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गोरखपुर नगर में स्थित है। गोरक्ष के नाम पर इस जिले का नाम गोरखपुर पड़ा है। गोरखनाथ के शिष्य का नाम भैरोनाथ था जिनका उद्धार माता वैष्णोदेवी ने किया था। पुराणों... |
गोरखनाथ मन्दिर, उत्तर प्रदेश के गोरखपुर नगर में स्थित है। बाबा गोरखनाथ के नाम पर इस जिले का नाम गोरखपुर पड़ा है। गोरखनाथ मन्दिर के वर्तमान महंत श्री बाबा... |
पेशावर का गोरखनाथ मन्दिर (उर्दू: گورکھناتھ مندر) एक हिन्दू मन्दिर है जो यहाँ के गोरखत्री क्षेत्र में स्थित है। यह गुरु गोरखनाथ का मन्दिर है जिन्होने... |
श्री बाबा गोरखनाथ एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं। जो उत्तर प्रदेश विधान सभा के सदस्य Archived 2020-06-06 at the वेबैक मशीन के रूप में अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा... |
प्रान्त का जिला। इस जिले का नाम नाथ पंथ के महान गुरु गोरखनाथ जी के नाम पर पड़ा था यहां पर गुरु गोरखनाथ जी का मंदिर भी है और उनके पग चिन्हं अभी भी मौजूद है... |
सुपरिचित कवि, उत्तर भारत में हिन्दू संस्कृति एवं धर्म के महान् रक्षक योगी गोरखनाथ के बड़े भक्त ही नहीं, वरन् स्वयं हिन्दी के अच्छे कवि भी थे। उनके भजन अभी... |
जाना जाता है। गुरु गोरखनाथ ने इस सम्प्रदाय के बिखराव और इस सम्प्रदाय की योग विद्याओं का एकत्रीकरण किया, अतः इसके संस्थापक गोरखनाथ माने जाते हैं। दशनामी... |
ठहराते हैं और विलाप करते हैं। पर गोरखनाथ की कृपा से रानी पिंगला जीवित हो जाती है और इस घटना के बाद राजा भरथरी गोरखनाथ के शिष्य बनकर चले जाते हैं। समाधी:... |
वीर योद्ध ओर प्रतापी राजा थे गुरु गोरखनाथ के परमशिष्य थे जिनकि याद में ये मेला लगता है। गौरतलब है कि गुरु गोरखनाथ जी ने यहाँ 12 वर्ष तपस्या की थी। यहां... |
गोरखपुर (अनुभाग गोरखनाथ मन्दिर) किन्तु मध्ययुगीन सर्वमान्य सन्त गोरखनाथ के बाद, उनके ही नाम पर इसका वर्तमान नाम गोरखपुर रखा गया। यहाँ का प्रसिद्ध गोरखनाथ मन्दिर अभी भी नाथ सम्प्रदाय की... |
/ 25.611; 85.144 गोरखरी बिक्रम, पटना, बिहार स्थित एक गाँव है। महायोगी गोरखनाथ मंदिर प्राचीन देवी स्थान मंदिर शहीद रंगनाथ सिंह समाधि स्थल स्वामी ब्रजानन्द... |
महन्त दिग्विजयनाथ भारत के उत्तर प्रदेश राज्य की गोरखपुर से सांसद थे | वे गोरखनाथ मठ के मठाधीश रह चुके हैं |... |
मचिन्द्रनाथ ८४ महासिद्धों (बौद्ध धर्म के वज्रयान शाखा के योगी) में से एक थे। वो गोरखनाथ के गुरु थे जिनके साथ उन्होंने हठयोग विद्यालय की स्थापना की। उन्हें संस्कृत... |
प्रभावित करती हैं। प्रत्येक शतक में सौ-सौ श्लोक हैं। बाद में इन्होंने गुरु गोरखनाथ के शिष्य बनकर वैराग्य धारण कर लिया था इसलिये इनका एक लोकप्रचलित नाम बाबा... |
गाँव का जिला हेड क्वार्टर अलीगढ़ है जो 35 कि०मी० दूर है। • श्री श्री गुरु गोरखनाथ परम शिष्य बाबा भजन गिरी एवं बाबा लौंग गिरी समाधि स्थल धाम मानई • बाबा... |
गोरख धंधा शब्द गुरु गोरखनाथ के आचकित क्रिया की वजह से प्रचलन में आया था, जो तंत्र के ज्ञाता थे। आजकल बहुत अधिक उलझन से भरे विषय, समस्या आदि को गोरख धंधा... |
वंश के शासक जैबरजी (राजा जेवरसिंह) की पत्नी बाछल कंवर के गर्भ से गुरु गोरखनाथ के वरदान से भादो सुदी नवमी को हुआ था। चौहान वंश में राजा पृथ्वीराज चौहान... |
स्थानों पर इन्हें अघोरी साधु के रूप में भी वर्णित किया गया है। भैरोनाथ गोरखनाथ के शिष्य थे और इनका मुख्य अस्त्र तलवार है। भैरो एक दानव कुल से थे और इनके... |
किमी दूर है। गांव के दक्षिण दिशा में प्राचीन सूर्य सरोवर है जहां गुरु गोरखनाथ ने तपस्या की थी जिस वजह से यहां सिद्धपीठ बनाई गई है। भगवान सूर्य नारायण... |
प्रदीपिका नामक ग्रन्थ का संकलन किया जो हठयोग का प्रसिद्ध ग्रन्थ है। गुरु गोरखनाथ सम्भवतः स्वात्माराम के गुरु थे। महर्षि पतंजलि - योगसूत्र के रचयिया सन्त... |