पहिला बिस्व जुद्ध

पहिला बिस्व जुद्ध 1914 से 1918 तक खास कइकै यूरोप मा चला महाजुद्ध कय कहि जात हय। इ महाजुद्ध यूरोप, एसिया अव अफ्रीका तीन महाद्वीपन मा औ समुन्द्र, धरती औ आसमान मा लड़ि गै। यहि लडाई म ७ करोड सैनिक रहें जउने मे से ६ करोड खाली यूरोप कै सैनिक रहें। इहिक नाते यका दुनियक लडाईन मे से सबसे बडवार लडाई मानि जात हय। इ दुनियक सबसे खूनी लडाईन मेकिर कय यक होय। यहिमा ९० लाख लडाकू औ १.३ करोड जनता मारि गँय। अव वहि समय कै इंफ्लूयंजा महामारी से १७ लाख से १० करोड़ मनई मारि गँय। इ जुद्ध लगभग ५२ महीना तक चला। जुद्ध खतम होत-होत घरि चार बड़ा साम्राज्य रूस, जर्मनी, ऑस्ट्रिया-हंगरी (हैप्सबर्ग) औ अटोमन साम्राज्य (उस्मानिया) ढहि गए। यूरोप कय सीमा कुल फिर से खिचान औ अमेरिका यक्ठु 'महाशक्ति' बनि कय उतिरान।

पहिला बिस्व जुद्ध
World War I
पहिला बिस्व जुद्ध
पहिला बिस्व जुद्ध कय कुछ दृस्य
तिथि २८ जुलाई १९१४ – ११ नवम्बर १९१८
(४ साल, ३ महीना औ २ हप्ता)
जगह युरोप, अफ्रिका, मध्य पूरुब, प्रशान्त टापु, चीन, भारतीय महासागर, दक्खिन औ उत्तर अमेरिकाक तटीय राष्ट्र कुल
परिणाम Allied victory
  • Fall of the German, Russian, Ottoman, and Austro-Hungarian empires
  • Formation of new countries in Europe and the Middle East
  • Transfer of German colonies and regions of the former Ottoman Empire to other powers
  • Establishment of the League of Nations. (more...)
जोद्धा
Allied Powers

पहिला बिस्व जुद्ध फ्रान्स
पहिला बिस्व जुद्ध ब्रिटिश साम्राज्य
पहिला बिस्व जुद्ध रुस (1914–17)
पहिला बिस्व जुद्ध सर्बिया
पहिला बिस्व जुद्ध मोन्टेनेग्रो
पहिला बिस्व जुद्ध बेल्जियम
पहिला बिस्व जुद्ध जापान
पहिला बिस्व जुद्ध इटली (1915–18)
पहिला बिस्व जुद्ध पुर्तगाल (1916–18)
पहिला बिस्व जुद्ध रोमानिया (1916–18)
पहिला बिस्व जुद्ध Hejaz (1916–18)
पहिला बिस्व जुद्ध संयुक्त राज्य अमेरिका (1917–18)
पहिला बिस्व जुद्ध ग्रीस (1917–18)
थाइलैंड सियाम (1917–18)
...औ अउर

Central Powers

पहिला बिस्व जुद्ध जर्मनी
पहिला बिस्व जुद्ध अस्ट्रिया-हंगरी
पहिला बिस्व जुद्ध ओटोमन साम्राज्य
पहिला बिस्व जुद्ध बुल्गेरिया (1915–18)
अजरबैजान Azerbaijan (1918)
पहिला बिस्व जुद्ध Jabal Shammar (1915–18)
पहिला बिस्व जुद्ध Dervish State (1914–18)
पहिला बिस्व जुद्ध Darfur (1916)
...and co-belligerents

सेनानायक
Allied leaders

तीसरा फ्रेञ्च गणतन्त्र Georges Clemenceau
तीसरा फ्रेञ्च गणतन्त्र Raymond Poincaré
ब्रिटिश साम्राज्य H. H. Asquith
ब्रिटिश साम्राज्य David Lloyd George
इटली अधिराज्य Vittorio Orlando
इटली अधिराज्य Victor Emmanuel III
संयुक्त राज्य अमेरिका Woodrow Wilson
जापानी साम्राज्य Yoshihito
रुसी साम्राज्य Nicholas II
सर्बिया अधिराज्य Peter I
रोमानिया अधिराज्य Ferdinand I
...औ अउर

Central Powers leaders

जर्मन साम्राज्य Wilhelm II
अस्ट्रिया-हंगरी Franz Joseph I †
अस्ट्रिया-हंगरी Karl I
ओटोमन साम्राज्य Mehmed V †
ओटोमन साम्राज्य Mehmed VI
ओटोमन साम्राज्य Three Pashas
राजतन्त्र बुल्गेरिया Ferdinand I
...

