वाष्प

किसी पदार्थ के क्रांतिक बिन्दु से कम ताप पर उस पदार्थ के गैस प्रावस्था को उस पदार्थ का वाष्प (vapor) कहते हैं। इसका अर्थ है कि वाष्प का दाब बढ़ाकर, बिना ताप कम किये ही, उसे द्रव या ठोस में बदला जा सकता है।

उदाहरण के लिये, पानी का क्रांतिक ताप 374 °C (647 K) है। इसका मतलब है कि इससे अधिक ताप पर किसी भी दशा में पानी द्रव अवस्था में नहीं रह सकता। अतः वायुमण्डल में, सामान्य तापों पर पानी की वाष्प द्रव में बदल जायेगी यदि इसका आंशिक दाब पर्याप्त बढ़ा दिया जाय।

वाष्प और द्रव (या ठोस) का सह-अस्तित्व सम्भव है।

द्रव-वाष्प साम्य

इन्हें भी देखें


[[चित्र:|right|thumb|300px|X]]

सन्दर्भ

साँचा:State of matter

Tags:

गैसठोसद्रव

🔥 Trending searches on Wiki हिन्दी:

राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधनकंगना राणावतभारत में लैंगिक असमानतामौसमव्यवहारवाद (राजनीति विज्ञान)दैनिक जागरणजातिहल्दीघाटी का युद्धसकल घरेलू उत्पादसोनामुद्रास्फीतिश्री रामचंद्र कृपालु भजमनभागवत पुराणमहेंद्र सिंह धोनीसमस्तीपुर लोक सभा निर्वाचन क्षेत्रअधिगमकॅप्चाहिन्दी भाषा का इतिहासव्यवहारवादभगत सिंहदक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठनभक्ति आन्दोलनलोकगीतडिम्पल यादवअंतर्राष्ट्रीय मज़दूर दिवसबड़े मियाँ छोटे मियाँ (2024 फ़िल्म)भीमराव आम्बेडकरनेपोलियन बोनापार्टउत्तर प्रदेश के मंडलअरस्तुकुरुक्षेत्रआंबेडकर जयंती२३ अप्रैलभारतीय राज्यों के वर्तमान मुख्यमंत्रियों की सूचीक़ुतुब मीनारनिकाह हलालाछंदनालन्दा महाविहारनरेन्द्र मोदीस्वास्थ्यशुक्रसंयुक्त राज्य अमेरिकाध्रुव राठीकुंभ राशिजय श्री कृष्णासतत तथा व्यापक मूल्यांकनममता बनर्जीआशिकीशैक्षिक मनोविज्ञानदेवों के देव... महादेवगुट निरपेक्ष आंदोलनजी-20नागालैण्डविजय सिंह पथिकएशियाअशोक की धम्म नीतिपर्यायवाचीहनुमान मंदिर, कनॉट प्लेसविलोमलक्ष्मीअसहयोग आन्दोलनकामाख्या मन्दिर१८५७ का प्रथम भारतीय स्वतंत्रता संग्रामरविदासपारिभाषिक शब्दावलीपुनर्जागरणमौलिक कर्तव्यव्यंजन वर्णकिशोरावस्थाएलोरा गुफाएंमैथिलीशरण गुप्तसमाजशास्त्ररूसकुछ कुछ होता हैदर्शनशास्त्रछत्तीसगढ़ के जिलेनवजोत सिंह सिद्धूहिमालयमहावीर जन्म कल्याणक🡆 More