अवधी सोहर एक प्रकार का लोकगीत है जो अवधी क्षेत्र, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश और बिहार में प्रसिद्ध है। यह सामाजिक और सांस्कृतिक अवसरों, जैसे विवाह, गर्भाधान, प्रसव, आदि पर गाया जाता है। सोहर में विशेष रूप से माँ की महिमा और माँ बेटे के संबंध को गाया जाता है। अवधी सोहर के बोल और धुन आमतौर पर सरल और आसान होते हैं, जो लोगों को आसानी से समझने और गाने में योग्य बनाते हैं। इसमें पारंपरिक ताल, धुन और संगीतिक योजना का पालन किया जाता है। अवधी सोहर में अक्सर भगवान राम, सीता, और लक्ष्मण के कथानक और अन्य धार्मिक कथाएँ शामिल होती हैं। अवधी सोहर के लोकप्रिय उदाहरण श्रीरामचरितमानस के किसी विशेष अध्याय के अवधी सोहर हो सकते हैं। इनमें सीता-राम की लीलाओं का ब्योरा और प्रशंसा किया जाता है।