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के तोमर राजवंश के संस्थापक 'अनंगपाल प्रथम' के साथ भ्रमित न हों। अनंगपाल प्रथम ने ८वीं शताब्दी में शासन किया था। अनंगपाल द्वितीय, जिन्हें अनंगपाल तोमर के... |
है कि उस समय तोमरों की राजधानी दिल्ली समृद्ध नगरी थी और तँवरराज अनंगपाल अपने शौर्य आदि गुणों के कारण सर्वत्र विख्यात था। द्वितीय अनंगपाल ने मेहरोली के... |
निर्माण पृथला से आए तोमर/तवंर जाटों ने कराया था और ये दिल्लीपति सम्राट अनंगपाल तोमर जी के वंशज है.और इस किले में आज भी अनंगपाल तोमर जी के वंशज निवास करते... |
वंश(गोत्र) है जो कि हरियाणा में पाया जाता है। कौसलिया, अनंगपाल तोमर के परपोते के वंशज माने जाते हैं। अनंगपाल तोमर एक राजा थे, जिन्होंने भारत में हरियाणा और दिल्ली... |
मिला जब 12वीं शताब्दी में राजा अनंगपाल तोमर ने अपना तोमर राजवंश लालकोट से चलाया, जिसे बाद में अजमेर के चौहान राजा ने तोमरों से जीतकर इसका नाम किला राय पिथौरा... |
काल में था। लेकिन इसको महत्व तब मिला जब 12वीं शताब्दी में राजा अनंगपाल तोमर ने अपना तोमर राजवंश लालकोट से चलाया, जिसे बाद में अजमेर के चौहान राजा ने मुहम्मद... |
अवशेष हैं। जाट सम्राट अनंगपाल तोमर के दादा गोपालदेव तोमर का यहां शासन रहा जो मथुरा के प्रतापी जाट राजा थे । जाट राजा अनंगपाल तोमर का जन्म सौंख के कुंतल... |
में था। लेकिन इसको महत्त्व तब मिला जब 12वीं शताब्दी में राजा अनंगपाल तोमर ने अपना तोमर राजवंश लालकोट से चलाया, जिसे बाद में अजमेर के चौहान राजा ने जीतकर... |
कहलाये, महाराजा अनंगपाल तोमर की रानी हरको देवी के एक पुत्र जुरारदेव तोमर हुए जो सोनोठ गढ़ में गद्दी पर बैठे। राजा फौदासिंह की वंशावली अनंगपाल प्रथम (736-754)... |
के अनुसार नेण 'शाखा' अनंगपाल तोमर (तंवर) के नाम पर चली । नैण और उनके पूर्वज क्षत्रियों के उस प्रसिद्ध राजघराने में से थे , जो तोमर या तंवर कहलाते हैं ... |
का पहला किला गढ़ ११वीं शताब्दी में तोमर/तंवर राजा अनंगपाल प्रथम द्वारा ७३१ ईस्वी के आसपास निर्मित और राजा अनंगपाल द्वितीय द्वारा विस्तारित किया गया था... |
हैं। लाल कोट किले का निर्माण तोमर वंश अनंगपाल प्रथम द्वारा लगभग 731 ईस्वी में किया गया था। इसे 11वीं शताब्दी में अनंगपाल द्वितीय द्वारा विस्तारित किया... |
वीं शताब्दी मे,यह तंवरावाटी नामक एक छोटे राज्य का केंद्र बन गया, जिस पर तोमर परिवार का शासन था। पाटन एक ऐतिहासिक व सुंदर जगह है"जिसमे पाटन का किला, पाटन... |
द्वितीय, अनंगपाल तोमर (25 / 02 / 2021). [https://www.nma.gov.in › Na...DOC अनंगपाल तोमर द्वितीय Founder of Delhi: King Anangpal Tomar-II "अनंगपाल तोमर द्वितीय... |
श्रेय पृथ्वीराज को दिया जाता है। पृथ्वीराज रासो के अनुसार दिल्ली के शासक अनंगपाल तोमर ने अपने दामाद पृथ्वीराज को शहर दिया था और जब वह इसे वापस चाहते थे तब... |
बढ़ावा देने के लिए एक फिल्म बोर्ड स्थापित करने पर विचार कर रहे हैं। अनंगपाल तोमर, राजा अरविंद केजरीवाल, राजनीतिज्ञ बबीता कुमारी, पहलवान बाजे भगत, कवि... |
बैराट के पास प्रदेशों पर शासन किया था। दिल्ली के अंतिम हिन्दू जाट सम्राट अनंगपाल तोमर के प्रति वफादार होने के कारण, इन्होने 1068 ईस्वी में राणा का वंशानुगत... |
ठाकुर मेघनाथ सिंह शिशौदिया जी को शत शत नमन। जय क्षात्र धर्म महाराजा अनंगपाल सिंह तोमर के वंशज ने सन् 1178 ई० गंगा स्नान के बाद वापस आकर परसोन संस्कार कॉलिज... |
उलगु खान ने जब पहला हमला किया तब युद्ध महगांवा के समीप हुआ था| यहाँ पर भी अनंगपाल के वंशज कौन्तेय जाटों का एक गढ़ था जिसके अवशेष वर्तमान में भी मिलते है... |
हैं। अलीगढ़ गजैटियर के लेखक एस॰ आर॰ नेविल के अनुसार जब दिल्ली पर तौमर वंश के राजा अनंगपाल सिंह का राज्य था तभी बरन (बुलन्दशहर) में विक्रमसैन का शासन था।... |