गुरु राम दास (; पञ्जाबी: ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਰਾਮ ਦਾਸ ਜੀ) (१५३४-१५८१) सिखसभक गुरु छल आ हुनका गुरुक उपाधि ३० अगस्त १५७४ क देल गेल छल । ओहि दिन जब विदेशी आक्रमणकारी एक सहरक बाद दोसर सहर तबाह करि रहल छल, तब 'पञ्चम् नानक' गुरू राम दास जी महाराज एक पवित्र सहर रामसर, जे कि आब अमृतसरक नाम सँ जानल जाइत अछि, क निर्माण केनए छल ।
गुरु राम दास Guru Ram Das ਗੁਰੂ ਰਾਮਦਾਸ | |
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जन्म | भाई जेठा 9 October 1534 चुना मन्डी, लाहोर, पञ्जाब, पाकिस्तान |
मृत्यु | आकृति:Death-date and age गोइन्दभाल, भारत |
अन्य नामसभ | चारिम गुरु |
व्यवसाय | गुरु |
सक्रिय वर्ष | १५७४-१५८१ |
प्रसिद्धि कारण | अमृतसर सहरक स्थापनाकर्ता |
पूर्ववर्ती | गुरु अमर दास |
उत्तराधिकारी | गुरु र्जन |
जीवनसाथी(सभ) | बिवी भानी |
बालबच्चा | बाबा पृथी चन्द, बाबा महान देव, आ गुरु अर्जुन |
अभिभावक(सभ) | हरि दास आ माता अनुप देवी |
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