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धर्म है, जिसके ५२ करोड़ से अधिक अनुयायी (बौद्ध) हैं, जो वैश्विक आबादी का सात प्रतिशत हैं। लेखक-पीयुष कुमार शर्मा (गनेड़ी) बौद्ध धर्म एक भारतीय धर्म या... |
धर्मकीर्ति शान्तरक्षित बौद्ध दर्शन के मूल सिद्धांत (वेबदुनिया) बौद्ध धर्म दर्शन (गूगल पुस्तक ; आचार्य नरेन्द्र देव) सनातन दर्शन का बौद्ध धर्म पर प्रभाव (चौथी... |
मार्ग बताया। अनात्मवादी होने के कारण बौद्ध धर्म का वेदान्त दर्शन से विरोध हुआ। इस विरोध का फल यह हुआ कि बौद्ध धर्म को भारत से निर्वासित होना पड़ा। किन्तु... |
हिन्दू धर्म में दर्शन अत्यन्त प्राचीन परम्परा रही है। वैदिक दर्शनों में षड्दर्शन (छः दर्शन) अधिक प्रसिद्ध और प्राचीन हैं। ये सांख्य, योग, न्याय, वैशेषिक... |
है पर सिख, बौद्ध, जैन धर्मावलम्बी भी सनातन धर्म का हिस्सा हैं, क्योंकि बुद्ध भी अपने को सनातनी कहते हैं।यहाँ तक कि नास्तिक जोकि चार्वाक दर्शन को मानते हैं... |
यह लेख धर्म (पन्थ) के विषय में है। भारतीय दर्शन धर्म के लिए धर्म देखें। धर्म या पन्थ किसी एक या अधिक परलौकिक शक्ति में विश्वास और इसके साथ-साथ उसके साथ... |
जैन दर्शन सबसे प्राचीन भारतीय दर्शन में से एक है। इसमें अहिंसा को सर्वोच्च स्थान दिया गया है। जैन धर्म की मान्यता अनुसार 24 तीर्थंकर समय-समय पर संसार चक्र... |
भावविवेक, चंद्रकीर्ति, शांतिदेव और शांतिरंक्षित आदि बौद्ध विपश्चितों के ग्रंथों का परिशीलन अपेक्षित है। बौद्ध न्याय में दो प्रमाण माने गए हैं - प्रत्यक्ष और... |
धर्म का दर्शनशास्त्र या धर्म दर्शन (अंग्रेजी-philosophy of religion) दर्शनशास्त्र की वह शाखा है जो धर्म तथा धार्मिक परंपराओं में शामिल विषयों और अवधारणाओं... |
लिपिबद्ध किया। बौद्ध और धर्मों के अलग हो जाने के बाद वैदिक धर्म में काफ़ी परिवर्तन आया। नये देवता और नये दर्शन उभरे। इस तरह आधुनिक हिन्दू धर्म का जन्म हुआ।... |
वज्रयान (बज्रयान बौद्ध से अनुप्रेषित) को तांत्रिक बौद्ध धर्म, तंत्रयान, मंत्रयान, गुप्त मंत्र, गूढ़ बौद्ध धर्म और विषमकोण शैली या वज्र रास्ता भी कहा जाता है। वज्रयान बौद्ध दर्शन और अभ्यास की... |
बौद्ध धर्म के सन्दर्भ में पुनर्जन्म का अर्थ है मृत्यु के बाद पुनः जन्म लेना और संसारचक्र में बने रहना। जन्म के बाद मृत्यु और मृत्यु के बाद पुनः जन्म का... |
इस आधुनिक प्रयास ने बौद्ध धर्म की जानकारी को एक विशाल और जटिल कलेवर प्रदान किया है एवं इस तथ्य को प्रदर्शित किया है कि बौद्ध धर्म का सार और सार्थकता अपने... |
चार्वाक दर्शन एक प्राचीन भारतीय भौतिकवादी नास्तिक दर्शन है। यह मात्र प्रत्यक्ष प्रमाण को मानता है तथा पारलौकिक सत्ताओं को यह सिद्धांत स्वीकार नहीं करता... |
बर्मी: သာသနာ ) बौद्ध धर्म एवं शैव सम्प्रदाय दोनों के दर्शन एवं धर्म के लिये प्रयुक्त होता है। इसका अनुवाद शिक्षा, अनुशासन, सिद्धान्त और "बुद्ध के उपदेश"... |
महायान (महायान बौद्ध धर्म से अनुप्रेषित) निचिरेन, शिन्गोन, तेन्दाई और तिब्बती बौद्ध धर्म। 'थेरवाद' शब्द का अर्थ है 'बड़े-बुज़ुर्गों का कहना'। बौद्ध धर्म की इस शाखा में पालि भाषा में लिखे हुए... |
था। अहिंसा जैन धर्म का मूल सिद्धान्त है। इसे बड़ी सख्ती से पालन किया जाता है खानपान आचार नियम मे विशेष रुप से देखा जा सकता है। जैन दर्शन में कण-कण स्वतंत्र... |
'प्रकृति' और 'पुरुष' के द्वैत अस्तित्व की बात कही गयी है। जैन दर्शन, बौद्ध दर्शन और चार्वाक दर्शन वेदों को अस्वीकार करते हैं। इस अर्थ में उन्हें नास्तिक कहा... |
प्रतीत्यसमुत्पाद (श्रेणी बौद्ध धर्म) होने पर , समुत्पाद। प्रतित्य समुत्पाद बौद्ध मत का करणवाद है। प्रतित्य समुत्पाद बौद्ध दर्शन का सबसे महत्वपूर्ण सिद्धांत है। गौतम Digital Dictionary of Buddhism... |
अविस्तक धर्म की स्थापना भी की। इसके बाद क्रमशः यहूदी धर्म 2000 ई.पू., बौद्ध धर्म और जैन धर्म 500 ई.पू., ईसाई धर्म सिर्फ 2000 वर्ष पूर्व, इस्लाम धर्म आज से... |