सक्ति/ताकत
रुसी साम्राज्य 12,000,000

ब्रिटिश साम्राज्य 8,841,541
तीसरा फ्रेञ्च गणतन्त्र 8,660,000
इटली अधिराज्य 5,615,140
संयुक्त राज्य अमेरिका 4,743,826
रोमानिया अधिराज्य 1,234,000
जापानी साम्राज्य 800,000
सर्बिया अधिराज्य 707,343
बेल्जियम 380,000
ग्रीस अधिराज्य 250,000
मोन्टेनेग्रो अधिराज्य 50,000
Total: 42,959,850

जर्मन साम्राज्य 13,250,000

अस्ट्रिया-हंगरी 7,800,000
ओटोमन साम्राज्य 2,998,321
राजतन्त्र बुल्गेरिया 1,200,000
पहिला बिस्व जुद्ध 20,000–25,000
अजरबैजान 10,000
पहिला बिस्व जुद्ध 4,000–6,000
कुल: 25,248,321

मउत औ हानि
सैनिक मरें:
5,525,000
सैनिक घायल:
12,831,500
सैनिक लापता:
4,121,000
कुल:
22,477,500 KIA, WIA or MIA
...अउर देखा जाय.
सैनिक मरें:
4,386,000
सैनिक घायल:
8,388,000
सैनिक लापता:
3,629,000
कुल:
16,403,000 KIA, WIA or MIA
...अउर देखा जाय.

जुद्ध मा जर्मनी कय हार कय बाद १८ जून १९१९ मा पेरिस शांति सम्मेलन भवा जवने म २७ देस सामिल भँय। अमेरिका, इंग्लैंड औ फ्रांस यकर अगुआई किहिन। जर्मनी पय वर्साय कय संधि लादि गै।

घटना

२८ जून १९१४ मा अष्ट्रो-हंगेरियाई राजकुमार कय हत्या होइ गै। इ हत्या किहे रहा बोस्नियाई सर्ब यूगोस्लाव राष्ट्रवादी गैव्रिलो प्रिन्सिप। यकरे जवाब मा अष्ट्रिया-हंगरी वहि साल कय २३ जुलाई मा सर्बिया कय अल्टीमेटम दिहिस।इ अल्टीमेटम मा १० अइसन.नियम रहा जवनेकै सर्बिया कै मानैक रहा। कुछ इतिहासकार इहौ मानत अहैं कि अष्ट्रिया पहिलवैंस सर्बिया से लडाई चाहत रहा।सर्बिया कय जवाब अष्ट्रिया कय नाई संतोख दई पाय ,सर्बिया ढेर नियम मानैं कै ताईं तइयार होइ गै लेकिन कुल नांई मानिस।अष्ट्रिया तब सर्बिया कै उप्पर लडाई पै उतारु होई गै।

सर्बिया कय उप्पर लडाई कै घोषणा कय बाद सर्बिया कै सँङरिहा देस रुस अष्ट्रिया-हंगरी कै उप्पर लडाई कै घोषणा कई दिहिस। यहि घटना से दुनिया कय कुछ देस दुई हिस्सन मा बँटि गँय। दुई हिस्सन मा यक हिस्सम रहें रुस,फ्रांस औ ब्रिटेन जवने कय एलाईड पावर कहि गै औ दुसरके म रहें जर्मनी , अष्ट्रिय-हंगरी औ अटोमन साम्राज्य जवने कै सेंट्रल पावर कहि गै। इ दुनौ पच्छ मा अउर सहयोगी देसौ रहें। सर्बिया म साल्विक मनईन से रुस यक दुसरेक उप्पर होय वाले लडाईन मा सहयोग देवैक सहमति किहे रहा।इहिक नाते रुस सर्बिया कै वर से लडैक तइयार होइ गै।इ घोषणा रुस ३० जुलाई कय संझा कै किहिस। अगले दिन आष्ट्रिया-हंगरी औ जर्मनीओ लडाई कै घोषणा किहिन लेकिन जर्मनी १२ घंटा कय भीत्तर रुस कै लडाई रोकैक अल्टीमेटम दिहिस। जर्मनी ताकतवर होय कै ताईं जवन काम किहे रहा उ रुस कै नाई पसंद रहा इहिक नाते जर्मनी कै डेर रहा कि रुस जर्मनीओ कै उप्पर आक्रमण ना कइ देय। जब रुस नाई मान तौ अगस्त २ कै जर्मनीऔ रुस कै उप्पर लडाई कै घोषणा कई दिहिस। यकरे बाद फ्रांस रुस कै सहयोग मा आय औ लडाई कै तइयारी करै लाग।

