी भाव से आ रहे हैं। अपनी भाषा और अपनी संस्कृति के प्रति जिसकी आस्था है वह यहाँ अपना कीमती समय दे रहा है। जो लोग विकी पर प्रबंधक हैं और सक्रिय नहीं हैं, उनके स्थान पर दूसरे सक्रिय सदस्य प्रबंधक बने यही होना चाहिए।-- डॉ॰ जगदीश व्योम १२:१७, १६ सितंबर २००९ (UTC)
- -प्रबंधको का विस्तार करने सम्बंधी विषय में सबके विचार पढ़े। समाचारों के सम्बंध में चारु जी के विचार बिलकुल सही हैं। यानी की जो भाग प्रतिदिन अद्यतित होते रहना चाहिए वह महीने में एक बार होता है। इसके अतिरिक्त मैं भी कई बार ऐसी परेशानियों से दो-चार होता हूँ जिनको सुलझाना प्रबंधकों के अधिकारक्षेत्र में आता है। इन सब बातों को ध्यान में रखकर ही मैंने प्रबंधक पद के लिए स्वनामांकन किया था लेकिन उस पर कोई कारवाई तो हुई नहीं उल्टा मैं उस खाते का पासवर्ड भूल गया और यह नया खाता बनाना पड़ा। इसलिए प्रबंधकों की संख्या वृद्धि ही एकमात्र उपाय है हिन्दी विकि के स्तर को सुधारने के लिए। रोहित रावत १४:३५, १६ सितंबर २००९ (UTC)
- विकी के अ-सक्रिय प्रबंधकों के बारे में कुछ नहीं कहूंगा, हां शेष लोगों की राय से सम्मत हूं। नये और सक्रिय प्रबंधकगणों की आवश्यकता बिल्कुल है। इसके लिए मैंने २-३ बार पहले भी कहा है, और प्रबंधक पद के निवेदन पृष्ठ पर ३ नामों में से एक का समर्थन और २ का सुझाव भी दिया है। हां शायद गुंजन के पास अभी समयाभाव है, रोहित का नाम किसी ने हटा दिया है, साथ ही उससे संबंधित टिप्पणी भी। खैर जो भी हो अब हम अपनी सक्रिय प्रबंधक संख्या बढ़ाने के साथ साथ योगदानों की गुणवत्ता भी निश्चित करें तो ही पूर्ण विकास संभव है।--आशीष भटनागर वार्ता १४:५१, १७ सितंबर २००९ (UTC)
रोहित जी के नाम को मैंने हटाया है क्योंकि उन्होंने पहले ही अपना नामांकन किया था कई महीने पहले आपने समर्थन तो दिया नहीं फिर प्रस्तावित कर दिया। अन्य कोई उद्देश्य इससे जुड़ा नहीं है बस पृष्ठ को सँवारना ही उद्देश्य था, एक ही पृष्ठ पर एक ही व्यक्ति का दो बार प्रबंधक बनने का प्रस्ताव रखने का कोई कारण नहीं बनता है।--Munita Prasadवार्ता १६:३७, १७ सितंबर २००९ (UTC)
- इस संबंध में विकि के निष्क्रिय प्रबंधकों की सूचीआंकड़ों सहित ये है
सदस्य | संपादन संख्या | | प्रथम सं० | | अंतिम संपा० | |
| दर्जा | कुल | दिनांक | दिन पूर्व | दिनांक | दिन पूर्व |
सदस्य:Rajeevmass | 6 | 6342 | Jun 05, 2007 | 817 | May 19, 2009 | 103 |
सदस्य:Rohitrrrrr | 7 | 5607 | Mar 06, 2009 | 177 | Jun 26, 2009 | 65 |
सदस्य:विजय_ठाकुर | 8 | 4109 | Dec 06, 2004 | 1728 | Jan 12, 2009 | 230 |
सदस्य:Wolf | 12 | 2589 | Nov 21, 2006 | 1013 | Jun 19, 2009 | 72 |
सदस्य:Murtasa | 17 | 1561 | Sep 10, 2004 | 1815 | Aug 04, 2008 | 391 |
सदस्य:अरविन्दन् | 19 | 1438 | Jan 07, 2007 | 966 | Mar 10, 2007 | 904 |
सदस्य:द_डॉन | 20 | 1243 | May 07, 2007 | 846 | May 29, 2009 | 93 |
सदस्य:किशोर | 21 | 1232 | Nov 29, 2006 | 1005 | Mar 11, 2007 | 903 |
