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क्षेत्र का विस्तार है। यही वाराणसी की वास्तविक सीमा है। उसके बाहर विहार न करना चाहिए। अग्नि पुराण के अनुसार वरणा और असी नदियों के बीच बसी हुई वाराणसी... |
क्षेत्र का विस्तार है। यही वाराणसी की वास्तविक सीमा है। उसके बाहर विहार न करना चाहिए। उपरोक्त उद्धरणों से ज्ञात होता है कि प्राचीन वाराणसी का विस्तार... |
वाराणसी ज़िला भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का एक ज़िला है। ज़िले का मुख्यालय वाराणसी है। वाराणसी उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश के जिले फैजाबाद अयोध्या राजेसुल्तानपुर... |
शिव को वाराणसी नगरी अत्यन्त प्रिय है। यह उन्हें आनन्द देती है। अतः यह आनन्दकानन या आनन्दवन है। अन्नपूर्णा मंदिर, वाराणसी केदारेश्वर मंदिर, वाराणसी दुर्गा... |
वाराणसी का मूल नगर काशी था। पौराणिक कथाओं के अनुसार, काशी नगर की स्थापना हिन्दू भगवान शिव ने लगभग ५००० वर्ष पूर्व की थी, जिस कारण ये आज एक महत्त्वपूर्ण... |
वाराणसी संसार के प्राचीनतम बसे शहरों में से एक और भारत का प्राचीनतम बसा शहर है। भारत के उत्तर प्रदेश राज्य का प्रसिद्ध नगर है। इसे ‘बनारस’ और ‘काशी’ भी... |
(काशी के महाराजा) वाराणसी शहर के मुख्य सांस्कृतिक संरक्षक एवं सभी धार्मिक क्रिया-कलापों के अभिन्न अंग हैं। वाराणसी की संस्कृति का गंगा नदी एवं इसके धार्मिक... |
मुंशी घाट (श्रेणी वाराणसी के दर्शनीय स्थल) मुंशी घाट उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा नदी पर स्थित एक घाट है। इसका निर्माण वर्ष 1812 में श्रीधर नारायण मुंशी ने कराया था जो नागपुर राज्य के वित्त... |
से लगभग १३ कि॰मी॰ तक गंगा, वाराणसी और मिर्जापुर जिले की सीमा बनाती है और इसके बाद वाराणसी जिले में वाराणसी और चन्दौली का विभाजन करती है। गंगा की धारा... |
भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी ज़िले में स्थित एक नगर है। यह रामनगर दुर्ग के लिए जाना जाता है, जो काशी नरेश का आधिकारिक और पैतृक आवास है। काशी... |
बोर्ड) से सहबद्ध हैं। वाराणसी जिला - आधिकारिक जालस्थल वाराणसी वैभव वाराणसी के चित्र उत्तर प्रदेश पर्यटन जालस्थल होलीवॉटर – वाराणसी सद्गुरु प्राकट्य धाम... |
प्रसिद्ध हैं : भागीरथी के किनारे उत्तरकाशी, दूसरी गुप्तकाशी और तीसरी वाराणसी। वाराणसी में एक कुंड है जिसका नाम है मणिकर्णिका कुंड। लोग इसी में स्नान करते... |
का बृहत् इतिहास नागरीप्रचारिणी सभा, वाराणसी द्वारा 16 खंडों में प्रकाशित है। यह मुख्यतः 1960 ई० तक की अवधि से पूर्व हिंदी साहित्य के आद्यन्त विस्तार को... |
वाला वाराणसी शहर भी यहीं पर स्थित है। वाराणसी के पास स्थित सारनाथ का चौखन्डी स्तूप भगवान बुद्ध के प्रथम प्रवचन की याद दिलाता है। समय के साथ यह क्षेत्र छोटे-छोटे... |
यहां वाराणसी जिले का मुख्यालय भी स्थित है। वाराणसी शहरी क्षेत्र — सात शहरी उप-इकाइयों का समूह है और ये ११२.२६ वर्ग कि॰मी॰ (लगभग ४३ वर्ग मील) के क्षेत्र फैला... |
की मूर्ति स्वयंभू प्रकट हुई थी। कालांतर में वाराणसी नगर महापालिका सुन्दरी करण के अंतर्गत खूबसूरत फव्वारे का निर्माण किया । नवरात्रि सावन तथा मंगलवार और... |
ज्ञानमण्डल लिमिटेड वाराणसी, प्रथम संस्करण-१९६४, पृष्ठ-५ ('दो शब्द')। भाषा विज्ञान कोश, भोलानाथ तिवारी, ज्ञानमण्डल लिमिटेड वाराणसी, प्रथम संस्करण-१९६४... |
बलिया जिला (श्रेणी आईएसबीएन के जादुई कड़ियों का उपयोग करने वाले पृष्ठ) वाराणसी में गंगापुर के गौतम भुइंघर जमीनदार।मनसा राम खुद के लिए सुरक्षित लेकिन अपने बेटे, बलवंत सिंह, जौनपुर, वाराणसी और चुनार के सरकारों के नाजीम का कार्यालय... |
लखनऊ, इलाहाबाद, वाराणसी, पटना, कोलकाता, ढाका, लाहौर, फैसलाबाद, रावलपिंडी, इस्लामाबाद, मुल्तान, हैदराबाद और कराची शामिल है। इस क्षेत्र में, यह परिभाषित... |
रूप में वाराणसी का नाम धीरे-धीरे प्रसिद्ध हो गया और कालांतर में काशी और वाराणसी ये दोनों अभिधान समानार्थक हो गए। काशी और वहाँ प्रचलित शिवोपासना का उल्लेख... |