करीमनगर से 38 किलोमीटर दूर वमुलावडा म भगवान राजाराजेश्वर स्वामी कय परसिद्ध मंदिर बाय जहां दूर-दूर से लोगय दरसन करय बरे आवत हँय। एह मंदिर कय निर्माण चालुक्य राजा 750 ईसवी से 975 ईसवी के बीच करवाये रहें। मंदिर परिसर म श्री राम, लक्ष्मण, देवी लक्ष्मी, गणपति अउर भगवान पद्मनाथ स्वामी कय मंदिर बना अहँय। एक अउर अजोग मंदिर अहय जौन भगवान भीमेश्वर का संकलपा अहय। हियाँ कयिउ खुला बरामदा अहँय। इन मा से अद्दाला मंटप सबसे सुंदर अहय। मंदिर मा स्थित धर्मकुंडम घूमय वालेन का काफी प्यारा अहय। लोगन का विश्वास हय कि एह पानी मा बीमारियन का ठीक करय कय शक्ती अहय। सबसे पहिले भक्त एह कुड म नहात हँय वहिके बाद दरसन करय के बरे जात हँय। मंदिर कय एक अउर खिंचाव मंदिर परिसर मा एक्ठु दरगाह बाय जहां सब धरम अव जाति कय मनई विनती करय आवत हँय।
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