सदस्य:जूहोमि | 22 | 1038 | Dec 12, 2006 | 992 | Mar 08, 2007 | 906 |
सदस्य:Magicalsaumy | 24 | 973 | Feb 19, 2006 | 1288 | Dec 11, 2006 | 993 |
सदस्य:Matra | 28 | 772 | Oct 02, 2006 | 1063 | Mar 31, 2007 | 883 |
Longhairandabeard | 29 | 711 | Jan 25, 2007 | 948 | Mar 28, 2009 | 155 |
Abhimanyu.singhyadav | 30 | 709 | Dec 09, 2007 | 630 | Mar 07, 2009 | 176 |
Hemanshu | 32 | 632 | Feb 19, 2004 | 2019 | Feb 28, 2009 | 183 |
Spundun | 35 | 555 | Jul 20, 2004 | 1867 | Apr 13, 2007 | 870 |
Satish.murthy | 36 | 533 | Jan 01, 2008 | 607 | Apr 20, 2008 | 497 |
Mohitshukla1 | 37 | 444 | Sep 12, 2006 | 1083 | Nov 01, 2006 | 1033 |
Taxman | 38 | 443 | Apr 18, 2006 | 1230 | Dec 22, 2008 | 251 |
Shree | 42 | 386 | Jul 13, 2003 | 2240 | Aug 19, 2008 | 376 |
Vsrawat | 45 | 352 | Dec 08, 2008 | 265 | Jan 04, 2009 | 238 |
हटाने योग्य लेख
कृपया ऊर्वशी पृष्ठ को विकिपिडिया से मिटा दें। इस पर कुछ नहीं है और सही पृष्ठ उर्वशी नाम से बना हुआ है।
विकि पर सीधे-साधे शब्दों का प्रयोग
| हालाँकि मैंने पूरा सर्वेक्षण नहीं किया है, पर शब्द थोड़े सीधे-साधे हों तो उपयोग करने में आसानी होती है। उदाहरण के तौर पर... अधिक प्रचलित है। मेरा यह सुझाव है कि अगर हम सरल और आसानी से लिखे जाने वाले शब्दों का प्रयोग करें तो अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग कम और हिन्दी वाले शब्दों का प्रयोग बढाया जा सकता है। उदाहरण के तौर पर अधिक आसान होना चाहिए। यह मात्र एक सुझाव है। अन्य सदस्यों से इस दिशा में राय चाहूँगा। -- सौरभ भारती (वार्ता) १६:४४, १६ सितंबर २००९ (UTC) - समर्थन। सौरभ, आपका विचार अच्छा है, एक साँचे के एक से अधिक नाम हो सकते है। उदा. {{शीघ्र हटाएं}} , {{delete}} एक ही हैं। --मितुल ०२:५२, १७ सितंबर २००९ (UTC)
- बात चल ही पड़ी है, तो हटाएं को वास्तव में हटाएँ होना चाहिए और मिटाएं को मिटाएँ। ज्ञानसन्दूक के बजाय सूचनापेटी या पेटी अधिक सरल है। हाँ यह बात ध्यान देने योग्य है कि जिन्होंने भी इन शब्दों का प्रयोग किया है, ये सुझाव उनके प्रति निरादर कतई नहीं है। मूल बात यह है कि कई लोगों ने काफ़ी मेहनत की है इन साँचों को बनाने में, कई बार काम करते करते ध्यान नहीं रहता और बाद में लगता है कि अमुक शब्द अधिक सरल था पर तब तक उसका प्रयोग अधिक हो चुका होता है। अतः यदि इस प्रकार के कोई सुझाव हों तो उन्हें लागू करने में भी अपना समय ज़ाया करने के लिए आगे आएँ, क्योंकि यह महत्वपूर्ण है कि चालू चीज़ें किसी बदलाव से न टूटें। साँचों के नए नाम बनाना व उन्हें पुरानों की ओर पुनर्निर्देशित कोई भी कर सकता है। «आलोक» (⍨, ⌣) ⌛ ०३:४३, १७ सितंबर २००९ (UTC)