जर्मनी बीच यूरोप मा आय। यका डेर रहा की पुरुब मा रुस से लडै जाब तौ पच्छुँ से फ्रांस ना आक्रमण कई देय। जर्मनी रणनीति बनाईस की छ हप्ता कै भीत्तर फ्रांस कै हरायक बाद पुरुब मे जबतक रुस तइयारी कइकै पहुँची वहँ पहुँचैक। इ रणनीति कै बाद मा स्लिफेन प्लान कहि गै। २ अगस्त कय जर्मनी फ्रांस पै आक्रमण करै कै ताईं बेल्जियम से राहि मांङिस। फ्रांस कै उप्पर हालि से जितै कै ताईं इ जरुरी रहा। जब बेल्जियम राहि नाई दिहिस तौ जर्मनी बेल्जियम कै.उप्पर ३अगस्त कय आक्रमण कहिस.औ उहै.दिन फ्रांस कै उप्पर लडाई करैक घोषणा किहिस। बेल्जियन सरकार १८३९ कय लन्दन समझौता कय सहमति कय अनुसार ब्रिटेन से मदद खर्तिन गोहराइस।ब्रिटेन ४ अगस्त कै जर्मनी से लडाई कै घोषणा किहिस। १२ अगस्त कै ब्रिटेन औ फ्रांस अष्ट्रिया-हंगरी पै लडाई कै घोषणा किहिन। २३ अगस्त कै ब्रिटेन फ्रांस कै ओर आवा अउर चीन औ प्रसांत मा जर्मनी कै जमीन हथिया लिहिस। नवंबर १९१४ मा अटोमन जुद्ध मा कूदा औ सेन्ट्रल पावर कै पच्छ लिहिस जवने मा जर्मनी औ अष्ट्रिया-हंगरी रहें। लडाई यहि कुल देसन कय उपनिवेस वाले देसन मा भि लडि गै। इहिकै नाते लडाई अफ्रिका तक भै। सुरुआत मा जर्मनी कय जीत भवा। 1917 मा जर्मनी कयिउ व्यापारी जहाज़न कय बुडा दिहिस। यक दाईं जर्मनी इंगलैण्ड कय लुसिटिनिया जहाज़ कय अपने पनडुब्बी से बुडा दीहिस। जवने मा कुछ अमेरिकी नागरिक रहें। यहे अमेरिका ब्रिटेन कय ओर से लडाई म कूदि परा लेकिन रूसी क्रांति कय नाते रूस महायुद्ध से अलग होइ गै। १९१८ ई. मा ब्रिटेन , फ़्रांस औ अमेरिका मिलिकै जर्मनी औ वोकर सङरिहा देसन कय हराइन। जर्मनी औ आस्ट्रिया कय चिरौरी पय ११ नवम्बर १९१८ कय लडाई खतम होइ गै।

यहि महाजुद्ध मा बहुत लड़ाइ कुल भवा। यहिमा टेनेनबर्ग कय लडाई (26 से 31 अगस्त 1914), मार्नं (5 से 10 सितंबर 1914), सरी बइर (Sari Bair) औ सूवला खाड़ी (6 से 10 अगस्त 1915), वर्दूं (21 फ़रवरी 1916 से 20 अगस्त 1917), आमिऐं (8 से 11 अगस्त 1918), औ वित्तोरिओ बेनेतो (23 से 29 अक्टूबर 1918) जइसन बडावार लडाई भयें।

सन्दर्भ

Tags:

यूरोप

🔥 Trending searches on Wiki अवधी:

भारतीयऐरनमहाराष्ट्र विधानसभामलिएरतुर्कीलण्डौराअन्नपूर्णा देवीफ़्रांसिसी भाषालिथुआनियाराम माधवानीबाइबलगोस्वामी तुलसीदाससउदी अरबद्वाराहाटकेलोखेड़ाअगस्तबभनान बाजारमहारानी भिक्टोरियाबालकाण्डरसायनशास्‍त्रओमकर प्रसाद बाइड्यापंचकुलाअंडमान अउर निकोबार द्वीपसमूहपुराणसुषमा स्वराजपाश्चात्य दर्शनरुद्राष्टकम्दक्खिनी यूरोपबढ़ापुरबर्धअंडोरारूसी भाषाबनौला गाविसशिव सेनारुकुम जिलाथाई भाषाआधारनिकोलस कोपरनिकसबाबासाहेब आंबेडकरयोगपाकिस्तान कै प्रांतकर्मसितंबरहाथीजापानी भाषाज़ी स्पोर्ट्सपुदुचेरी कय जिलेफेसबुकउकलानाआइरनलखनऊजनसंख्याभारत कय राष्ट्रपति कय सूचीश्रीरामचरितमानसक्वालालम्पुरबलराज साहनीहैरी ट्रूमनभौतिक भूगोलअंग्रेजी विकिपीडियापटनाभूटानभुवनेश्वर कुमारबराक ओबामाउत्तराखण्ड विधानसभाबहादुरगंजअमेजन नदीमानपुर, कपिलवस्तु🡆 More