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superscript में h का निशान लगाया जाता है, जैसे : ख / kh / ध / dh / महाप्राण व्यंजन व्यंजन (व्याकरण) हिंदी व्यंजन Archived 2023-03-26 at the वेबैक मशीन... |
संघर्षी व्यंजन (fricative consonant) ऐसा व्यंजन वर्ण होता है जिसमें मुँह के दो उच्चारण स्थानों को पास लाकर एक बहुत ही तंग खोल से हवा को बाहर धकेला जाए।... |
छुआ कर, तथा 'ट' और 'ड' में जिह्वा को तालू से छू कर यह व्यंजन उच्चारित करे जाते हैं। व्यंजन वर्ण अन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक वर्णमाला Ladefoged, Peter;... |
स्वनविज्ञान में वर्त्स्य व्यंजन (alveolar consonant) ऐसा व्यंजन होता है जिसे उच्चारित करने के लिए जिह्वा को ऊपर के वर्त्स्य कटक से छुआ जाता है या पास लाया... |
कि क्या एक स्पृष्ट और घृष्ट एक एकल ध्वनि या व्यंजन युगल बनाते हैं। हिन्दी में चार स्पृष्टघृष्ट व्यंजन वर्ण हैं, च, छ, ज, और झ। Roach, Peter (2009). "English... |
सबसे छोटी इकाई वर्ण कहलाती है। जैसे-अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, क्, ख् आदि। वर्णों के समुदाय को ही वर्णमाला कहते हैं। हिन्दी वर्णमाला में 52 वर्ण हैं। उच्चारण और... |
लुण्ठित व्यंजन (trill consonant) ऐसा व्यंजन वर्ण होता है जिसमें मुँह के एक सक्रीय उच्चारण स्थान और किसी अन्य स्थिर उच्चारण स्थान के बीच कंपकंपी या थरथराहट... |
स्वनविज्ञान में द्वयोष्ठय व्यंजन (bilabial consonant) ऐसा व्यंजन होता है जिसे उच्चारित करने के लिए दोनों ओष्ठों को एक-दूसरे से जोड़ा या स्पर्श किया जाता... |
दन्त्यौष्ठ्य व्यंजन (labiodental consonant) ऐसा व्यंजन होता है जिसके उच्चारण के लिए एक होंठ को दांतों से जोड़ा या छुआ जाता है। इसमें "फ़" शामिल है। व्यंजन वर्ण अन्तर्राष्ट्रीय... |
स्वनविज्ञान में अलिजिह्वीय व्यंजन (Uvular consonant) ऐसा व्यंजन होता है जिनका उच्चारण जिह्वा के पिछले भाग को गले के ऊपरी भाग से स्पर्श करा के किया जाता... |
जीह्वा को वर्त्स्य व्यंजनों की तुलना में थोड़ा सा पीछे लाया जाता है। पश्वर्त्स्य व्यंजनों में 'श', 'च' और 'ज' शामिल हैं। व्यंजन वर्ण अन्तर्राष्ट्रीय ध्वन्यात्मक... |
स्वनविज्ञान में उत्क्षिप्त व्यंजन (flap या tap) ऐसा व्यंजन होता है जिसे अचानक मुँह में जिह्वा या अन्य किसी भाग को सिकोड़कर किसी अन्य भाग की ओर ज़ोर से... |
स्वनविज्ञान में काकलीय व्यंजन (Glottal consonant) ऐसा व्यंजन होता है जिनका उच्चारण प्रमुख रूप से कण्ठद्वार के प्रयोग द्वारा किया जाता है। इनमें 'ह' शामिल... |
अवधारणा दर्शाता था। प्रत्येक वर्णमाला में दो प्रकार के वर्ण होते हैं स्वर वर्ण तथा व्यंजन वर्ण। व्यंजनों के साथ स्वर लगाने के भिन्न तरीक़ों के आधार पर वर्णमालाओं... |
तीन व्यंजन हैं। नासिक्य व्यंजन लगभग हर मानव भाषा में पाए जाते हैं। अन्य भाषाओं की तरह हिन्दी में भी स्वर और व्यंजन दो प्रकार की ध्वनियाँ हैं। व्यंजनों के... |
हिंदी स्वरविज्ञान (अनुभाग व्यंजन) वर्णमाला में हमें प्रत्येक स्पर्श अथवा स्पर्श-संघर्षी व्यंजन वर्ग के अन्त में एक नासिक्य व्यंजन वर्ण भी मिलता है जैसे कण्ठ्य ध्वनियों के साथ अ कण्ठ्य नासिक्य... |
है। यहाँ 'अ' एक स्वर है और 'क' एक व्यंजन है। हिन्दी भाषा में मूल रूप से ग्यारह स्वर होते हैं। ग्यारह स्वर के वर्ण : अ,आ,इ,ई,उ,ऊ,ऋ,ए,ऐ,ओ,औ आदि। हिन्दी... |
क्लिक व्यंजन कुछ भाषाओँ में प्रयोग होने वाले वर्ण होते हैं जिनकी आवाज़ स्वर्ग्रंथी से नहीं बल्कि जीभ या होंठों द्वारा मुंह में हवा के दबाव में अचानक परिवर्तन... |
(आदिः) आदि वर्ण (अन्त्येन इता) अन्तिम इत् वर्ण (सह) के साथ मिलकर प्रत्याहार बनाता है जो आदि वर्ण एवं इत्संज्ञक अन्तिम वर्ण के पूर्व आए हुए वर्णों का समष्टि... |
ओड़िआ लिपि (अनुभाग व्यंजन वर्ण) लिपि द्वारा लिखने के लिये उपयुक्त वर्ण-मात्रा-संख्याएँ स्वर ଅ ଆ ଇ ଈ ଉ ଊ ଋ ଏ ଐ ଓ ଔ मात्रा × ା ି ୀ ୁ ୂ ୃ େ ୈ ୋ ୌ व्यंजन କ ଖ ଗ ଘ ଙ ଚ ଛ ଜ ଝ ଞ ଟ ଠ ଡ ଡ଼ ଢ ଢ଼... |