- आलोक की बात तर्क सम्मत है। यह भी ध्यान रखना चाहिए कि विकि का निर्माण जिन लोगों ने किया उनमें हिंदी का व्यावसायिक जानकार कोई भी नहीं था। वे सभी या तो विदेशी थे या बरसों से विदेश में रहने वाले ऐसे लोग थे जो हिंदी का प्रयोग सालों से बंद कर चुके थे। फिर भी उन्होंने हिंदी विकि के निर्माण और विकास में सहयोग दिया। अब जब हिंदी जानने वाले लोग हैं तो विकि में मूलभूत शब्द, सज्ञाएँ, तथा क्रियाएँ जो भाषा की दृष्टि से अशुद्ध हैं ठीक की जानी चाहिए। इस समय हमारे बीच दैनिक जीवन तथा व्यवसाय में हिंदी का प्रयोग करने वाले कुछ अच्छे जानकार लोग उपस्थित हैं जैसे आलोक, विकि हेमंत, डॉ॰व्योम, पूर्णिमा वर्मन, मुक्ता पाठक, वी.एस.रावत तो इनके सहयोग से हिंदी को कम से कम इस स्तर का बनाना चाहिए जिससे हिंदी जानने वाले अपने विकि पर गर्व कर सकें, उनमें इसका आदर हो और यह उनके काम आए।--सुरुचि ०५:२५, १७ सितंबर २००९ (UTC)
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{{विकि प्रगति}} साँचे के पुराने बिंदुओं का क्या किया जाएगा? क्या इनका पुरालेख बनाया जा सकता है? ताकि कल कोई भी आकर हिन्दी विकि के विकास की कहानी मुजबानी पढ ले!-- सौरभ भारती (वार्ता) १९:२९, १६ सितंबर २००९ (UTC)
- समर्थन, कृपया पुरालेख पन्ना बना दें।--मितुल ०२:३८, १७ सितंबर २००९ (UTC)
- समर्थन, --सुरुचि ०५:३४, १७ सितंबर २००९ (UTC)
शेर को शेर से कैसे बचाएँ?
खास पन्नों की चर्चा उनके वार्ता पन्ने पर
यह बात पहले भी उठ चुकी है, लेकिन दोहराने योग्य है। अगर हम वार्ता पन्ने केवल गहराई बढ़ाने के लिए ही कर रहे हैं तो उससे बड़ा फ़र्ज़ी काम शायद ही कोई हो। ज़ाहिर है कि खास पन्नों के बारे में चर्चा करने की ज़रूरत तो महसूस होती ही है, जैसे कि ऊपर के दो तीन उदाहरणों में। अतः हम यह कर सकते हैं कि
- खास पन्नों की चर्चा शुरू होते ही उसे उस पन्ने के वार्ता पन्ने पर ले जाया जाए।
- यदि किसी खास सदस्य की प्रतिक्रिया की आवश्यकता हो तो उसके वार्ता पन्ने पर वार्ता शुरू करने वाला, संदेश छोड़े
- यदि चौपाल पर घोषणा करनी ज़रूरी हो तो वार्ता पन्ने की कड़ी मात्र ही चौपाल पर डाली जाए, बाकी सब वार्ता पन्ने पर हो
पन्नों की गुणवत्ता बढ़ाने और संपादन पर चर्चा बढ़ाने के लिए ये कदम बहुत ज़रूरी हैं। देखिए, जो पाठक विकि के पन्ने पर आता है उसे ऊपर ही वार्ता वाली कड़ी मिलती है। अगर वहाँ पर कोई दिलचस्प चर्चा भी हो तो शायद वे भी योगदान दें, और शायद सदस्य बनने को आकर्षित भी हों।
अतः सबसे अनुरोध है कि खास पन्नों की चर्चा उनके वार्ता पन्नों पर करें, और यहाँ पर केवल कड़ी ही दें। «आलोक» (⍨, ⌣) ⌛ ०३:४९, १७ सितंबर २००९ (UTC)
बिल्कुल सही बात है आलोक जी। असल में वार्ता पृष्ठ पर चर्चा करने व चौपाल पर चर्चा करने के अपने अपने फायदे हैं, और आपने उनके बीच ट्रेड-ऑफ़ (भारतीय शब्द- मज्झिमा पटिपदा या मध्यम मार्ग) ढूँढ लिया है। परंतु मुझे लगता है, कि वार्ता शीर्षक साँचे में ही यह सूचना भी सम्मिलित कर ली जानी चाहिए कि-
सुझाव- यदि आप आप अपने संदेश पर जल्दी सबका ध्यान चाहते हैं, तो चौपाल पर भी सूचना छोड़ दें।
