यह पृष्ठ अन्य भाषाओं में उपलब्ध नहीं है।
इस विकि पर "अंत्येष्टि" नाम से एक पन्ना मौजूद है
अंतिम संस्कार या अन्त्येष्टि क्रिया हिन्दुओं के प्रमुख संस्कारों में से एक है। संस्कार का तात्पर्य हिन्दुओं द्वारा जीवन के विभिन्न चरणों में किये जानेवाले... |
दी है, किंतु गौतम धर्मसूत्र और गृह्यसूत्रों में अंत्येष्टि संस्कार का उल्लेख नहीं है, क्योंकि अंत्येष्टि संस्कार का वर्णन करना अशुभ माना जाता था। स्वामी... |
संस्कारों का उल्लेख नहीं है, किन्तु इसके कुछ सूक्तों में विवाह, गर्भाधान और अंत्येष्टि से संबंधित कुछ धार्मिक कृत्यों का वर्णन मिलता है। यजुर्वेद में केवल श्रौत... |
डिफेंस इन्स्ट्रक्टर का माउण्ट आबू में रोवर्स को प्रशिक्षित करते समय निधन। अंत्येष्टि जोधपुर में ०९.१०.१९८५ को की गई। हजारों युवकों को आर्यत्व में दीक्षित करने... |
साफ़ किया गया है, शवक्रिया में अज का महत्त्वपूर्ण स्थान था, क्योंकि वह पूषा का प्रतिनिध और प्रेत का मार्गदर्शक माना जाता है (अथर्ववेद-अन्त्येष्टि सूक्त)... |
कफन अंत्येष्टि में प्रयोग किया जानेवाला श्वेत वस्त्र को कहा जाता है जो मृत व्यक्ति के शरीर पर डाला जाता है। यही क्रिया दफ़नाते समय मुस्लमान भी करते हैं।... |
राजकीय अंत्येष्टि (स्टेट फ्यूनल) होगी, इससे पूर्व भूतपूर्व गवर्नर जनरल 'सर' डेविड बेट्टी की 2001 में राजकीय अंत्येष्टि हुई थी। राजकीय अंत्येष्टि का सम्मान... |
पितृमेध (अनुभाग अन्त्येष्टि एक संस्कार) पितृमेध या अन्त्यकर्म या अंत्येष्टि या दाह संस्कार 16 हिन्दू धर्म संस्कारों में षोडश आर्थात् अंतिम संस्कार है। मृत्यु के पश्चात वेदमंत्रों के उच्चारण द्वारा... |
खाली |title= (मदद) "भूतपूर्व मंत्री दिगंबर सिंह की पत्नी आशा सिंह की अंत्येष्टि में पहुंचे राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कई नेता". ETV Bharat News. अभिगमन... |
की व्याख्या की गई है। इनमें पहला गर्भाधान संस्कार और मृत्यु के उपरांत अंत्येष्टि अंतिम संस्कार है। गर्भाधान के बाद पुंसवन, सीमन्तोन्नयन, जातकर्म, नामकरण... |
की व्याख्या की गई है। इनमें पहला गर्भाधान संस्कार और मृत्यु के उपरांत अंत्येष्टि अंतिम संस्कार है। गर्भाधान के बाद पुंसवन, सीमन्तोन्नयन, जातकर्म, नामकरण... |
की व्याख्या की गई है। इनमें पहला गर्भाधान संस्कार और मृत्यु के उपरांत अंत्येष्टि अंतिम संस्कार है। गर्भाधान के बाद पुंसवन, सीमन्तोन्नयन, जातकर्म, नामकरण... |
की व्याख्या की गई है। इनमें पहला गर्भाधान संस्कार और मृत्यु के उपरांत अंत्येष्टि अंतिम संस्कार है। गर्भाधान के बाद पुंसवन, सीमन्तोन्नयन, जातकर्म, नामकरण... |
मृत्यु हो सकती है, या मृतक के जीवन में अनिश्चित मामलों होते हैं या उनकी अंत्येष्टि उचित संस्कार से नहीं की गई होती हैं। भूत-प्रेत में विश्वास पीढ़ियों से... |
की व्याख्या की गई है। इनमें पहला गर्भाधान संस्कार और मृत्यु के उपरांत अंत्येष्टि अंतिम संस्कार है। गर्भाधान के बाद पुंसवन, सीमन्तोन्नयन, जातकर्म, नामकरण... |
किए जाने चाहिए, इसके पूर्ण विधि विधान दिए गए हैं। गर्भाधान से आरंभ कर अंत्येष्टि तक सोलह संस्कारों का विधान गृह्यसूत्रों के युग से ही अपने पूर्ण विकसित... |
की व्याख्या की गई है। इनमें पहला गर्भाधान संस्कार और मृत्यु के उपरांत अंत्येष्टि अंतिम संस्कार है। गर्भाधान के बाद पुंसवन, सीमन्तोन्नयन, जातकर्म, नामकरण... |
की व्याख्या की गई है। इनमें पहला गर्भाधान संस्कार और मृत्यु के उपरांत अंत्येष्टि अंतिम संस्कार है। गर्भाधान के बाद पुंसवन, सीमन्तोन्नयन, जातकर्म, नामकरण... |
की अंत्येष्टि के साथ ईलियद की समाप्ति हो जाती है। कुछ हस्तलिखित प्रतियों में ईलियद के अंत में एक पंक्ति इस आशय की मिलती है कि हेक्तर की अंत्येष्टि के... |
भिक्षुओं के शव को सुरक्षित रखने के लिए निर्मित ये पगोडा बौद्ध भिक्षुओं की अंत्येष्टि की भारतीय धार्मिक विधि के प्रभाव में बनाए गए हैं। इस तरह का प्राचीनतम... |