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आहोम साम्राज्य भारत के असम राज्य की ब्रह्मपुत्र घाटी में लगभग 600 वर्षों तक फलता-फूलता रहा और पूर्वोत्तर में मुगल साम्राज्य के विस्तार को सफलतापूर्वक... |
चराईदेव (श्रेणी आहोम साम्राज्य की राजधानियाँ) है। यह मध्यकालीन आहोम साम्राज्य की सर्वप्रथम राजधानी थी, जिसे सन् 1253 में राजवंश के संस्थापक छो लुंग सुकफा ने बसाया था। आहोम साम्राज्य लगभग 600 वर्षों... |
speared to death in his palace by a disgruntled subject called Tairuban. स्वर्गदेउ का पुत्र चुक्लेंमुङर निर्देशत राजकर्मचारीर द्वारा हत्या आहोम साम्राज्य... |
अहोम सेना में घुड़सवार सेना, पैदल सेना के साथ-साथ नौसेना इकाइयां भी शामिल थीं जो अहोम साम्राज्य (1228 - 1824) के पाइक सिस्टम मिलिशिया पर आधारित थीं। राज्य... |
से अहोम समुदाय में सम्मिलित हो गए। अहोम साम्राज्य ने अन्य समुदायों के लोगों को भी उनकी प्रतिभा की उपयोगिता के लिए तथा उनकी निष्ठा के आधार पर अहोम सदस्य... |
मैदाम (श्रेणी आहोम साम्राज्य) maidam), जिसका सही असमिया उच्चारण मोईदाम है, भारत के महत्वपूर्ण मध्यकालीन आहोम साम्राज्य (1228-1826) के शाही परिजनों व सम्भ्रांत वर्ग के लिए बने टीले होते हैं।... |
इटाखुलि की लड़ाई (1682) (श्रेणी आहोम साम्राज्य) इटाखुली की लड़ाई 1682 में अहोम साम्राज्य और मुगल साम्राज्य के बीच लड़ा गया था जिसमें अहोमों ने मानस नदी के पश्चिम में मुगल नियंत्रण को पीछे धकेल दिया।... |
सराईघाट का युद्ध (श्रेणी आहोम साम्राज्य) सराईघाट का युद्ध सन 1671 में मुगल साम्राज्य (कच्छवाहा राजा, राजा राम सिंह प्रथम के नेतृत्व में), और आहोम साम्राज्य (लाचित बोड़फुकन के नेतृत्व में) के बीच... |
रंग घर (श्रेणी आहोम साम्राज्य) मनोरंजन गृह) असम के शिवसागर में स्थित एक दोमंजिला भवन है जिसमें बैठकर आहोम साम्राज्य के राजा एवं सामन्त उस समय के प्रचलित खेल (जैसे भैंस की लड़ाई) आदि का... |
हैं। सराईघाट में सन् 1671 में मुग़ल साम्राज्य और आहोम साम्राज्य के बीच सराईघाट का युद्ध हुआ था जिसमें अहोम साम्राज्य ने मुग़लों को पराजित करा था। सराईघाट... |
छो लुंग सुकफा (अनुभाग अहोम साम्राज्य के राजा) छो लुंग सुकफा (शासनकाल १२२८ -१२६८), मध्ययुगीन असम में पहले अहोम राजा और आहोम साम्राज्य के संस्थापक थे। एक ताई राजकुमार मूल मोंग माओ से, (अब चीन की पीपुल्स... |
ब्रह्मपुत्र नदी की घाटी के ऊपरी मैदानों में रहते हैं। प्राचीनकाल के आहोम साम्राज्य और सूतीया राज्यों में वे मंदिरों में पुजारी हुआ करते थे। इनकी चार मुख्य... |
जयध्वज सिंह (श्रेणी आहोम साम्राज्य) जयध्वज सिंह या सुताम्ल (1648-1663) अहोम साम्राज्य के २०वें राजा थे। इनके शासनकाल बंगाल में मुगल वाइसराय मीर जुमला द्वितीय ने इनके राज्य पर आक्रमण किया... |
से यह पत्थर का बना था लेकिन इसका पुनर्निर्माण कांक्रीट से करा गया। आहोम साम्राज्य के समय तुंगखुंगिया राजवंश ने मन्दिर के लिए भूमि दान करी और पुजारी नियुक्त... |
लाचित बरफूकन असमिया: লাচিত বৰফুকন / लाचित बरफूकन) आहोम साम्राज्य के एक सेनापति और बरफूकन थे, जो कि सन 1671 में हुई सराईघाट की लड़ाई में अपनी नेतृत्व-क्षमता... |
युन्नान क्षेत्र से चीन के ताई बोलने वाले अहोम लोग इस इलाके में आए 18 वीं शताब्दी में शिवसागर अहोम साम्राज्य की राजधानी था। उस समय यह रंगपुर कहलाता था।... |
असम का इतिहास (अहोम इतिहास से अनुप्रेषित) अहोम वंश का था जिसने अहोम वंश की सत्ता यहां कायम की। अहोम वंश का शासन १८२९ पर्यन्त तबतक बना रहा जब अंग्रेजों ने उन्हे हरा दिया। कहा जाता है कि अहोम राजाओं... |
स्थापना 1584 में वामशीगोपाल के शिष्य सतराधिकार श्री वनमालीदेव ने की थी। अहोम साम्राज्य के शासक जयध्वज सिंह उन्हें बहुत सम्मान और आदर देते थे। वे सत्र को उदारतपूर्वक... |
नागालैंड का कोई प्रारंभिक लिखित इतिहास नही है, जबकि पडोसी असम राज्य के अहोम साम्राज्य में नागा समुदाय, उनकी अर्थव्यवस्था और रीती-रिवाजो का उल्लेख किया गया... |
पाल वंश (पाल साम्राज्य से अनुप्रेषित) पाल साम्राज्य मध्यकालीन उत्तर भारत का सबसे शक्तिशाली और महत्वपूर्ण साम्राज्य माना जाता है, जो कि 750-1174 इसवी तक चला। पाल राजवंश ने भारत के पूर्वी भाग... |