यह इसलिए जरूरी है, कि वर्ना लोगों के मूल्यवान् संदेश भी "जंगल में मोर नाचा किसने देखा" बन जाएँगे। और साँचे में यह सुझाव सम्मिलित करना इसलिए जरूरी लगता है कि नये सदस्य या प्रयोक्ता जो विकि की कार्यप्रणाली से अनभिज्ञ हों, वे रोजाना संदेश के उत्तर की प्रतीक्षा करके निराश न होते रहें। यह एक वाक्य का सुझाव मैंने जानबूझकर आम भाषा में लिखा है, क्योंकि नये प्रयोक्ता को कमसकम जरूरी सुझाव तो "शब्दजालम् महारण्यम्" में फँसाकर नहीं देने चाहिये। और हाँ मैं साँचे में इसका स्थान बताने का भी दुस्साहस कर रहा हूँ- "यह पृष्ठ अमुक लेख के सुधार पर चर्चा करने के लिए वार्ता पन्ना है। " के तुरंत बाद यह होना चाहिये। अर्थात् टॉप पर।
इस सारी कसरत के पीछे मेरा मन्तव्य यह है कि इससे विकिहिन्दी में लेखों की गुणवत्ता सुधार हेतु अच्छे फ़्रेमवर्क का विकास होगा। इस बारे में आपकी क्या राय है? -Hemant wikikosh ०५:४८, १७ सितंबर २००९ (UTC) (अरेरे... यह तो सहेजते समय कन्फ्लिक्ट उत्पन्न हो गया, खैर मेरे इस संदेश को यहीं पढ़ा जाये तो अच्छा है।)
- इस काम को आसान करने के लिए एक साँचा {{उचित पन्ना}} बनाया है जिससे कि वार्ता पन्नों पर चर्चा शुरू करने को :आसानी से प्रोत्साहित किया जा सकता है। नमूने के तौर पर अगर सआदत अली खान पर चर्चा छिड़ा जाए तो यह संदेश :चिपकाया जा सकता है: {{उचित पन्ना|सआदत अली खान}}, और इसका नतीजा होगा यह -
-
- धन्यवाद «आलोक» (⍨, ⌣) ⌛ ०५:३९, १७ सितंबर २००९ (UTC)
- इसी प्रकार अगर आप किसी वार्ता पन्ने पर चर्चा शुरू करते हैं और अन्य सदस्यों या चौपाल का ध्यान वहाँ खींचना चाहें तो :{{ध्यान दें}} वाले साँचे का इस्तेमाल करें, उदाहरण के लिए -
- {{ध्यान दें|सआदत अली खान}} लिखने से यह छपेगा -
-
- «आलोक» (⍨, ⌣) ⌛ ०६:२१, १७ सितंबर २००९ (UTC)
- -- चौपाल और वार्ता में एक मूल अंतर है। चौपाल जैसे पंचायत हुई, और वार्ता जैसे गपशप। हमें हर बात पर पंचायत नहीं बुलानी चाहिए।
- -- अतः मेरे हिसाब से अगर वार्ता पन्नों पर ध्यान देने के लिए कुछ सदस्य विशेष:RecentChanges पर लगे रहें और देखते रहें कि किसी पन्ने पर आवश्यक टिपण्णी होनी चाहिए कि नहीं। गुंजन जी ने यह काम बहुत अच्छे से करते आए हैं। चौपाल पर ऐसी चर्चा करनी चाहिए जो चौपाल के लायक हो, जैसे हमलोग करते हैं। जिस तरह चौपाल के चर्चों को भाषा शिकायतें, लेख शिकायतें इत्यादि में बाँट दिया गया है, उसी तरह नए किस्म के चर्चों को भी बाँटते रहना चाहिए, जैसे लेख जिन्हें सुरक्षित कर देना चाहिए, जैसे हिन्दी। आलोक जी का काम अच्छा है, इससे इस काम में मदद मिलेगी। -- सौरभ भारती (वार्ता) ०८:४९, १७ सितंबर २००९ (UTC)
- हिन्दी ४२ वें स्थान पर आ गई है। सभी को वधाई। हिन्दी माह में हम हिन्दी को ४० वें स्थान तक लाने का प्रयास करें और साथ ही जो नये लेख बनाए गए हैं उनमें कुछ सार्थक लिखें तो हिन्दी माह में विकी की ओर से यह एक सौगात होगी। सौरभ का बाट कभी कभी हुंकार भरता रहा तो यह कठिन नहीं है। -- डॉ॰ जगदीश व्योम ११:१७, १७ सितंबर २००९ (UTC)
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