ईसा मसीह सत्य गिरजाघर

ईसा मसीह सत्य गिरजाघर एक स्वतंत्र गिरिजाघर है जो कि १९१७ में बीजींग, चीन में स्थापित किया गया था। प्रचारक युंग-जी लिन सत्य ईसा मसीह गिरजाघर के वर्तमान अध्यक्ष हैं। ये गिरिजाघर ईसाई समाज के रोमीय मत विरोधी (प्रोटेस्टेन्ट) शाखा से संबंधित है। भारत में इसकी स्थापना १९३२ में हुई। इस गिरिजाघर में बड़ा दिन और शुभ शुक्रवार नहीं मनाए जाते।

ईसा मसीह सत्य गिरजाघर
ईसा मसीह सत्य गिरजाघर, ग्रेट ब्रिटेन

पांच मुख्य सिद्धांत

"अपने जीभ से बोलती हुई पवित्र आत्माओं का स्वागत करना स्वर्गलोक में उत्तराधिकार प्राप्त करने की प्रतिभूति है।"

"जल से शुद्धिकरण अपराधों से क्षमा तथा पुनर्जीवन के लिए है। शुद्धिकरण प्राकृतिक जल में ही होना चाहिए, जैसे कि नदी, सागर या झरने में। जिसका शुद्धिकरण जल तथा पवित्र आत्मा के साथ हो चुका है, यह संस्कार भगवान यीशु के नाम से करेगा। जिसका शुद्धिकरण हो रहा हो उसे जल में पूर्णतया समाना होगा तथा वह सामने की ओर नतमस्तक होगा।"

  • ३. चरण धुलाई

"चरण धोने का संस्कार प्रभु ईशु से सम्बंधित होने की योग्यता प्रदान करती है। यह इस बात का स्मरण कराने का कार्य भी करती है कि हर किसी के पास प्रेम, पवित्रता, नम्रता, क्षमाशीलता तथा सेवाभाव के गुण होने चाहिये। उस प्रत्येक व्यक्ति को जिसे कि बपतिस्मा जल की प्राप्ति हुई हो प्रभु ईशु के नाम पर चरण अवश्य धोने चाहिये। दृढ़ संकल्प के साथ परस्पर चरण धोने का अभ्यास किया जा सकता है।"

  • ४. ईश्वर से पवित्र संबंध

"पवित्र समागम भगवान यीशु की मृत्यु की याद में मनाया जाता है। यह हमें अपने ईश्वर के अंग बनने की क्षमता प्रदान करता है, ताकि हमारा जीवन अनन्तकाल तक बना रहे और क़यामत के दिन हमारी आत्मा परलौकिक हो जाय। यह संस्कार जितनी अधिक आवृति के साथ संभव हो, होना चाहिए तथा केवल खमीररहित रोटी तथा अंगूर का रस ही प्रयुक्त होना चाहिए।"

  • ५. विश्राम दिवस

"विश्राम दिवस, सप्ताह का सातवाँ दिन (शनिवार), पवित्र दिन होता है जिसे कि ईश्वर की पवित्रता तथा आशीर्वाद प्राप्त है। इस दिन को ईश्वर कृति (संसार) से मुक्ति पाने के लिये प्रभु के आशीर्वाद एवं जीवन में शाश्वत विश्राम प्राप्त करने की आशा के रूप में देखना चाहिये।"

अन्य विश्वास

  • १. ईसा मसीह

"ईसा मसीह, ईश्वरीय वचन, जो देह में प्रकट हुआ, पापियों के उद्धार के लिये क्रूस पर अपने प्राण दिये और उसका तीसरे दिन पुनरुत्थान हुआ जिसके बाद वो स्वर्ग चला गया। वही मनव-मात्र का एकमात्र उद्धारकर्ता है, स्वर्ग और पृथिवी का सृष्टा है और एकमात्र सच्चा परमेश्वर है।"

"पवित्र बाइबिल, जो पुरातन टेस्टामेंट और नवीन टेस्टामेंट से बनी है, ईश्वर द्वारा प्रोत्साहित है, एकमात्र सत्य धर्मग्रन्थ है और ईसाई जीवन का मानक है।"

  • ३. मोक्ष

"मोक्ष ईश्वर की कृपा द्वारा विश्वास करने से मिलता है। मानने वालों को पवित्र आत्मा पर भरोसा करना चाहिये जिससे कि वो पवित्रता, ईश्वर का आदर और मनवता से प्रेम की ओर अग्रसर रहें।"

  • ४. गिरजाघर

"सत्य ईसा मसीह गिरिजाघर (धर्मसंघ), "लैटर रेन" के समय पवित्र आत्मा की मदद से प्रभु ईसा मसीह द्वारा स्थापित, ही पुनर्स्थापित सच्चा प्रेरित गिरिजाघर है।"

  • ५. ईसा मसीह का पुनरागमन

"प्रभु का पुनरागमन क़यामत के दिन होगा जब वो स्वर्ग से उतर कर यहाँ आयेंगे दुनिया पर फ़ैसला सुनाने : पुण्यात्माओं को अमर स्वर्गिक जीवन मिलेगा और पापी सदा के लिये अभिशप्त होंगे।"

Tags:

चीनबड़ा दिनभारतसमाज१९१७१९३२

🔥 Trending searches on Wiki हिन्दी:

कालीदेवी चित्रलेखाजीसंजय गांधीगूगलप्रेमचंदराजस्थान के जिलेलखनऊसोनारामचन्द्र शुक्लबुर्ज ख़लीफ़ाभारत में धर्मकोशिकाकारकअजंता गुफाएँहनुमान जयंतीआलोचनानई शिक्षा नीति 2020दिल तो पागल हैसनराइजर्स हैदराबादपुराणभारतीय क्रिकेट टीमइस्लाम का इतिहासईस्ट इण्डिया कम्पनीकामसूत्रफ़तेहपुर सीकरीअरविंद केजरीवालवाट्सऐपसंगठनमिया खलीफ़ालालबहादुर शास्त्रीऋषिकेशनेतृत्वदहेज प्रथाजाटजन गण मनवाराणसीपुस्तकालय के प्रकारअंजीरभारत के राजनीतिक दलों की सूचीउदारतावादचोल राजवंशक़ुतुब मीनारकोलकाता नाईट राइडर्ससंयुक्त राज्य अमेरिकाबक्सर का युद्धमुग़ल साम्राज्यझारखण्डरूढ़िवादॐ नमः शिवायमहाभारत की संक्षिप्त कथाकबड्डीअनुच्छेद 370 (भारत का संविधान)श्री संकटनाशनं गणेश स्तोत्रहिन्दू धर्मक्षेत्रफल के अनुसार देशों की सूचीविटामिनगुर्दाछत्तीसगढ़ विधान सभा के निर्वाचन क्षेत्रों की सूचीमरे-डार्लिंग बेसिनभारतीय स्वतंत्रता का क्रांतिकारी आन्दोलनरिज़्यूमगलसुआकिशनगंज लोक सभा निर्वाचन क्षेत्रतुलसीदासखजुराहोरघुराज प्रताप सिंहदिल चाहता हैसूरत लोक सभा निर्वाचन क्षेत्रभूल भुलैया 2साथ निभाना साथियालोकतंत्रसौर मण्डलवर-वरण (तिलक)अमेठी लोक सभा निर्वाचन क्षेत्रझारखण्ड के मुख्यमन्त्रियों की सूचीभारतीय संविधान के संशोधनों की सूचीअसदुद्दीन ओवैसीप्रीति ज़िंटाभारतीय राष्ट्रवाद🡆 More